हाइलाइट्स
- पापा की परी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल, लोगों में नाराजगी
- सड़क पर स्कूटी रोककर खुलेआम शराब पीती युवती का वीडियो बना चर्चा का विषय
- स्कूटी पर “पुलिस” लिखा होने से मामला और गर्माया
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग पर उठे सवाल
- वीडियो पर कार्रवाई की मांग, जांच की तैयारी
देश भर में सोशल मीडिया एक क्लिक में किसी भी घटना को सुर्खियों में ला सकता है। हाल ही में सामने आया पापा की परी वीडियो इसका ताजा उदाहरण है। इस वीडियो में एक युवती सड़क पर स्कूटी रोककर खुलेआम शराब पीती नजर आती है। एक हाथ में बोतल है, कैमरे की ओर देखकर वह बेपरवाह मुस्कुराती है और बिना किसी डर के शराब का सेवन जारी रखती है। लेकिन इस पूरे मामले को और गंभीर बनाता है स्कूटी पर लिखा शब्द—“पुलिस”। यही वजह है कि यह पापा की परी वीडियो अब सिर्फ सोशल मीडिया मस्ती का हिस्सा नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था से जुड़े गंभीर प्रश्नों का केंद्र बन चुका है।
वीडियो कैसे बना पापा की परी वीडियो विवाद
वीडियो एक सार्वजनिक सड़क पर शूट किया गया है, जहां युवती अपनी स्कूटी रोकती है, बोतल खोलती है और सड़क किनारे खड़े होकर शराब पीने लगती है। कोई रोकने वाला नहीं, कोई परवाह नहीं। कुछ राहगीरों ने यह दृश्य देखकर वीडियो रिकॉर्ड किया और देखते ही देखते पापा की परी वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया। इसे लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या युवती किसी पुलिसकर्मी से जुड़ी है, या उसने स्कूटी पर लिखे शब्द का गलत इस्तेमाल किया।
लोगों का कहना है कि अगर आम नागरिक ऐसा करे तो तुरंत कार्रवाई होगी, लेकिन इस मामले में पुलिस की प्रतिक्रिया धीमी दिखाई दी। इससे पापा की परी वीडियो और भी ज्यादा चर्चा में आ गया।
कुछ तो मजबूरी रही होगी वरना ऐसे कौन करता है
बहुत चढ़ा ली है बालिके अब घर जाकर सो जाओ, pic.twitter.com/S2ZKkULQtC— @MR.Khan (@M__Rkhan) November 20, 2025
सड़क पर शराब पीना कानूनन अपराध
भारतीय कानून के अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थान पर शराब पीना प्रतिबंधित है। यह सड़क पर हो, पार्क में या किसी अन्य सार्वजनिक जगह पर—कानूनी रूप से अपराध माना जाता है। लेकिन युवती का यह बेपरवाह रवैया और खुलेआम कैमरे के सामने बोतल दिखाना इस बात का संकेत है कि उसे किसी कार्रवाई का डर नहीं था।
यही वजह है कि पापा की परी वीडियो ने जनता के बीच रोष को जन्म दिया। वीडियो के वायरल होने के बाद कई लोगों ने लिखा कि स्कूटी पर “पुलिस” लिखा होना ही इस बेखौफ रवैये की वजह है।
पुलिस विभाग पर सवाल
वीडियो सामने आते ही पुलिस विभाग पर सवाल उठने लगे। क्या स्कूटी असली पुलिस की है? क्या युवती किसी पुलिसकर्मी की रिश्तेदार है? क्या इसी वजह से वह इतनी बेफिक्र होकर सड़क पर शराब पी रही है?
