Vinay Narwal

Vinay Narwal Video: विनय नरवाल और हिमांशी की पहलगाम आतंकी हमले से पहले की आखिरी झलक, जिसने पूरे देश को रुला दिया

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हाइलाइट्स:

कौन हैं Vinay Narwal? एक नाम, जो बन गया प्रेरणा

हरियाणा के रोहतक जिले से ताल्लुक रखने वाले विनय नरवाल भारतीय अर्धसैनिक बल (CRPF) के वह जवान थे जिन्होंने 6 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकियों से लड़ते हुए देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

उनकी बहादुरी और बलिदान की गाथा अब देशभर में लोगों को प्रेरणा दे रही है। विनय नरवाल बचपन से ही देशभक्ति से ओतप्रोत थे, और उनका सपना था कि वे यूनिफॉर्म पहनकर देश की सेवा करें।

Vinay Narwal की आखिरी मुस्कान: एक भावुक कर देने वाली वीडियो

हमले से ठीक पहले विनय नरवाल ने अपनी पत्नी हिमांशी के साथ एक छोटी सी वीडियो बनाई थी जिसमें दोनों हँसते-मुस्कराते नजर आ रहे थे। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है और लाखों भारतीयों को भावुक कर चुकी है।

अंतिम वीडियो का संदेश

इस वीडियो में Vinay Narwal की आंखों में जो शांति और संतुलन था, वह बताता है कि वे अपने कर्तव्यों को लेकर कितने समर्पित थे। यह सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि एक शहीद का आखिरी संदेश है।

पहलगाम आतंकी हमला: योजना, हमला और बलिदान

6 अप्रैल को जब CRPF की यूनिट पर आतंकी हमला हुआ, तो विनय नरवाल सबसे आगे थे। उन्होंने साहस के साथ मोर्चा संभाला और साथियों की जान बचाने में कामयाब रहे। लेकिन खुद गोलियों की बौछार में घायल होकर शहीद हो गए।

सुरक्षा में खामी?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला काफी योजना के तहत हुआ था। सवाल ये भी उठ रहा है कि Vinay Narwal जैसे बहादुर जवान को और बेहतर सुरक्षा क्यों नहीं दी गई?

Vinay Narwal की पत्नी हिमांशी का दर्द: “मेरे पति अमर हैं”

उनकी पत्नी हिमांशी Narwal, जो पेशे से शिक्षिका हैं, ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,

“मुझे गर्व है कि मैं Vinay Narwal की पत्नी हूँ। लेकिन यह गर्व बहुत भारी पड़ रहा है।”

उनकी यह बात आज हर भारतीय को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि क्या हम अपने जवानों को वह सम्मान और सुरक्षा दे रहे हैं जिसके वे हकदार हैं?

शहीद Vinay Narwal को देश का सलाम

अंतिम यात्रा: एक जन सैलाब

Vinay Narwal की अंतिम यात्रा में पूरा रोहतक जिला उमड़ पड़ा। लोग घरों की छतों पर, सड़कों पर खड़े होकर ‘Vinay Narwal अमर रहें’ के नारे लगा रहे थे।

युवाओं के लिए प्रेरणा

उनकी शहादत के बाद कई युवाओं ने सोशल मीडिया पर सेना में शामिल होने की कसम खाई है। Vinay Narwal अब सिर्फ एक नाम नहीं, एक आंदोलन बन चुके हैं।

देश की सुरक्षा नीति पर सवाल

आतंकी हमलों की पुनरावृत्ति

पहलगाम जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में बार-बार हमले यह साबित करते हैं कि हमारी सुरक्षा नीति में कहीं-न-कहीं गंभीर खामी है। Vinay Narwal की शहादत इस सवाल को फिर से केंद्र में लाती है।

खुफिया तंत्र की विफलता

विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकियों को स्थानीय सहयोग मिला, जिसकी भनक खुफिया एजेंसियों को नहीं लगी। यह चूक भारी पड़ी।

विनय नरवाल — एक सिपाही नहीं, राष्ट्र की आत्मा

विनय नरवाल की कहानी हर भारतीय को गर्व से भर देती है। वे सिर्फ एक सिपाही नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा थे। उनकी अंतिम मुस्कान हमें यह याद दिलाती है कि देश की रक्षा करने वाले हमारे सच्चे हीरो होते हैं।

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