हर रात एक चम्मच खाएं और देखिए कैसे रुक जाता है बुढ़ापा – आयुर्वेद भी हैरान इस घरेलू राज़ पर!

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हाइलाइट्स

  • अजवाइन के नियमित उपयोग से बुढ़ापे के लक्षण देर से दिखाई देते हैं
  • चेहरे की झुर्रियां, कमजोरी और पेट संबंधी रोगों में अजवाइन का है रामबाण इलाज
  • कैंसर, गठिया, पथरी, खांसी और पाचन जैसी 270 बीमारियों में अजवाइन का अद्भुत उपयोग
  • रात में अजवाइन का गर्म पानी के साथ सेवन वर्षों तक जवान बनाए रखने में मददगार
  • आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अजवाइन एक पाचक, कफनाशक और जीवाणुनाशक औषधि मानी जाती है

 बुढ़ापे में भी जवान दिखने का रहस्य: अजवाइन

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और असंतुलित खानपान ने युवाओं में भी बुढ़ापे के लक्षण समय से पहले ही दिखने शुरू कर दिए हैं। चेहरे की झुर्रियां, त्वचा की ढीलापन, थकावट और आंतरिक कमजोरी अब सिर्फ उम्रदराज़ लोगों की समस्या नहीं रही। हालांकि बाज़ार में कई दवाइयाँ, क्रीम और सप्लीमेंट्स उपलब्ध हैं, लेकिन अजवाइन के रूप में मौजूद एक घरेलू उपाय न सिर्फ बुढ़ापे की गति को रोकता है, बल्कि शरीर को भीतर से स्वस्थ और ऊर्जावान बनाता है।

 क्या है अजवाइन और क्यों है यह इतना उपयोगी?

 आयुर्वेद में अजवाइन की महिमा

अजवाइन को आयुर्वेद में “एका यमानी शतमन्न पाचिका” कहा गया है, जिसका अर्थ है – एक अकेली अजवाइन सौ प्रकार के भोजन को पचाने की क्षमता रखती है। यह पाचन शक्ति को बेहतर बनाती है, वात-कफ को संतुलित करती है और शरीर के हर अंग को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है।

 अजवाइन के उपयोग से कैसे रहें सालों तक जवान?

 रात में अजवाइन का सेवन

रोज़ रात को सोने से पहले एक चम्मच अजवाइन को चबाकर गर्म पानी पीने से त्वचा में कसावट आती है, झुर्रियां कम होती हैं और शरीर में ताकत बनी रहती है। इसके साथ ही यह उपाय पेट की बीमारियों से भी रक्षा करता है।

 चेहरे के दाग-धब्बों से छुटकारा

 अजवाइन-दही फेसपैक

लगभग 25 ग्राम अजवाइन को पीसकर 25 ग्राम दही में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। रातभर रखने के बाद सुबह गुनगुने पानी से धोने पर काले दाग-धब्बे दूर होते हैं और त्वचा दमकने लगती है।

 पेट की समस्याओं का समाधान

 गैस और अपच

अजवाइन, सेंधानमक, सोंठ और हरड़ का मिश्रण बनाकर गर्म पानी के साथ लेने से अपच, गैस और पेट दर्द में अद्भुत लाभ होता है।

 कीड़े और कब्ज

पेट के कीड़े खत्म करने के लिए अजवाइन और काला नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर सोते समय गर्म पानी के साथ सेवन करें।

 कैंसर में लाभकारी: क्या कहता है आयुर्वेद?

 सूर्य उगने से पहले करें विशेष मिश्रण का सेवन

12 ग्राम अजवाइन, 12 ग्राम सौंफ, 2 बादाम और 21 तुलसी पत्तों को पीसकर मिश्री के साथ सुबह-सुबह सेवन करने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में भी लाभ देखा गया है।

 गठिया और जोड़ों के दर्द में असरदार अजवाइन के तेल की मालिश

गठिया या जोड़ों के दर्द में अजवाइन का तेल प्रभावित स्थान पर लगाने से दर्द में राहत मिलती है। इसके अलावा अजवाइन के चूर्ण की पोटली बनाकर सेंकाई करने से सूजन और जकड़न में आराम मिलता है।

 खांसी, जुकाम और श्वास रोग

 अजवाइन का काढ़ा

खांसी और कफ से राहत पाने के लिए अजवाइन का काढ़ा बनाकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर रात को सोने से पहले पिएं। यह उपाय बलगम निकालता है और गले को राहत देता है।

 पाचन शक्ति बढ़ाने वाला रामबाण उपाय

 भोजन के बाद अजवाइन

1 चम्मच सिंकी हुई अजवाइन को सेंधानमक लगाकर चबाने से पाचन शक्ति तेज होती है, गैस नहीं बनती और खाना आसानी से पचता है।

 महिलाओं के लिए विशेष लाभ

 प्रसव के बाद कमर दर्द और गर्भाशय की शुद्धि

प्रसूता महिलाओं को अजवाइन और गुड़ का मिश्रण देने से गर्भाशय की सफाई होती है, भूख बढ़ती है और कमजोरी दूर होती है।

 अन्य चमत्कारी फायदे

  • दांत दर्द: अजवाइन का तेल दांतों पर लगाने से दर्द में राहत
  • मुंहासे: अजवाइन-दही का पेस्ट रात में लगाने से पिंपल्स खत्म
  • अनिद्रा: अजवाइन तेल को कनपटियों पर लगाने से नींद अच्छी आती है
  • मोटापा: अजवाइन, सेंधानमक, कालीमिर्च का चूर्ण सुबह छाछ के साथ लें
  • पथरी: अजवाइन और जीरा का चूर्ण नियमित सेवन से पथरी बाहर निकलती है

 सावधानी: किन्हें नहीं करना चाहिए अजवाइन का अधिक प्रयोग?

अजवाइन की प्रकृति गर्म और शुष्क होती है। अत: अत्यधिक गर्म मिजाज वाले व्यक्ति या जिनकी प्रकृति पहले से ही गर्म है, उन्हें इसका सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।

अजवाइन एक ऐसा घरेलू उपाय है, जो न सिर्फ बुढ़ापे के लक्षणों को दूर करता है, बल्कि शरीर को भीतर से शक्तिशाली बनाता है। पाचन, त्वचा, संधियों और यहां तक कि कैंसर जैसी बीमारियों में भी इसके उपयोग से लाभ देखा गया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि अजवाइन हमारे किचन में छिपा एक आयुर्वेदिक डॉक्टर है।

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