हाथ-पैर में दिखने वाले ये 5 बदलाव हो सकते हैं लिवर की खराबी का संकेत, डॉक्टर की चेतावनी पर गौर करें

Health

हाइलाइट्स

  • लिवर की खराबी के शुरुआती 5 लक्षण जिन्हें जानना जरूरी है
  • लाल हथेलियां, पीली त्वचा और एडिमा हो सकते हैं चेतावनी संकेत
  • विशेषज्ञों के अनुसार समय रहते पहचानने से बच सकती है जान
  • हार्वर्ड के डॉक्टर सौरभ सेठी ने बताए जरूरी टिप्स
  • लिवर की खराबी से बचने के लिए सही खानपान और नियमित जांच जरूरी

शरीर का सबसे मेहनती अंग — लिवर

हमारे शरीर में लिवर ऐसा अंग है जो प्रतिदिन 500 से अधिक कार्य करता है। यह खून को फिल्टर करता है, टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, पोषक तत्वों को संचित करता है और पाचन प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन लिवर की खराबी होने पर यह सारे कार्य प्रभावित हो जाते हैं, जिससे धीरे-धीरे पूरे शरीर की कार्यक्षमता कम होने लगती है।

लिवर की खराबी क्यों होती है?

लिवर की खराबी कई कारणों से हो सकती है—

  • अत्यधिक शराब का सेवन
  • वायरल संक्रमण (हेपेटाइटिस)
  • मोटापा और फैटी लिवर
  • दवाओं का अधिक प्रयोग
  • अस्वस्थ आहार और प्रदूषण

जब लिवर पर ज़रूरत से ज्यादा दबाव पड़ता है, तो इसकी कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होने लगती हैं, जिससे लिवर सिरोसिस या फेल्योर जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के लिवर स्पेशलिस्ट डॉ. सौरभ सेठी के अनुसार, लिवर की खराबी के शुरुआती संकेतों को समझना बेहद जरूरी है। अगर इन लक्षणों को अनदेखा किया जाए, तो बाद में इलाज मुश्किल हो सकता है।

लिवर की खराबी के 5 मुख्य लक्षण

1. लाल हथेलियां

अगर हथेलियां हमेशा लाल रहती हैं, ठंडी महसूस होती हैं या उनमें सूजन रहती है, तो यह लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है। लिवर सही से काम न करने पर ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे हथेलियों में खुजली और जलन भी हो सकती है।

2. स्पाइडर नसें

पैरों में खासकर टखनों के आसपास मकड़ी के जाले जैसी नसें दिखना भी लिवर की खराबी का लक्षण है। यह लिवर की क्षमता में कमी और खून के थक्के बनने की वजह से होता है। समय रहते जांच न कराने पर यह दर्दनाक घाव में बदल सकता है।

3. उंगलियों का चिपकना

लिवर की कार्यक्षमता कम होने पर हाथ-पैर की उंगलियों में सूजन आ जाती है, खासकर नाखूनों के पास। इस सूजन से उंगलियां आपस में चिपकने लगती हैं। यह भी लिवर की खराबी का एक गंभीर संकेत है, जो ऑक्सीजन की कमी और ब्लड सप्लाई में रुकावट के कारण होता है।

4. पीली त्वचा और आंखें

पीलिया का होना या त्वचा व आंखों का पीला पड़ना, सीधे-सीधे लिवर की खराबी का संकेत है। यह बिलीरुबिन की अधिकता के कारण होता है, जो लिवर द्वारा सही तरह से फिल्टर न हो पाने की वजह से खून में बढ़ जाता है।

5. एडिमा (सूजन)

हाथ-पैर और पेट में पानी भरने या सूजन आने की समस्या को एडिमा कहते हैं। यह भी लिवर की खराबी का नतीजा है। इस स्थिति में पेट फूलना, थकान और वजन बढ़ना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।

लिवर की खराबी से जुड़े अन्य लक्षण

  • लगातार थकान और कमजोरी
  • भूख में कमी
  • पेट में भारीपन
  • उल्टी और जी मिचलाना
  • आसानी से खून बहना या चोट लगना

लिवर की खराबी से बचाव के तरीके

संतुलित आहार लें

हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त भोजन लें। जंक फूड, अधिक तेल और चीनी से बचें।

शराब और धूम्रपान से दूरी

शराब लिवर की कोशिकाओं को तेजी से नष्ट करती है। धूम्रपान भी लिवर की कार्यक्षमता को कम करता है।

नियमित जांच

अगर आपके परिवार में लिवर रोग का इतिहास है या आप शराब का सेवन करते हैं, तो हर 6 महीने में लिवर की जांच कराएं।

टीकाकरण

हेपेटाइटिस A और B से बचने के लिए वैक्सीन लें।

लिवर की खराबी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसके शुरुआती लक्षणों को अनदेखा करना खतरनाक साबित हो सकता है। समय रहते पहचान, सही इलाज और स्वस्थ जीवनशैली से लिवर को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

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