जैसे ही पापा की परी वीडियो वायरल हुआ, विभाग की ओर से जांच शुरू होने की बात कही गई। पुलिस का कहना है कि वीडियो की सत्यता, लोकेशन और वाहन की जानकारी जुटाई जा रही है। अगर यह सरकारी वाहन नहीं है और सिर्फ लोगों को प्रभावित करने के लिए “पुलिस” लिखा गया है तो यह भी कानूनन अपराध है।
सोशल मीडिया पर बंटी राय
इस पूरे प्रकरण पर सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है। एक वर्ग इसे युवा पीढ़ी की लापरवाही और कानून के प्रति उदासीनता बताता है, जबकि दूसरा वर्ग इसे प्रशासन की कमजोर पकड़ का परिणाम मानता है।
कई लोग यह भी कह रहे हैं कि पापा की परी वीडियो कोई मामूली घटना नहीं है। यह एक संकेत है कि सड़क पर कानून व्यवस्था की स्थिति क्या है और किस तरह सुरक्षा को हल्के में लिया जा रहा है।
दूसरी ओर कुछ लोग इसे एक “स्टंट” बताते हैं, जिसका उद्देश्य केवल सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज जुटाना था। लेकिन चाहे वजह कुछ भी हो, सार्वजनिक स्थान पर शराब पीना और “पुलिस” लिखी स्कूटी का दुरुपयोग दोनों ही गंभीर मामले हैं।
सड़क सुरक्षा पर बड़ा सवाल
वीडियो में युवती शराब पीने के बाद भी स्कूटी पर चढ़ती दिखाई देती है। इससे सड़क सुरक्षा को लेकर और भी बड़े सवाल उठते हैं। नशे में वाहन चलाना सड़क हादसों के प्रमुख कारणों में से एक है। पुलिस विभाग लगातार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करता है, लेकिन पापा की परी वीडियो जैसे मामले इन अभियानों की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े करते हैं।
सड़क सुरक्षा चिंताएं
- नशे में वाहन चलाना जानलेवा
- सड़क पर शराब पीना दूसरों के लिए खतरा
- “पुलिस” लिखी स्कूटी से गलत संदेश
- कानून की अवहेलना से बढ़ता जोखिम
क्या युवती किसी खास परिवार से है?
चर्चा है कि युवती किसी पुलिसकर्मी की बेटी है, इसलिए लोग इसे पापा की परी वीडियो कहकर संबोधित कर रहे हैं। हालांकि पुलिस विभाग ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। सोशल मीडिया पर इस नाम के चलने की वजह सिर्फ यह है कि ऐसा लग रहा है मानो युवती किसी अधिकार के भरोसे बेखौफ व्यवहार कर रही हो।
अगर यह सच है तो स्थिति और भी गंभीर है। अगर नहीं, तो स्कूटी पर “पुलिस” लिखकर लोगों को गुमराह करना भी दंडनीय अपराध है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस का कहना है कि वे वीडियो की जांच कर रहे हैं। विभाग यह भी देख रहा है कि कहीं यह किसी दूसरे शहर का वीडियो तो नहीं। शुरुआती जांच में पता चला है कि स्कूटी नंबर और लोकेशन की पहचान की जा रही है।
जैसे ही पापा की परी वीडियो वायरल हुआ, प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ गया। वीडियो की वायरल गति ने यह साफ कर दिया कि आम जनता ऐसे मामलों में बिल्कुल सहनशील नहीं है।
जनता की नाराजगी
सार्वजनिक जगह पर शराब पीना जहां कानून तोड़ना है, वहीं “पुलिस” लिखी स्कूटी का इस्तेमाल कर इस तरह का प्रदर्शन करना लोगों की भावनाएं भड़काने जैसा है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह घटना कानून के लिए मजाक है।
एक यूजर ने लिखा, “अगर यही काम कोई आम आदमी करे तो जेल जाना तय होता, लेकिन यहां मामला उल्टा है।”
दूसरे ने लिखा, “यह सिर्फ वीडियो नहीं, कानून व्यवस्था का मजाक है। पापा की परी वीडियो ने व्यवस्था की पोल खोल दी है।”
यह घटना सिर्फ एक वायरल वीडियो नहीं, बल्कि एक बड़ी चेतावनी है। सड़क पर शराब पीना, वाहन पर “पुलिस” लिखना और कानून को चुनौती देना किसी भी समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता। पापा की परी वीडियो ने यह साफ कर दिया है कि कानून की पकड़ मजबूत न हो तो ऐसे मामलों की संख्या बढ़ेगी।
अब देखना यह है कि पुलिस विभाग जांच में क्या तथ्य सामने लाता है और इस मामले में क्या कार्रवाई होती है। जनता की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं क्योंकि यह मामला सड़क सुरक्षा, कानून व्यवस्था और पुलिस छवि तीनों पर असर डाल रहा है।