हाइलाइट्स
- पति की हत्या के बाद पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर शव को घर में दफनाया
- 21 दिनों तक परिजनों को दिया गया झूठा बहाना – “वह बाहर गया है”
- मुंबई के नालासोपारा में टाइल्स के नीचे मिला शव, इलाके में फैली सनसनी
- मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी विजय के रूप में हुई
- आरोपी पत्नी गुड़िया और उसका प्रेमी मोनू पुलिस हिरासत में, जांच जारी
नालासोपारा में 21 दिन पुरानी लाश मिलने से सनसनी, पति की हत्या बनी रहस्य
मुंबई के नालासोपारा से एक ऐसी पति की हत्या की कहानी सामने आई है जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया और फिर उसके शव को घर की ज़मीन में टाइल्स के नीचे दफन कर दिया। यह भयावह वारदात करीब 21 दिन तक रहस्य बनी रही, जब तक कि परिजनों की शक की सुई गुड़िया पर नहीं जा टिकी।
पुलिस को इस केस की जानकारी तब मिली जब मृतक विजय के परिजनों ने मुंबई पहुंचकर उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। पूछताछ के बाद जब घर की खुदाई की गई, तो टाइल्स के नीचे से एक सड़ी-गली लाश मिली जो विजय की थी। इस खुलासे के बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
कैसे हुई वारदात की शुरुआत?
पति-पत्नी के रिश्ते में दरार थी
मूल रूप से जौनपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला विजय पिछले कुछ वर्षों से अपनी पत्नी गुड़िया के साथ मुंबई के नालासोपारा इलाके में किराए पर रह रहा था। मोहल्ले वालों के अनुसार, उनके रिश्ते में काफी समय से तनाव चल रहा था। गुड़िया का बाहर के एक युवक मोनू से प्रेम-प्रसंग चल रहा था, जिसकी जानकारी विजय को भी हो गई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आए दिन होने वाले झगड़ों से तंग आकर गुड़िया और मोनू ने विजय को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
हत्या की योजना और क्रियान्वयन
रूह कपा देने वाली घटना 😔
एक पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति क़ो घर मे दफ़न कर दिया, ज़ब परिजनों ने पूछा तो बताया वह बाहर गए है, फिर 21 दिन बीत जाने के बाद घर की खुदाई हुई तब पता चला की पत्नी ने अपने प्रेमी संग मिलकर पति ज़मीन मे टाइल्स के नीचे दफ़न कर दिया है,
यह… pic.twitter.com/vNKSUHYGYA
— akansha shreyan (@AkanshaShreyan) July 25, 2025
प्रेमी के साथ मिलकर की गई पति की हत्या
जांच में पता चला है कि घटना वाली रात, जब विजय घर पर अकेला था, तब मोनू भी घर आ गया था। दोनों ने मिलकर विजय को पहले नशे की हालत में किया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, एक गड्ढा खोदकर शव को ज़मीन में दफनाया और ऊपर से टाइल्स लगवा दिए।
गुड़िया ने अपने पड़ोसियों और विजय के रिश्तेदारों को बताया कि विजय किसी काम से बाहर गया है। मोबाइल बंद था, और कोई संपर्क न होने पर परिजनों को शक हुआ। 21 दिन बाद जब घर की तलाशी ली गई, तब जाकर असली सच सामने आया।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
आरोपी पत्नी और प्रेमी को पुलिस ने हिरासत में लिया
नालासोपारा पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गुड़िया और मोनू को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
फिलहाल, पुलिस इस केस को पति की हत्या के तहत IPC की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाना) में दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
इलाके में फैली दहशत और अविश्वास
घटना की जानकारी जब आसपास के लोगों को मिली, तो पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया। लोग विश्वास नहीं कर पा रहे थे कि एक पत्नी अपने ही पति के साथ इतनी निर्ममता से पेश आ सकती है।
विजय के परिजन भी स्तब्ध हैं। उसका भाई रवि बताता है, “हमें कुछ ठीक नहीं लग रहा था, इसलिए हम मुंबई आए। पर हमें ये नहीं पता था कि हमें अपने भाई की लाश इस हाल में मिलेगी।”
पति की हत्या के पीछे सामाजिक और मानसिक पहलू
बदलते रिश्ते, बढ़ती निष्ठुरता
इस प्रकार की पति की हत्या की घटनाएं समाज के बदलते मूल्यों और रिश्तों की असंवेदनशीलता को दर्शाती हैं। विवाह जैसे पवित्र बंधन में अब विश्वास की जगह संदेह, संवाद की जगह धोखा और प्रेम की जगह लालच ले रहा है।
इस मामले में खास बात यह भी है कि हत्या के बाद आरोपी 21 दिनों तक सामान्य जीवन जीते रहे, जिससे साफ होता है कि अपराध बोध भी नहीं बचा।
विशेषज्ञों की राय: क्यों हो रही हैं ऐसी घटनाएं?
साइकोलॉजिस्ट डॉ. निधि वर्मा कहती हैं, “इस तरह की वारदातें केवल कानून की विफलता नहीं, बल्कि समाज की नैतिक हार भी हैं। अगर रिश्तों में संवाद और विश्वास कायम रहे, तो इस तरह के अपराध रोके जा सकते हैं।”
न्याय की उम्मीद और कानूनी प्रक्रिया
अब यह मामला अदालत में पहुंचेगा, जहां सबूत और गवाहों के आधार पर फैसला होगा। उम्मीद की जा रही है कि मृतक विजय को न्याय मिलेगा और आरोपीयों को कड़ी सजा दी जाएगी।
इस पति की हत्या की घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या अब रिश्ते केवल दिखावे रह गए हैं?
रिश्तों में सच, समाज में सुरक्षा जरूरी
यह घटना केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि सामाजिक विश्वास की भी हत्या है। जब पत्नी ही अपने पति के जीवन की सबसे बड़ी दुश्मन बन जाए, तो समाज को आत्ममंथन करने की जरूरत है।
आवश्यक है कि हम अपने आसपास के रिश्तों पर ध्यान दें, संवाद को बढ़ावा दें और अगर किसी रिश्ते में हिंसा या धोखे की बू हो, तो समय रहते हस्तक्षेप करें।