हाइलाइट्स
- Drinking Water After Meal को आयुर्वेद और विज्ञान दोनों स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानते हैं।
- चाणाक्य नीति में भी भोजन के समय और बाद में पानी पीने के नियम स्पष्ट रूप से बताए गए हैं।
- भोजन के तुरंत बाद ठंडा पानी पीना पेट की जठराग्नि को बुझा सकता है।
- यह आदत गैस, अपच, एसिडिटी जैसी समस्याओं को जन्म देती है।
- वैज्ञानिक शोधों से भी पुष्टि होती है कि Drinking Water After Meal पाचन प्रक्रिया को बाधित करता है।
आयुर्वेद का नजरिया: भोजन के बाद पानी पीना क्यों गलत?
भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद हजारों वर्षों से इस बात पर जोर देती आई है कि खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, जब हम भोजन करते हैं तो वह पेट में जाकर जठराग्नि द्वारा पचाया जाता है। यही जठराग्नि शरीर की पाचन क्रिया का आधार होती है।
यदि हम खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीते हैं, तो यह अग्नि बुझ जाती है, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। यही नहीं, इससे अपच, भारीपन और अन्य पेट संबंधी समस्याएं जन्म ले सकती हैं।
चाणाक्य नीति में भी उल्लेख है:
“अजीर्णे भेषजं वारि, जीर्णे वारि बलप्रदम्।
भोजने चाऽमृतम् वारि, भोजनान्ते विषप्रदम्।”
इस श्लोक में साफ कहा गया है कि भोजन के दौरान थोड़ा-थोड़ा पानी अमृत के समान है, लेकिन भोजन के तुरंत बाद पानी पीना विष के समान होता है।
पाचन तंत्र पर Drinking Water After Meal का प्रभाव
जठराग्नि का महत्व
हमारे शरीर में मौजूद जठराग्नि एक तरह की जैविक ऊर्जा है, जो पाचन तंत्र को सक्रिय रखती है। जब हम खाना खाते हैं, तो जठराग्नि सक्रिय होकर भोजन को पचाने का कार्य करती है।
Drinking Water After Meal इस अग्नि को ठंडा कर देता है, जैसे किसी जलती हुई आग पर पानी डाल देना। इससे भोजन पूरी तरह पच नहीं पाता और शरीर में विषैले तत्व जमा होने लगते हैं।
वैज्ञानिक विश्लेषण
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी इस बात को मानता है कि भोजन के बाद तुरंत पानी पीना पाचन रसों को पतला कर देता है।
वैज्ञानिकों का मत
- भोजन के तुरंत बाद Drinking Water After Meal करने से पेट में मौजूद हाइड्रोक्लोरिक एसिड का प्रभाव कम हो जाता है।
- इससे एंजाइम की सक्रियता भी घटती है, जिससे खाना पूरी तरह नहीं पच पाता।
- यही प्रक्रिया एसिडिटी, गैस, अपच जैसी समस्याओं को जन्म देती है।
रिसर्च क्या कहती है?
2012 में अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, भोजन के तुरंत बाद ज्यादा पानी पीने से गैस्ट्रिक जूस की क्रिया धीमी पड़ जाती है और शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में कठिनाई होती है।
कब और कैसे पिएं पानी: आयुर्वेदिक सुझाव
भोजन से पहले
- भोजन से 30 मिनट पहले पानी पीना उत्तम माना गया है।
- इससे शरीर में भूख बेहतर लगती है और पाचन तंत्र सक्रिय हो जाता है।
भोजन के दौरान
- थोड़ी मात्रा में गुनगुना या सामान्य तापमान का पानी लेना बेहतर है।
- यह खाने को निगलने और पचाने में सहायता करता है।
भोजन के बाद
- कम से कम एक घंटे तक पानी पीने से बचें।
- यदि बहुत जरूरत हो, तो गुनगुना पानी एक-दो घूंट लिया जा सकता है, पर ठंडा पानी बिल्कुल नहीं।
रोगों की जड़ बन सकती है यह आदत
अगर कोई व्यक्ति रोजाना Drinking Water After Meal की आदत में है, तो उसे समय रहते यह आदत बदलनी चाहिए, क्योंकि इससे कई प्रकार की बीमारियां जन्म ले सकती हैं, जैसे:
- अपच (Indigestion)
- पेट में गैस और भारीपन
- एसिडिटी और सीने में जलन
- कब्ज
- वजन बढ़ना
- थकावट और सुस्ती
विशेषज्ञों की राय
आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुरेश शर्मा का कहना है:
“Drinking Water After Meal एक धीमा ज़हर है, जो धीरे-धीरे हमारे पाचन तंत्र को कमजोर करता है। अगर इसे समय रहते न रोका जाए, तो शरीर में विषैले तत्वों की वृद्धि होती है और यह रोगों को जन्म देती है।”
गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. भावना अग्रवाल कहती हैं:
“भोजन के बाद कम से कम 45 मिनट तक पानी न पिएं। खासकर डायबिटीज़ और मोटापे से ग्रसित लोगों को यह सलाह गंभीरता से लेनी चाहिए।”
आदत बदलें, स्वास्थ्य पाएं
अगर आप भी भोजन के बाद तुरंत Drinking Water After Meal करते हैं, तो यह आदत आज ही छोड़ दीजिए। यह न सिर्फ आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि लंबे समय में कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है।
आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों इस बात पर सहमत हैं कि खाने के बाद कम से कम 45-60 मिनट का अंतर होना चाहिए। गुनगुना पानी ही लें और वह भी सीमित मात्रा में