हाइलाइट्स
- देवरिया ज़िले में दो युवकों के बीच बच्ची से गलत हरकत को लेकर विवाद
- गुस्से में एक युवक ने दूसरे पर धारदार हथियार से हमला किया
- घायल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया
- पुलिस ने जांच शुरू कर दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए
मामला क्या है
उत्तर प्रदेश के देवरिया ज़िले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, दो युवक पिछले कुछ महीनों से पति-पत्नी की तरह साथ रह रहे थे। यह मामला उस वक्त चर्चा में आ गया जब दोनों के बीच एक मासूम बच्ची को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि बात हिंसा तक पहुँच गई।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों युवक किराए के मकान में रहते थे। उनमें से एक युवक अपनी छह माह की बेटी की देखभाल कर रहा था। गुरुवार की रात दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई, जो जल्द ही झगड़े में बदल गई। आरोप है कि युवक ने अपने साथी पर बच्ची के साथ गलत हरकत करने का आरोप लगाया। इसके बाद गुस्से में उसने धारदार हथियार से हमला कर दिया।
घायल की हालत गंभीर
हमले में घायल युवक को गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुँची और घायल को तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, युवक को काफी खून बह गया था और हालत नाजुक थी। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है।
अस्पताल सूत्रों का कहना है कि घायल को गहरे जख्म आए हैं, लेकिन फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है।
पुलिस ने शुरू की जांच
देवरिया पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों युवक लंबे समय से साथ रह रहे थे और आपस में गहरी दोस्ती थी। हालाँकि, उनके बीच हाल के दिनों में झगड़े की खबरें मिल रही थीं। गुरुवार को बच्ची से जुड़ी घटना ने मामला और गंभीर बना दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोप लगाने वाले युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उसके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। साथ ही, पीड़ित बच्ची को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए महिला अस्पताल भेजा गया है। अधिकारियों ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद सभी कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
देवरिया एसपी ने कहा, “मामला बेहद संवेदनशील है। हम सभी तथ्यों की गहनता से जांच कर रहे हैं। फिलहाल दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है और मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद इलाके में चर्चा का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों युवक पिछले कुछ महीनों से किराए के मकान में रह रहे थे, लेकिन कभी किसी तरह की शिकायत नहीं आई थी। पड़ोसियों ने बताया कि दोनों शांत स्वभाव के लगते थे, इसलिए इस तरह की घटना ने सबको चौंका दिया।
एक पड़ोसी ने बताया, “रात को झगड़े की आवाजें आ रही थीं, लेकिन किसी ने सोचा नहीं था कि बात इतनी बढ़ जाएगी। कुछ देर बाद हमने देखा कि एक व्यक्ति लहूलुहान हालत में बाहर भाग रहा था।”
पुलिस की अपील और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि घटना की सच्चाई सामने आने में अभी कुछ समय लगेगा, क्योंकि मामले में संवेदनशील तथ्य जुड़े हैं।
जांच अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल से कई अहम सबूत मिले हैं। मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और पड़ोसियों के बयान भी खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही पूरी रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों के बीच पहले से कुछ तनाव था, जो इस घटना की वजह बना। फिलहाल दोनों के संबंधों और पारिवारिक पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है।
सामाजिक दृष्टिकोण से मामला संवेदनशील
यह घटना केवल एक अपराध की कहानी नहीं, बल्कि समाज में बढ़ते मानसिक तनाव और असंतुलन का उदाहरण भी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में न केवल पुलिस कार्रवाई जरूरी है, बल्कि मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी समझना ज़रूरी होता है कि ऐसे टकराव क्यों बढ़ते हैं।
महिला आयोग और बाल अधिकार आयोग ने भी इस तरह की घटनाओं पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि जब किसी मामले में नाबालिग या शिशु शामिल हो, तो उसे अत्यधिक संवेदनशीलता के साथ हैंडल करना चाहिए।
देवरिया की यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि समाज में वैचारिक और भावनात्मक असंतुलन किस तरह खतरनाक रूप ले सकता है। पुलिस फिलहाल मामले की गहराई से जांच कर रही है और बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि सच्चाई सामने आने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल घायल युवक अस्पताल में उपचाराधीन है, जबकि पुलिस जांच में जुटी हुई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोगों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर ऐसे विवादों को रोकने के लिए समाज और सिस्टम को क्या कदम उठाने चाहिए।