लंदन फ्लाइट में ‘अल्लाह हूँ अकबर’ चिल्लाया युवक, यात्रियों के सुनते ही उड़े होश – जांच हुई जो खुलासा हुआ उड़ गए लोगों के होश

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हाइलाइट्स

  • लन्दन फ्लाइट अल्लाह हूँ अकबर मामला: यात्रियों में मचा हड़कंप, फर्जी मुस्लिम पहचान कर रचाया नाटक
  • व्यक्ति की पहचान अभय देवदत्त के रूप में हुई, गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
  • फ्लाइट में अफरा-तफरी का माहौल, पायलट को करनी पड़ी आपात लैंडिंग की तैयारी
  • आरोपी ने स्वीकार किया कि उसका मकसद मुसलमानों को बदनाम करना था
  • सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, मामले को नफरत फैलाने वाली साजिश के रूप में देख रहीं

लन्दन फ्लाइट अल्लाह हूँ अकबर मामला एक ऐसा चौंकाने वाला घटनाक्रम बनकर सामने आया है, जिसने केवल सुरक्षा एजेंसियों को ही नहीं, बल्कि समाज के भीतर घृणा फैलाने वाले तत्वों की नीयत को भी बेनकाब कर दिया। एक आम फ्लाइट में, जब यात्रियों को लगा कि कोई आतंकी हमला होने वाला है, तो सबकुछ थम सा गया। मगर जब असलियत सामने आई, तो पूरे देश को एक अलग ही सच का सामना करना पड़ा।

उड़ान में डर और भ्रम की स्थिति

फ्लाइट संख्या और यात्रा विवरण

घटना ब्रिटेन की एक लन्दन जाने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट में घटी, जो म्यूनिख से लन्दन हीथ्रो एयरपोर्ट की ओर रवाना हुई थी। उड़ान में 172 यात्री सवार थे। उड़ान सामान्य थी, जब अचानक एक व्यक्ति जोर-जोर से ‘अल्लाह हूँ अकबर’ चिल्लाने लगा। यह सुनते ही यात्रियों में डर और घबराहट का माहौल बन गया।

पायलट की प्रतिक्रिया

पायलट ने तुरंत अलर्ट जारी करते हुए लन्दन एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और फ्लाइट को डायवर्ट करने की अनुमति मांगी। कुछ ही मिनटों में फ्लाइट को पास के एक मिलिट्री एयरपोर्ट में लैंड कराया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने व्यक्ति को हिरासत में लिया।

यात्रियों का अनुभव

एक यात्री की जुबानी

“हम सब समझ ही नहीं पाए कि क्या हो रहा है। अचानक वह व्यक्ति खड़ा हुआ और नारे लगाने लगा। हमें लगा कि यह कोई आतंकी हमला है। बच्चे रोने लगे, कुछ लोग दुआ मांगने लगे,” — यह कहना है फ्लाइट में मौजूद एक जर्मन नागरिक का।

एयरलाइन की सफाई

एयरलाइन की ओर से बयान जारी हुआ कि यह पूरी तरह एक घबराहट फैलाने वाली घटना थी, जिसे उन्होंने तत्परता से नियंत्रित किया। यात्रियों को वैकल्पिक फ्लाइट से भेजा गया और घटना की पूरी जांच की जा रही है।

 जांच में चौंकाने वाला खुलासा

आरोपी की पहचान: अभय देवदत्त

जब व्यक्ति की पहचान की गई, तो सामने आया कि उसका नाम अभय देवदत्त है, जो भारत का नागरिक है और पिछले तीन वर्षों से ब्रिटेन में रह रहा था। उसके पास नकली पहचान पत्र और एक मुस्लिम नाम से बना फर्जी पासपोर्ट भी मिला है।

पूछताछ में कबूलनामा

ब्रिटेन पुलिस की शुरुआती पूछताछ में अभय ने कबूल किया कि उसका मकसद मुस्लिम समुदाय को बदनाम करना था। उसने बताया कि वह सोशल मीडिया पर ऐसे ग्रुप्स से प्रभावित था, जो इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देते हैं।

मानसिक स्थिति या सोची-समझी साजिश?

मानसिक रोगी नहीं, पूर्व नियोजित योजना

हालांकि शुरुआती जांच में उसकी मानसिक स्थिति की भी समीक्षा की गई, लेकिन मनोचिकित्सकों की टीम ने उसे मानसिक रूप से स्वस्थ और सामान्य पाया। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह कोई आवेग में लिया गया कदम नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित साजिश थी।

सोशल मीडिया से संबंध

अभय के सोशल मीडिया प्रोफाइल्स की छानबीन में यह भी सामने आया कि वह कई कट्टरपंथी समूहों से जुड़ा था, जो इस्लाम धर्म के विरुद्ध दुष्प्रचार करते हैं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर की साजिश का हिस्सा तो नहीं।

कानूनी कार्यवाही और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

आरोप तय

अभय देवदत्त पर हेट क्राइम, फ्लाइट सुरक्षा को खतरे में डालना, और धार्मिक उकसावे जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और ब्रिटेन की सख्त एंटी-टेरर कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।

भारत की प्रतिक्रिया

भारतीय दूतावास ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है और ब्रिटेन सरकार से पूरी जांच की मांग की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार किसी भी प्रकार की धार्मिक नफरत और झूठे प्रचार की निंदा करती है।

सामाजिक प्रभाव और बहस

मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश

लन्दन फ्लाइट अल्लाह हूँ अकबर मामला समाज में धार्मिक असहिष्णुता को और बढ़ा सकता था, यदि सच्चाई सामने नहीं आती। यह घटना दिखाती है कि किस तरह कुछ कट्टर सोच वाले लोग किसी पूरे समुदाय की छवि खराब करने की कोशिश करते हैं।

नफरत की राजनीति पर वार

सोशल मीडिया पर भी इस घटना की खूब चर्चा हो रही है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और मुस्लिम नेताओं ने कहा कि “यह घटना एक आईना है, जिसमें समाज को अपनी सोच बदलने की जरूरत है। हर बार ‘अल्लाह हूँ अकबर’ चिल्लाने वाला आतंकी नहीं होता, और हर दाढ़ी वाला व्यक्ति संदिग्ध नहीं होता।”

नफरत का पर्दाफाश

लन्दन फ्लाइट अल्लाह हूँ अकबर मामला केवल एक उड़ान में घटी घटना नहीं, यह आधुनिक समाज में बढ़ती असहिष्णुता और कट्टरता का संकेत है। यह घटना हमें चेतावनी देती है कि नफरत फैलाने वाले लोग कहीं भी, किसी भी रूप में सामने आ सकते हैं। पर सत्य की शक्ति यही है कि वह नकली चेहरे को बेनकाब कर ही देती है।

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