उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के फरधान थाना क्षेत्र में तैनात दरोगा राणा प्रताप सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर एक व्यक्ति से रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना ने पुलिस विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं और आम जनता में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
वायरल वीडियो में दरोगा राणा प्रताप सिंह स्पष्ट रूप से एक व्यक्ति से पैसे लेते नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि यह राशि पुलिस वेरिफिकेशन के लिए मांगी गई थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की गंभीरता को देखते हुए, लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दरोगा राणा प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है। एसपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
वीडियो के वायरल होने के बाद, सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई उपयोगकर्ताओं ने पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर चिंता व्यक्त की है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ट्विटर पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “लखीमपुर खीरी में दरोगा राणा प्रताप का काम के बदले रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर पीड़ित से रिश्वत मांगे जाने का दस्तावेज है।”
पुलिस विभाग में सुधार की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस विभाग में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। भ्रष्टाचार जैसी घटनाएं न केवल विभाग की छवि को धूमिल करती हैं, बल्कि जनता के विश्वास को भी कम करती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पुलिस अधिकारियों की नियमित ट्रेनिंग और सख्त निगरानी से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
काम के बदले दाम लेते हुए एक दरोगा का वीडियो फिर हुआ वायरल
दरोगा राणा प्रताप का रिश्वत लेते वीडियो हुआ वायरल
पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर पीड़ित से मांगी गई थी रिश्वत
UP के जिला लखीमपुर खीरी, थाना फरधान में तैनात बताए जा रहे हैं दरोगा राणा प्रताप pic.twitter.com/UdRKz9r0fF
— कलम की चोट (@kalamkeechot) February 14, 2025
भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाए गए कदम
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस एंटी करप्शन यूनिट ने फोन नंबर जारी किए हैं, जिनके माध्यम से लोग भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। उदाहरण के लिए, लखनऊ के लिए 9454401651, आगरा के लिए 9454401988, कानपुर के लिए 9454401887, मेरठ के लिए 9454401899, मुरादाबाद के लिए 9454401987, बरेली के लिए 9454401653, अयोध्या के लिए 9454401900, गोरखपुर के लिए 9454401652, वाराणसी के लिए 9454401901, और झांसी के लिए 9454401650 नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर कॉल करके या व्हाट्सएप के माध्यम से वीडियो भेजकर शिकायतें की जा सकती हैं।
इसके अतिरिक्त, उज्जैन पुलिस ने थानों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए एक नया फीडबैक सिस्टम लागू किया है। इस प्रणाली के तहत, थानों में आने वाले लोगों से फीडबैक लिया जाता है, जिससे पुलिस थानों में होने वाले भ्रष्टाचार पर नजर रखी जा सके। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस फीडबैक सिस्टम से पुलिस थानों पर होने वाला भ्रष्टाचार रुकेगा।
दरोगा राणा प्रताप सिंह का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। हालांकि, यह घटना पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है और सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करती है। जनता की उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और पुलिस विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा मिले।
इस घटना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए, नीचे दिया गया वीडियो देखें: