हाइलाइट्स
- Liver Detox के लिए बाबा रामदेव ने बताया आयुर्वेदिक उपाय, जिससे 100 साल तक लिवर निरोगी रह सकता है
- अरंडी के पत्तों का रस बना पीलिया और लिवर की बीमारियों के लिए रामबाण
- भूमि आंवला, पुनर्नवा और दूधी घास के साथ अरंडी बनी सबसे असरदार औषधि
- सिर्फ साल में 5-7 दिन के उपयोग से लिवर की सारी गंदगी होगी साफ
- अरंडी के पत्तों का रस पीने से पाचन, मेटाबॉलिज्म और विषैले तत्वों का निष्कासन बेहतर होगा
बदलती जीवनशैली का असर लिवर पर
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों की Liver Detox प्रक्रिया बेहद धीमी हो चुकी है। असंतुलित आहार, नींद की कमी और तनाव के चलते लिवर पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। लिवर का सही तरीके से कार्य न करना कई बीमारियों की जड़ बन जाता है—जैसे पीलिया, फैटी लिवर, हेपेटाइटिस, लीवर फेल्योर आदि।
लिवर की सफाई के लिए रामबाण नुस्खा
योग गुरु बाबा रामदेव ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को Liver Detox का आयुर्वेदिक और सटीक उपाय बताया। उनका कहना है कि यदि व्यक्ति साल में सिर्फ एक बार 5 से 7 दिन तक अरंडी के पत्तों का रस नियमित रूप से पी ले, तो उसका लिवर पूरी तरह से डिटॉक्स हो जाएगा और उम्रभर निरोगी बना रहेगा।
पीलिया की अचूक दवा: अरंडी का पत्ता
जींद जिले की चमत्कारी परंपरा
रामदेव ने बताया कि हरियाणा के जींद जिले में एक व्यक्ति हर सुबह लोगों को एक विशेष रस पिलाता है। स्थानीय लोग इसे पीलिया की दवा कहते हैं, लेकिन इसमें क्या मिलाया जाता है, यह किसी को नहीं पता। बाबा रामदेव ने इस रहस्यमयी रस को अरंडी के पत्तों का रस बताया और इसे पीलिया की रामबाण औषधि घोषित किया।
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अरंडी के पत्ते क्यों हैं खास?
अरंडी या अरण्ड का पौधा आयुर्वेद में पहले से ही जाना-पहचाना है। इसके बीजों से निकलने वाला अरंडी का तेल कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए इस्तेमाल होता रहा है, लेकिन इसके पत्तों के चमत्कारी Liver Detox गुण अब सामने आ रहे हैं।
लिवर फंक्शन को करेगा सक्रिय
लिवर क्यों है महत्वपूर्ण
लिवर हमारे शरीर का सबसे सक्रिय और बहुकार्य अंग है। यह पाचन, मेटाबॉलिज्म, हार्मोन निर्माण, विषाक्त तत्वों का निष्कासन और विटामिनों का भंडारण करता है। यदि लिवर के फंक्शन सही नहीं चलते, तो शरीर गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है।
अरंडी कैसे करता है Liver Detox?
बाबा रामदेव के अनुसार, अरंडी के पत्तों में विशेष तरह के फ्लावोनॉइड्स, टैनिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं। यह पत्ते लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस को तेजी से बढ़ाते हैं और नए सेल्स के निर्माण को प्रेरित करते हैं।
अरंडी के पत्तों का सही उपयोग
कैसे बनाएं रस?
- सबसे पहले अरंडी के ताजे पत्ते तोड़ें।
- उन्हें अच्छी तरह से धोकर साफ करें।
- मिक्सर या सिल-बट्टे की सहायता से पीस लें।
- रस छानकर एक कटोरी में निकाल लें।
- रोज सुबह खाली पेट 2-3 चम्मच इस रस का सेवन करें।
कब करें सेवन?
इसका सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है, लेकिन वर्ष में एक बार 5 से 7 दिन तक लगातार सुबह इसे पीने से लिवर की गहराई से Liver Detox प्रक्रिया पूरी होती है।
कब्ज का भी समाधान: अरंडी का तेल
रामबाण है अरंडी का फल
अरंडी के फल से निकला तेल एक बेहतरीन प्राकृतिक लैक्सेटिव है। रामदेव बताते हैं कि इसके फल को छीलकर रात को गर्म दूध के साथ लेने से कब्ज जड़ से समाप्त हो जाता है।
क्यों अपनाएं यह उपाय?
वैज्ञानिक कारण
अरंडी के पत्तों में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी और हिपेटोप्रोटेक्टिव गुण लिवर की सूजन कम करते हैं और उसे विषैले रसायनों से बचाते हैं।
आयुर्वेदिक समर्थन
आयुर्वेदिक ग्रंथों में अरंडी को ‘एरण्ड’ कहा गया है और इसे बलवर्धक, वातहर तथा पाचनशक्ति बढ़ाने वाला माना गया है।
सावधानी और सुझाव
क्या न करें
- गर्भवती महिलाएं इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।
- उच्च रक्तचाप या गंभीर बीमारी वाले लोग आयुर्वेदाचार्य से परामर्श लें।
बेहतर प्रभाव के लिए
- सेवन के दौरान तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
- अधिक पानी पिएं और हल्का आहार लें।
Liver Detox के लिए अपनाएं स्वदेशी समाधान
बाबा रामदेव का यह दावा निश्चित रूप से चर्चा में है कि यदि साल में सिर्फ कुछ दिन अरंडी के पत्तों का सेवन कर लिया जाए, तो व्यक्ति का लिवर जिंदगीभर स्वस्थ रह सकता है। आधुनिक जीवनशैली में Liver Detox की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है, और यह उपाय न केवल पारंपरिक है बल्कि व्यावहारिक और असरदार भी।