हाइलाइट्स
- Fatty Liver Disease तेजी से युवाओं में भी फैल रही है, जीवनशैली और खानपान इसके प्रमुख कारण
- सुबह खाली पेट दो सेब खाना लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है
- गर्दन का काला पड़ना और शरीर पर छोटे मस्से आना Fatty Liver Disease के संकेत हो सकते हैं
- प्रोसेस्ड फूड, शराब और स्मोकिंग लिवर के दुश्मन, इनसे दूरी बनाना जरूरी
- कॉफी का सीमित सेवन Fatty Liver Disease के खतरे को कम कर सकता है
तेजी से बढ़ रही है Fatty Liver Disease की समस्या
आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी, अनियमित खानपान और बढ़ता तनाव हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रहा है। इसी कड़ी में एक नाम तेजी से सामने आ रहा है – Fatty Liver Disease। पहले यह बीमारी केवल बुजुर्गों तक सीमित मानी जाती थी, लेकिन अब यह युवाओं और यहां तक कि किशोरों को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। लिवर, जो शरीर में लगभग 500 प्रकार के कार्य करता है, जब वसा से भरने लगता है, तब Fatty Liver Disease जन्म लेती है।
लिवर के कार्य और महत्व
शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में शामिल
लिवर शरीर के पाचन तंत्र में एक मुख्य भूमिका निभाता है। यह न केवल पित्त का निर्माण करता है जो वसा को पचाने में सहायक होता है, बल्कि यह विषैले पदार्थों को भी शरीर से बाहर निकालता है। लिवर ग्लूकोज को संग्रहित करता है, पोषक तत्वों को प्रोसेस करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। जब इसमें वसा जमा होने लगे, तो यह कार्यक्षमता घटने लगती है, जिससे Fatty Liver Disease का खतरा बढ़ जाता है।
डॉ. शिवकुमार सरिन के अनुसार Fatty Liver Disease से कैसे बचें
1. सुबह खाली पेट खाएं सेब
प्रसिद्ध लिवर विशेषज्ञ डॉ. शिवकुमार सरिन का मानना है कि सुबह खाली पेट दो सेब खाना लिवर के लिए एक नेचुरल डिटॉक्स की तरह काम करता है। सेब में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट Fatty Liver Disease से बचाव में कारगर साबित होते हैं।
2. इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
Fatty Liver Disease की पहचान समय रहते करना बेहद जरूरी है। गर्दन पर कालापन, त्वचा पर छोटे मस्से, थकान, अपच और आंखों का पीला पड़ना इसके आरंभिक संकेत हो सकते हैं। कई बार लोग वजन कम कर लेते हैं लेकिन फिर भी लिवर में फैट बना रहता है, इसका मुख्य कारण खराब जीवनशैली होता है।
लिवर की दुश्मन चीजें: क्या-क्या नहीं खाना चाहिए
1. प्रोसेस्ड और जंक फूड से बनाएं दूरी
तले-भुने, प्रोसेस्ड और जंक फूड लिवर में वसा जमा करने के मुख्य कारण हैं। Fatty Liver Disease के मामलों में यह देखा गया है कि ऐसे भोजन लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
2. शराब और स्मोकिंग से भी होता है नुकसान
शराब और धूम्रपान न केवल लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं, बल्कि लंबे समय तक इनके सेवन से लिवर सिरोसिस और Fatty Liver Disease जैसी घातक बीमारियां जन्म ले सकती हैं।
लिवर को कैसे रखें फिट?
कॉफी बन सकती है बचाव का जरिया
हाल ही में कई स्टडीज में यह पाया गया है कि सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन Fatty Liver Disease के खतरे को कम कर सकता है। डॉ. सरिन भी मानते हैं कि कॉफी लिवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाती है, बशर्ते इसे सीमित मात्रा में लिया जाए।
नियमित व्यायाम से मिलेगा लाभ
हर दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे तेज चलना, योग या हल्का जॉगिंग करना लिवर की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। एक जगह बैठकर लगातार काम करने वालों में Fatty Liver Disease की संभावना अधिक होती है।
जांच और सतर्कता: लापरवाही न करें
समय रहते जांच है जरूरी
अगर लगातार थकान, पेट में सूजन, पीलापन या अपच की शिकायत हो रही है तो लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) कराना जरूरी है। Fatty Liver Disease की शुरुआत में ही पहचान हो जाए तो जीवनशैली में सुधार करके इसे रोका जा सकता है।
आयुर्वेद और घरेलू उपाय: सहायक लेकिन विकल्प नहीं
कुछ लोग Fatty Liver Disease के इलाज के लिए घरेलू नुस्खों या आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा लेते हैं। हालांकि, डॉ. सरिन सलाह देते हैं कि ऐसे उपाय डॉक्टर की सलाह के बिना न अपनाएं। यह केवल सहायक हो सकते हैं, प्राथमिक इलाज नहीं।
जीवनशैली में बदलाव ही असली इलाज
Fatty Liver Disease कोई लाइलाज बीमारी नहीं है, लेकिन यह धीमे जहर की तरह शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। इसका इलाज महंगे इलाज या दवाओं में नहीं, बल्कि संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली में छुपा है। यदि समय रहते सावधानी बरती जाए, तो लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।