हाइलाइट्स
- Indo-Pak Conflict 2025 के तहत पाकिस्तान ने भारत के कई राज्यों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए।
- भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हमले को नाकाम करते हुए सभी ड्रोन और मिसाइल को गिराया।
- भारत ने जवाबी कार्रवाई में इस्लामाबाद, कराची, लाहौर सहित कई पाकिस्तानी शहरों पर मिसाइलें दागीं।
- INS विक्रांत ने कराची बंदरगाह को निशाना बनाकर भारी तबाही मचाई।
- जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान सहित सीमावर्ती इलाकों में ब्लैकआउट और स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश जारी।
भारत-पाक तनाव चरम पर: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद युद्ध जैसे हालात
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क — भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने गुरुवार रात भारत के सीमावर्ती राज्यों—राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और पंजाब पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। इसके जवाब में भारत ने बेहद आक्रामक रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य और रणनीतिक ठिकानों पर हमला बोला। इस पूरे घटनाक्रम को Indo-Pak Conflict 2025 के रूप में देखा जा रहा है, जिसने पूरे दक्षिण एशिया को अस्थिर कर दिया है।
पाकिस्तानी हमले की साजिश और भारतीय प्रतिक्रिया
मिसाइलों और ड्रोन से हमला, S-400 और ‘आकाश’ ने दिखाई ताकत
गुरुवार रात पाकिस्तान ने तीन दिशाओं से भारत पर हमला करने की कोशिश की। जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर में दर्जनों ड्रोन और मिसाइलों के जरिए हमला किया गया। लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम—S-400 ट्रायंफ और ‘आकाश’ मिसाइल सिस्टम—ने अद्भुत कुशलता से सभी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान के लड़ाकू विमान हुए ध्वस्त
भारत की एयरफोर्स ने चीन निर्मित JF-17, अमेरिकी F-16 और अवॉक्स जैसे खतरनाक विमानों को एलओसी पार करने से पहले ही मार गिराया। पाकिस्तान की यह कोशिश नाकाम रही और भारत ने अपनी सीमा की सुरक्षा का अद्भुत प्रदर्शन किया।
जवाबी कार्रवाई में भारत ने ढाया कहर
इस्लामाबाद से कराची तक तबाही
भारतीय वायुसेना और मिसाइल रेजीमेंट ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के प्रमुख शहरों—इस्लामाबाद, लाहौर, कराची, सियालकोट और बहावलपुर—में मिसाइल और ड्रोन हमले किए। रिपोर्ट्स के अनुसार इन हमलों में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
INS विक्रांत ने समुद्र से खोला मोर्चा
INS विक्रांत से कराची और ओरमारा बंदरगाहों पर मिसाइलें दागी गईं, जिससे कराची के कई हिस्सों में आग लग गई। कराची पोर्ट और ऑयल टर्मिनल्स को भी नुकसान पहुंचने की खबर है। Indo-Pak Conflict 2025 के तहत यह भारत की पहली समुद्री कार्रवाई मानी जा रही है।
पाकिस्तान में अफरातफरी, भारत में अलर्ट
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की आपात बैठक
शहबाज शरीफ ने रातों-रात सैन्य और सुरक्षा एजेंसियों की आपात बैठक बुलाई। पाक सेना ने आधिकारिक रूप से स्वीकार किया कि भारत के हमले में उनके कम से कम आठ शहरों को निशाना बनाया गया और चार सैनिक घायल हुए हैं।
भारत के सीमावर्ती राज्यों में अलर्ट
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सीमावर्ती जिलों को ₹5 करोड़ की आपात राशि दी गई है।
जम्मू-कश्मीर में ब्लैकआउट और स्कूल बंद
जम्मू, श्रीनगर, किश्तवाड़ और अन्य सीमाई जिलों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 9 और 10 मई को सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं।
वैश्विक प्रतिक्रियाएं और अमेरिकी चेतावनी
अमेरिका ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका की प्राथमिकता है कि Indo-Pak Conflict 2025 को बढ़ने से रोका जाए। उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने और संवाद के जरिए समाधान निकालने की अपील की।
भारत की कूटनीतिक तैयारियां
विदेश मंत्रालय लगातार संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे वैश्विक शक्तियों से संपर्क में है। जानकारी के अनुसार भारत ने सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क के सबूत सौंप दिए हैं।
नागरिकों के लिए सलाह और चेतावनी
शांति बनाए रखें, अफवाहों से दूर रहें
भारत सरकार और राज्य प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
सुरक्षात्मक उपाय
सीमावर्ती इलाकों में बंकरों को सक्रिय किया गया है। रेलवे और एयर ट्रैफिक को कुछ समय के लिए डाइवर्ट किया गया है। सभी बड़े अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।
Indo-Pak Conflict 2025 की ओर बढ़ते हालात
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जिस तरह से पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी और भारत ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया, वह इस बात का संकेत है कि अब भारत पहले की तरह संयम नहीं बरतेगा। Indo-Pak Conflict 2025 केवल सैन्य संघर्ष नहीं, बल्कि भारत की निर्णायक नीति की शुरुआत भी है। आने वाले दिन यह तय करेंगे कि क्या यह टकराव पूर्ण युद्ध में बदलता है या फिर वैश्विक दबाव से समाधान की ओर जाता है।