हाइलाइट्स
- अवैध संबंधों की वजह से महिला ने भांजे के साथ मिलकर पति की हत्या की
- शव को घर के पास दफनाकर डाला गया 12 किलो नमक
- 10 महीने तक राज़ दबा रहा, लेकिन गुमशुदगी रिपोर्ट ने खोला पूरा मामला
- पुलिस जांच में सामने आई ‘दृश्यम’ जैसी साज़िश
- आरोपियों को जेल भेजा गया, गांव में दहशत का माहौल
कानपुर में ‘दृश्यम’ जैसा सच
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुआ यह मामला सुनकर किसी को भी फ़िल्म ‘दृश्यम’ की कहानी याद आ सकती है। यहां अवैध संबंधों की वजह से पत्नी लक्ष्मी और उसका भांजा अमित एक खौफनाक जुर्म में शामिल हो गए। दोनों ने मिलकर पति शिवबीर की हत्या की, शव को घर से कुछ दूरी पर दफनाया और उस पर नमक डाल दिया ताकि वह जल्दी गल जाए और कोई सबूत न बचे।
इस हत्या को छिपाने के लिए आरोपियों ने चालाकी से प्लान बनाया। करीब 10 महीने तक राज़ दफन रहा, लेकिन आखिरकार पुलिस की सख्त जांच ने इस ‘दृश्यम’ जैसे मामले का सच सामने ला दिया।
अवैध संबंध बने खौफनाक जुर्म की जड़
पति बना रास्ते का रोड़ा
लक्ष्मी और उसके भांजे अमित के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे। गांव वालों के बीच भी इन रिश्तों की चर्चा होती थी, लेकिन पति शिवबीर इनके बीच सबसे बड़ी बाधा था। लक्ष्मी और अमित ने इस बाधा को हमेशा के लिए हटाने का फैसला कर लिया।
सोची-समझी साज़िश
हत्या की रात लक्ष्मी और अमित ने शिवबीर को नशे की हालत में फंसाया। इसके बाद मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव को छिपाने के लिए उन्होंने घर से कुछ दूरी पर एक गड्ढा खोदा, उसमें शव को रखा और ऊपर से करीब 12 किलो नमक डाल दिया। यह तरीका अक्सर जानवरों की लाश को जल्दी गलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
10 महीने तक कैसे दबा रहा राज़?
गुमशुदगी रिपोर्ट ने खोला राज़
हत्या के बाद लक्ष्मी और अमित ने गांव वालों को यह कह दिया कि शिवबीर कहीं काम पर गया है और वापस नहीं आया। परिवार भी धीरे-धीरे चुप हो गया। लेकिन शिवबीर की बहन ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने जब गंभीरता से जांच शुरू की, तो कई सुराग सामने आए। मोबाइल लोकेशन, रिश्तेदारों के बयान और गांव में फैली चर्चाओं ने शक की सुई सीधे लक्ष्मी और अमित पर टिका दी।
पुलिस की पैनी नज़र
पुलिस ने लक्ष्मी से कड़ी पूछताछ की। पहले तो वह गुमराह करने की कोशिश करती रही, लेकिन आखिरकार सख्ती के सामने सच बोल पड़ी। लक्ष्मी ने कबूल कर लिया कि उसने भांजे के साथ मिलकर पति की हत्या की और शव को दफनाया।
‘दृश्यम’ जैसी कहानी, लेकिन अधूरी चालाकी
फिल्मों और हकीकत में फर्क
यह पूरा मामला ‘दृश्यम’ फ़िल्म से मेल खाता है, जहां जुर्म को छिपाने के लिए परिवार ने प्लानिंग की थी। लेकिन असल जिंदगी में इतनी सफाई नहीं हो पाई। आरोपियों ने सोचा कि शव पर नमक डालने से सड़-गल जाएगा और राज़ कभी नहीं खुलेगा, लेकिन तकनीक और पुलिस की जांच से सारा खेल बिगड़ गया।
गांव में सनसनी
जब यह राज़ खुला तो पूरे गांव में सनसनी फैल गई। लोग दबी आवाज़ में चर्चा करने लगे कि अवैध संबंधों के चक्कर में एक महिला ने अपने ही पति की जान ले ली। गांव वालों के मुताबिक, लक्ष्मी अक्सर भांजे अमित के साथ देखी जाती थी, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह रिश्ता एक हत्या तक पहुंच जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई
गिरफ्तारी और जेल
सच सामने आने के बाद पुलिस ने लक्ष्मी और अमित दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों पर हत्या और सबूत मिटाने के गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस जुर्म में और कोई शामिल था या किसी को इसकी भनक पहले से थी।
केस में आगे की कार्यवाही
मामला अदालत में जाएगा और दोनों आरोपियों को सख्त सज़ा मिलने की संभावना है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह केस समाज के लिए चेतावनी है कि अवैध संबंधों की आग इंसान को किस हद तक ले जा सकती है।
अवैध संबंध और अपराध का रिश्ता
विशेषज्ञों की राय
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अवैध संबंध अक्सर परिवारों को तोड़ देते हैं। जब इन पर सामाजिक दबाव और अपराधी मानसिकता हावी हो जाती है, तो लोग जुर्म करने से भी पीछे नहीं हटते।
समाज के लिए सीख
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि अवैध संबंध केवल रिश्तों को नहीं तोड़ते, बल्कि कई बार खून-खराबे का कारण भी बन जाते हैं। समाज को ऐसे मामलों पर समय रहते हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि कोई परिवार इस तरह बर्बाद न हो।
कानपुर का यह हत्याकांड ‘दृश्यम’ जैसी कहानी की याद दिलाता है, लेकिन असल जिंदगी में अपराध कितना भी सोचा-समझा क्यों न हो, एक न एक दिन सामने आ ही जाता है। अवैध संबंधों की आग में जल रही लक्ष्मी और उसके भांजे अमित ने अपने ही घर को बर्बाद कर लिया। अब दोनों जेल में हैं और गांव वाले हैरान हैं कि कैसे प्यार और हवस के रिश्ते ने एक निर्दोष इंसान की जान ले ली।