हाइलाइट्स
– पानीपत में एक 50 वर्षीय मां के साथ उसके सगे बेटे ने रेप की घटना को अंजाम दिया।
– आरोपी शराब का आदी है और 4 साल पहले उसका तलाक हो चुका है।
– घटना 8 जुलाई की रात को तब हुई जब आरोपी नशे की हालत में घर लौटा और मां के साथ जबरदस्ती की।
– पीड़िता ने अपने पति और बेटियों को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस में केस दर्ज किया गया।
– पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पानीपत के गांव में हुई घटना ने समाज को झकझोर दिया
पानीपत जिले के एक गांव में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ पूरे इलाके को हिला दिया, बल्कि समाज के सामने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक 50 वर्षीय महिला के साथ उसके ही बेटे ने रेप जैसी जघन्य घटना को अंजाम दिया।
आरोपी की पहचान और पृष्ठभूमि
आरोपी महिला का इकलौता बेटा है, जिसकी उम्र करीब 30 साल है। वह शराब का आदी है और करीब 4 साल पहले उसका अपनी पत्नी से तलाक हो चुका है। पीड़िता ने बताया कि वह अपने पोते का पालन-पोषण खुद कर रही है, क्योंकि उसका बेटा नशे की लत के कारण कोई जिम्मेदारी नहीं उठाता।
8 जुलाई की रात क्या हुआ?
8 जुलाई को शाम करीब 7 बजे आरोपी खेतों में फसलों को पानी देने गया था। उस समय पीड़िता का पति अपनी बहन की ससुराल में गया हुआ था। रात करीब 10 बजे आरोपी नशे की हालत में घर लौटा।
नशे में धुत बेटे ने किया मां पर हमला
– आरोपी ने घर आते ही तेज आवाज में टीवी चला दिया।
– जब मां ने उसे टोका, तो वह निर्वस्त्र हालत में था और गाली-गलौज करने लगा।
– उसने मां को संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और विरोध करने पर उसे पीटा।
– रात करीब 12 बजे वह मां के कमरे में घुसा और उसके साथ जबरदस्ती की।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
अगली सुबह पीड़िता ने अपने पति और तीनों बेटियों को इस बारे में बताया। परिवार ने मिलकर इसराना थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
किन धाराओं में होगी कार्रवाई?
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ निम्नलिखित धाराओं में केस दर्ज किया है:
– धारा 376 (बलात्कार)
– धारा 506 (आपराधिक धमकी)
– धारा 323 (मारपीट)
– धारा 354 (स्त्री की इज्जत से खिलवाड़)
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना न सिर्फ एक परिवार के लिए दर्दनाक है, बल्कि पूरे समाज के लिए शर्मसार करने वाली है। ऐसे मामलों में न्याय दिलाने के साथ-साथ समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है।
कैसे रुके ऐसी घटनाएं?
– नशाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
– महिलाओं की सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान
– परिवारिक माहौल में बदलाव की जरूरत
पानीपत की यह घटना एक काले दिन की याद दिलाती है। आरोपी का नशे की लत में डूबकर अपनी ही मां के साथ ऐसा जघन्य अपराध करना मानवता के लिए कलंक है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज का सहयोग ही ऐसे मामलों को रोक सकता है।