रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वीआईपी रोड पर हुए एक सड़क हादसे की जांच के दौरान पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में उज्बेकिस्तान की एक युवती समेत तेलंगाना और त्रिपुरा की दो युवतियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, गिरोह के डीलर और लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाले दो अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है।
हादसे से खुली सेक्स रैकेट की परतें
5 फरवरी 2025 की रात वीआईपी रोड पर एक विदेशी युवती द्वारा चलाई जा रही कार ने एक्टिवा सवार तीन युवकों को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। उनमें से एक, अरुण विश्वकर्मा की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि ललित चंदेल की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। नीलकमल साहू की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। हादसे के बाद पुलिस ने जब कार सवार युवती से पूछताछ की, तो मामले में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।
विदेशी युवती और हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट
हादसे में शामिल उज्बेकिस्तान की युवती सत्तारोवा नादिराखोन और वकील भावेश आचार्य को पुलिस ने रिमांड पर लिया। पूछताछ में सामने आया कि सत्तारोवा 30 जनवरी को उज्बेकिस्तान से भारत आई थी और 31 जनवरी को रायपुर पहुंची थी। जांच में पुलिस को रायपुर, दुर्ग, भिलाई और बिलासपुर के ग्राहकों की एक डायरी भी मिली है, जिससे यह संकेत मिला कि यह रैकेट बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था।
इस सेक्स रैकेट में देशभर से युवतियों को बुलाकर हाई-प्रोफाइल लोगों को सेवाएं दी जा रही थीं। पुलिस ने संदेह जताया है कि इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं। फिलहाल, सरस्वती नगर और तेलीबांधा थाने में पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
रायपुर में सेक्स रैकेट और नाइट पार्टियों की बढ़ती समस्या
राजधानी रायपुर में पिछले कुछ वर्षों में नाइट पार्टियों, अवैध देहव्यापार और नशाखोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। शहर के कई बड़े होटलों, क्लबों और कैफे में देर रात तक पार्टियां होती हैं, जहां शराब और नशीले पदार्थों की खुली बिक्री की जाती है।
इन पार्टियों में बाहरी राज्यों से बार डांसर्स और युवतियों को बुलाया जाता है, जिन्हें अवैध रूप से होटल और फार्महाउस में रखा जाता है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ आयोजक इन महिलाओं को “इवेंट डांसर्स” या “सेलिब्रेशन गर्ल्स” के रूप में बुलाते हैं, लेकिन असल में यह हाई-प्रोफाइल देह व्यापार का हिस्सा होता है।
आबकारी विभाग और पुलिस की भूमिका पर सवाल
इस मामले में आबकारी विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, पार्टी के आयोजन के लिए आयोजक 50-100 लोगों के नाम पर परमिशन लेते हैं, लेकिन असल में वहां 500 से 1000 से अधिक लोग शामिल होते हैं। यह पार्टियां विभिन्न नामों से आयोजित की जाती हैं, जैसे:
- बर्थडे पार्टी
- न्यू कमर पार्टी
- फ्रेशर पार्टी
- गेट-टु-गेदर
शहर में कई जगहों पर टेक्नो पार्टी का आयोजन भी किया जाता है, जहां नशे के सौदागर भारी मात्रा में चरस, अफीम, गांजा, कोकीन और अन्य मादक पदार्थ बेचते हैं। पुलिस और आबकारी विभाग इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं, जिससे नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।
सेक्स रैकेट के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में कई ठिकानों पर छापेमारी की और सेक्स रैकेट से जुड़े कई अहम सुराग जुटाए हैं। अभी तक इस मामले में:
- चार महिलाओं को हिरासत में लिया गया है।
- गिरोह के दो मुख्य ऑपरेटर भी पकड़े गए हैं।
- रायपुर, भिलाई और बिलासपुर के कई होटलों की जांच जारी है।
पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा।
नशे और अवैध धंधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
रायपुर के वीआईपी रोड और अन्य पॉश इलाकों में देर रात तक हो रही इन गतिविधियों को रोकने के लिए प्रशासन पर दबाव बढ़ रहा है। आम आदमी पार्टी के यूथ विंग ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
पुलिस और प्रशासन को इस तरह के हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट और नशे के अड्डों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि युवाओं को इस दलदल से बाहर निकाला जा सके और समाज में इस गंदे कारोबार को खत्म किया जा सके।
रायपुर में हालिया खुलासे ने यह साफ कर दिया है कि शहर में अवैध नशाखोरी और देह व्यापार बड़े पैमाने पर संचालित हो रहा है। वीआईपी रोड हादसे की जांच के दौरान सामने आए इस हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट से यह भी जाहिर होता है कि यह संगठित अपराध का हिस्सा था।
प्रशासन को अब ठोस कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके। स्थानीय नागरिकों और समाज के जिम्मेदार लोगों को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए।