हाइलाइट्स
- Islamic Conversion गैंग का पर्दाफाश, छांगुर बाबा पर हिंदू लड़कियों का जबरन धर्मांतरण कराने के गंभीर आरोप
- लड़की का खुलासा: ताबीज और झाड़-फूंक से फंसाकर किया धर्मांतरण, मस्जिद में जबरन निकाह
- छांगुर बाबा की साजिश: 2047 तक भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने की योजना का दावा
- नाम बदलकर घर में घुसे आरोपी, मेराज अंसारी बना ‘रूद्र शर्मा’
- पिता ने बेटी के अश्लील वीडियो दिखाने पर आरोपी को मार डाला, माता-पिता जेल में
कहानी की शुरुआत: एक ताबीज और झाड़-फूंक से हुआ फंदा
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले की एक युवती ने Islamic Conversion को लेकर ऐसा खुलासा किया है, जिससे पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई है। लड़की का दावा है कि उसका और उसकी मां का संपर्क 2019 में एक युवक ‘रुद्र शर्मा’ से हुआ, जिसने छांगुर बाबा की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे उसके पिता की शराब की लत छुड़ा सकते हैं। इसके बाद शुरू हुआ एक भयावह सिलसिला जिसमें ताबीज, झाड़-फूंक, झूठी मुहब्बत और आखिर में जबरन Islamic Conversion और निकाह तक बात पहुंची।
Islamic Conversion का ब्रेनवॉशिंग चक्रव्यूह
लड़की के अनुसार, रूद्र शर्मा असल में मेराज अंसारी था, जो पिछले पांच सालों से उसका और उसके परिवार का ब्रेनवॉश कर रहा था। मेराज के पास रुद्र शर्मा नाम का फर्जी आधार कार्ड था और उसकी बहनें भी लड़की के घर आया-जाया करती थीं। लड़की ने बताया कि 2024 में मेराज उसे फतेहपुर की एक मस्जिद में ले गया और वहां उसका जबरन निकाह किया गया। इसी दौरान वीडियो कॉल के जरिए छांगुर बाबा ने उसका नाम बदलकर ‘जेनम’ रखा।
यह पूरा घटनाक्रम Islamic Conversion के षड्यंत्र का एक भयावह चेहरा सामने लाता है, जिसमें मासूम लड़कियों को मानसिक रूप से कमजोर कर के उन्हें अपना शिकार बनाया जाता है।
तीन महीने की कैद और नकली परिवार का जाल
निकाह के बाद लड़की को तीन महीने तक एक घर में कैद रखा गया, जहां सबा नाम की एक महिला को उसकी मां बनाया गया। महिला के साथ नकली अब्बू और भाई भी मौजूद थे। लड़की ने आरोप लगाया कि ये सभी लोग रोज छांगुर बाबा से बात करते थे और भारत को 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाने की बातें करते थे। यह Islamic Conversion गैंग सिर्फ एक लड़की का धर्म बदलवाने तक सीमित नहीं था, बल्कि इनके इरादे काफी गहरे और खतरनाक थे।
छांगुर बाबा की भूमिका: धार्मिक चोले में छिपा षड्यंत्रकारी
बाबा या ब्रेनवॉश मास्टरमाइंड?
छांगुर बाबा का नाम लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। इससे पहले भी उनके ऊपर झाड़-फूंक और अंधविश्वास फैलाने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन इस बार मामला सिर्फ तंत्र-मंत्र तक सीमित नहीं, बल्कि एक पूरे Islamic Conversion नेटवर्क की साजिश का हिस्सा लगता है।
लड़की के अनुसार, बाबा रोज वीडियो कॉल पर संपर्क में रहते थे और लड़कियों के नाम बदलकर उन्हें इस्लाम में शामिल करने की योजना बनाते थे।
हत्या, ब्लैकमेल और न्याय की तलाश
जब पीड़िता के पिता ने ले ली जान
Islamic Conversion से बचकर अपने घर लौटने के बाद लड़की की परेशानियां खत्म नहीं हुईं। मेराज ने उसके पिता को उसकी अश्लील वीडियो दिखाकर धमकी दी कि अगर उनकी छोटी बेटी की शादी उससे नहीं कराई गई, तो वह वीडियो वायरल कर देगा। इस पर लड़की के पिता ने गुस्से में मेराज के सिर पर लोहे की रॉड मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद माता-पिता को जेल भेज दिया गया।
एफआईआर, कोर्ट बयान और न पकड़े गए अपराधी
लड़की ने बताया कि मेराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में भी उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी, फिर वे लखनऊ गए और वहां केस दर्ज हुआ। कोर्ट में बयान भी हो चुका है, लेकिन अब तक Islamic Conversion में शामिल कोई भी अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ।
राजनीतिक संबंध और सत्ता की चुप्पी
मेराज का सियासी कनेक्शन
लड़की के मुताबिक, मेराज के पिता रियाज अहमद समाजवादी पार्टी से सभासद का चुनाव लड़ चुके हैं और मेराज खुद भी पार्टी पदाधिकारी रह चुका है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या राजनीतिक संरक्षण के चलते ही इस Islamic Conversion गैंग के सदस्य अब तक कानून की पकड़ से बाहर हैं?
Islamic Conversion गिरोह की साजिश: कितनी गहरी है जड़ें?
यह मामला सिर्फ एक लड़की या एक बाबा तक सीमित नहीं है। पीड़िता का कहना है कि ऐसी कई और लड़कियां अभी भी इनके निशाने पर हैं। उनका मानसिक शोषण कर उन्हें Islamic Conversion की प्रक्रिया में धकेला जा रहा है।
अगर समय रहते प्रशासन ने सख्ती नहीं दिखाई तो यह साजिश भविष्य में और गहरी हो सकती है।
धर्मांतरण नहीं, राष्ट्रहित का सवाल
Islamic Conversion के नाम पर इस तरह की योजनाएं देश की सामाजिक संरचना और संस्कृति के लिए बड़ा खतरा हैं। इस केस ने साफ कर दिया है कि धार्मिक आस्था की आड़ में कैसे लड़कियों को जाल में फंसाकर जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है और उसके पीछे एक पूरा संगठित गिरोह होता है।
सरकार और न्यायपालिका से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और इस साजिश के सभी चेहरों को जल्द से जल्द बेनकाब करें।