हाइलाइट्स
- नींद ना आने की दिक्कत को दूर करने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट ने सुझाया काजू खाने का आसान उपाय
- काजू में मौजूद ट्रिप्टोफेन नींद लाने वाले हार्मोन मेलाटोनिन के स्तर को बढ़ाता है
- रोजाना रात को सोने से पहले भीगे हुए 3-4 काजू खाने से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है
- काजू में मौजूद मैग्नीशियम और जिंक नर्वस सिस्टम को शांत करते हैं और एंजाइटी कम करते हैं
- हाई ब्लड शुगर और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले मरीजों के लिए भी काजू फायदेमंद साबित हो सकते हैं
नींद ना आने की दिक्कत: आधुनिक जीवनशैली की सबसे बड़ी समस्या
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सबसे आम परेशानी है – नींद ना आने की दिक्कत। कभी देर रात तक मोबाइल चलाने की आदत, तो कभी ऑफिस का तनाव, कई बार खराब डाइट या शारीरिक थकान भी इस समस्या की वजह बनते हैं। नींद पूरी न होने से न सिर्फ अगला दिन खराब हो जाता है, बल्कि लंबे समय में यह शरीर और दिमाग दोनों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नींद ना आने की दिक्कत को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह डायबिटीज, हृदय रोग, डिप्रेशन और मोटापे जैसी बीमारियों को जन्म देती है। ऐसे में प्राकृतिक तरीकों से नींद को बेहतर बनाने पर जोर देना बेहद ज़रूरी है।
नींद ना आने की दिक्कत में क्यों कारगर है काजू?
ट्रिप्टोफेन से भरपूर काजू
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अखिला जोशी के अनुसार काजू में ट्रिप्टोफेन नामक अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। यह शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन को सक्रिय करता है, जिसे “स्लीप हार्मोन” कहा जाता है। यही मेलाटोनिन हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक को नियंत्रित करता है और नींद ना आने की दिक्कत को कम करता है।
मैग्नीशियम और जिंक का महत्व
काजू में मौजूद मैग्नीशियम और जिंक नर्वस सिस्टम को शांत करते हैं। तनाव, चिंता और बेचैनी अक्सर नींद ना आने की दिक्कत की वजह बनते हैं। काजू इन सभी मानसिक दबावों को कम करने में सहायक होता है, जिससे नींद जल्दी और गहरी आती है।
कब और कैसे करें काजू का सेवन?
सोने से पहले भीगे हुए काजू
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि नींद ना आने की दिक्कत से जूझ रहे लोगों को रात में सोने से एक घंटा पहले 3-4 भीगे हुए काजू खाने चाहिए। भीगे हुए काजू पचने में आसान होते हैं और उनका असर सीधा शरीर पर दिखता है।
असर देखने के लिए नियमितता जरूरी
यह उपाय तुरंत असर नहीं दिखाता, लेकिन लगातार 15 दिन तक इसका पालन करने पर नींद ना आने की दिक्कत धीरे-धीरे कम होने लगती है। धीरे-धीरे नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है और शरीर पर किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं पड़ता।
नींद ना आने की दिक्कत से जुड़े अन्य फायदे भी हैं काजू के
1. हृदय रोग से बचाव
काजू में मौजूद हेल्दी फैट और एंटीऑक्सीडेंट्स दिल को स्वस्थ रखते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल से जूझ रहे लोगों के लिए काजू बेहद फायदेमंद है। यह रक्त वाहिनियों को खोलने और रक्त प्रवाह को सुचारु बनाने में मदद करता है।
2. वजन घटाने में मददगार
काजू को सही मात्रा में खाने से वजन घटाने में भी सहायता मिलती है। यह लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और नींद ना आने की दिक्कत से परेशान लोग भी मानसिक और शारीरिक रूप से संतुलित रहते हैं।
3. डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक
शोध बताते हैं कि काजू ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में असरदार है। डायबिटीज के मरीजों के लिए काजू एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह मीठा खाने की क्रेविंग को भी कम करता है और नींद पर भी सकारात्मक असर डालता है।
नींद ना आने की दिक्कत को बढ़ाने वाली गलतियां
कई बार लोग अनजाने में ऐसी गलतियां करते हैं, जो नींद ना आने की दिक्कत को और गंभीर बना देती हैं। जैसे –
- सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल करना
- देर रात भारी भोजन करना
- कैफीन या शराब का सेवन करना
- दिनभर में अत्यधिक झपकी लेना
- अनियमित सोने-जागने की आदतें
इन आदतों को सुधारना बेहद ज़रूरी है क्योंकि केवल काजू खाने से ही समस्या पूरी तरह खत्म नहीं होगी।
नींद ना आने की दिक्कत से जूझ रहे लोगों के लिए अन्य प्राकृतिक उपाय
हर्बल चाय
कैमोमाइल और ग्रीन टी जैसी हर्बल चाय तनाव कम करने और नींद लाने में मदद करती है।
मेडिटेशन और योग
ध्यान और योग मन को शांत करते हैं, जिससे नींद ना आने की दिक्कत कम हो जाती है।
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सही सोने का माहौल
सोने का कमरा ठंडा, अंधेरा और शांत होना चाहिए। यह वातावरण नींद के लिए उपयुक्त होता है।
आज के तनावपूर्ण जीवन में नींद ना आने की दिक्कत हर दूसरे व्यक्ति की समस्या बन चुकी है। दवाइयों का सहारा लेने से बेहतर है प्राकृतिक उपाय अपनाना। काजू एक ऐसा सुपरफूड है, जो न केवल नींद को गहरा और सुकूनभरा बनाता है बल्कि दिल, दिमाग और शरीर को भी स्वस्थ रखता है। अगर आप भी देर रात करवटें बदलते रहते हैं तो आज से ही सोने से पहले भीगे हुए काजू खाना शुरू करें।