माँ-बेटी ने अपने-अपने प्रेमियों और एक शूटर के साथ मिलकर रची पिता की हत्या की साजिश, मेरठ में रिश्तों का सबसे डरावना हत्याकांड

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हाइलाइट्स

  • Meerut Crime: माँ-बेटी ने अपने प्रेमियों की मदद से पिता की हत्या की साजिश रची
  • सुभाष की बेटी और पत्नी के थे प्रेम संबंध, विरोध करने पर बनाई गई हत्या की योजना
  • गुलज़ार, विपिन और उसका दोस्त शिवम भी साजिश में शामिल, चारों गिरफ्तार
  • बेटी सोनम अनुसूचित जाति के युवक से विवाह करना चाहती थी, पिता के विरोध से बढ़ी रंजिश
  • पुलिस जांच में सामने आए चौंकाने वाले पारिवारिक रहस्य, ग्रामीणों में हड़कंप

उत्तर प्रदेश के Meerut Crime की यह घटना सभ्यता, रिश्तों और विश्वास को झकझोर देने वाली है। एक किसान, जो अपने परिवार के लिए दिन-रात खेतों में मेहनत करता रहा, उसी को उसके अपने ही परिवार ने मौत के घाट उतार दिया। वजह? माँ-बेटी के अवैध संबंध और एक बेटी की प्रेम विवाह की जिद, जिसके रास्ते में सिर्फ पिता था।

माँ-बेटी और प्रेमी: रिश्तों की सीमा तोड़ी गई

 किसान सुभाष की हत्या की साजिश कैसे बनी?

मेरठ के एक गांव में रहने वाला किसान सुभाष एक साधारण किसान था। लेकिन उसका परिवार एक भयावह राज़ छिपा रहा था। उसकी पत्नी कविता और बेटी सोनम दोनों ही अपने-अपने प्रेमियों के साथ संबंध में थीं। सुभाष को यह बिल्कुल भी मंजूर नहीं था।

पत्नी कविता का रिश्ता गुलज़ार नामक युवक से था, जो अक्सर उनके घर आता-जाता था। बेटी सोनम का रिश्ता विपिन नामक युवक से था, जो अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखता था।

 सुभाष का विरोध बना जान का दुश्मन

सुभाष अपनी पत्नी और बेटी दोनों को इस रास्ते से हटाना चाहता था। वह दोनों संबंधों का कड़ा विरोध करता था। कविता और सोनम ने उसे कई बार चेतावनी दी, लेकिन वह नहीं झुका।

आखिरकार कविता और सोनम ने सुभाष को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। उन्होंने अपने प्रेमियों गुलज़ार और विपिन को हत्या के लिए तैयार किया।

शूटर का इंतज़ाम और हत्या की पूरी स्क्रिप्ट

 तीसरा साथी शिवम: हत्या का क्रियान्वयन

विपिन ने अपने दोस्त शिवम को साथ मिलाया। चारों ने मिलकर एक दिन की योजना बनाई और सुभाष को खेत में अकेले जाने का इंतजार किया।

सुभाष को पहले से ही किसी अनहोनी की आशंका थी, लेकिन परिवार के लोगों पर उसने भरोसा किया। उसी भरोसे को तोड़ते हुए उसे खेत में गोलियों से भून दिया गया।

 पुलिस ने किया खुलासा: CCTV, कॉल डिटेल और कबूलनामे से मिली सच्चाई

हत्या के बाद पुलिस को सबसे पहले शक घर वालों पर ही हुआ। कॉल रिकॉर्ड्स और गांव के CCTV फुटेज ने इस Meerut Crime की परतें खोलनी शुरू कीं। जल्द ही चारों को गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

बेटी की जिद और जातीय संघर्ष का एंगल

 बड़ी बेटी डोली का प्रेम विवाह

जांच में खुलासा हुआ कि सुभाष की बड़ी बेटी डोली ने कुछ महीने पहले ही एक अनुसूचित जाति के युवक से प्रेम विवाह किया था। सुभाष पहले ही इस विवाह से बेहद आहत था और अब सोनम की वही जिद उसे और खल रही थी।

 सोनम की जिद: “मैं भी उसी से शादी करूंगी”

सोनम विपिन से शादी करने की ठान चुकी थी। उसे समाज की परवाह नहीं थी, लेकिन पिता की इजाज़त चाहिए थी। जब सुभाष ने साफ इंकार कर दिया, तभी से सोनम के भीतर प्रतिशोध पनपने लगा।

गिरफ्तारी, बयान और कानून की पकड़

 चारों आरोपी गिरफ्तार

  • कविता (पत्नी)
  • सोनम (बेटी)
  • गुलज़ार (कविता का प्रेमी)
  • विपिन (सोनम का प्रेमी)
  • शिवम (विपिन का दोस्त और शूटर)

पुलिस ने IPC की कई धाराओं में केस दर्ज किया है। हत्या की साजिश, हत्या में सक्रिय भागीदारी, और शस्त्र अधिनियम के तहत कठोर धाराएं लगाई गई हैं।

मनोवैज्ञानिक पहलू और समाज पर सवाल

 जब रिश्ते मर जाते हैं…

यह Meerut Crime केवल एक हत्या की कहानी नहीं है, यह उस सामाजिक, पारिवारिक और भावनात्मक क्षरण का प्रतीक है जहाँ व्यक्ति सिर्फ अपनी इच्छाओं के लिए किसी भी हद तक जा सकता है—even to the extent of murdering a parent.

 जातीय प्रेम विवाह की स्वीकृति बन रहा टकराव का कारण?

इस घटना ने एक बार फिर जातीय विवाह की स्वीकृति, सामाजिक दबाव और पीढ़ी अंतर के संघर्ष को उजागर किया है। क्या समाज अब भी प्रेम विवाह को स्वीकार करने को तैयार नहीं? या फिर परिवारों में संवाद की कमी ऐसे अपराधों को जन्म दे रही है?

ग्रामीणों का रोष और प्रशासन की प्रतिक्रिया

गांव में इस घटना के बाद भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि सुभाष बेहद मेहनती और शांत स्वभाव का इंसान था। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की बात कही गई है।

Meerut Crime का यह मामला चेतावनी है

यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं, समाज के लिए चेतावनी है कि अगर हम रिश्तों की गरिमा नहीं बचा सके, संवाद को प्राथमिकता नहीं दी, और नैतिकता की सीमा नहीं मानी, तो ऐसे Meerut Crime आगे भी हमारे समाज को कलंकित करते रहेंगे।

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