हाइलाइट्स
- Social Media Proposal पर दीक्षा का करारा और संवेदनशील जवाब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल
- “मैं ब्राह्मण हूं, जाति और पॉलिटिक्स गई भाड़ में…”— अजीब प्रस्ताव पर मचा बवाल
- दीक्षा ने लिखा – “डेट पर नहीं जाती, कोर्ट की डेट तय करती हूं”
- ट्विटर (X) पर हजारों रीपोस्ट और मीम्स, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
- Social Media Proposal के बहाने इंटरनेट पर फिर उभरा महिलाओं के प्रति सोच का आईना
जब सोशल मीडिया बन गया ‘प्रेम प्रस्ताव’ का मंच
नई दिल्ली। आजकल Social Media Proposal देना जितना आम हो चला है, उतनी ही तेज़ी से इसके जवाब भी वायरल हो रहे हैं। कुछ जवाब मज़ेदार होते हैं, तो कुछ सोचने पर मजबूर कर देते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया जब दीक्षा नामक युवती को X (पूर्व ट्विटर) पर एक व्यक्ति ने प्रस्ताव दिया, “मैं ब्राह्मण हूं, पर जाति और पॉलिटिक्स गई भाड़ में, डेट करना चाहता हूं तुम्हें, एक मौका दो…”
यह प्रस्ताव देने वाले का नाम अछूतानंद है और उसने अपने मैसेज में दिल्ली में साथ खाने चलने तक का न्योता दे डाला। हालांकि इस Social Media Proposal पर दीक्षा का जो जवाब आया, उसने लोगों को चौंका दिया और हंसा भी दिया।
दीक्षा का जवाब – “डेट पर नहीं जाती, कोर्ट की डेट तय करती हूं”
दीक्षा ने बड़े ही सधे हुए शब्दों में जवाब दिया,
“भाई मैं आपकी भावना को समझती हूं, लेकिन हमारे साथ डेट करोगे तो कचहरी के चक्कर लगाने पड़ जाएंगे। क्योंकि मैं डेट पर जाती नहीं हूं, बल्कि लोगों को कोर्ट की डेट पर पहुंचा देती हूं – माननीय न्यायालय के साइन के लिए।”
इस Social Media Proposal के जवाब ने देखते ही देखते हजारों रीपोस्ट, लाइक्स और कमेंट्स बटोर लिए। कुछ लोगों ने इसे वकीलों की ज़िंदगी का बेहतरीन उदाहरण बताया तो कुछ ने इसे “बॉस लेवल जवाब” कहा।
भाई में आपकी भावना को समझती हू ।लेकिन हमारे साथ डेट करोगे तो कचहरी के चक्कर लगाने पढ़ जायेगे ।क्युकी में डेट पर जाती नही हू।बल्कि में लोगो को डेट पर पहुंचा देती हूं।माननीय न्यायलय के साइन करने के लिए।।।🤣🤣
भाई के लिए दो शब्द कहे , pic.twitter.com/OMjLMKl6sZ— Deeksha Gautam Bahujan Girl' 💙🥰🤗 (@DeekshaG1234) July 1, 2025
जब मोहित त्रिपाठी ने जोड़ा ‘बिना फिल्टर’ वाला तंज
वहीं इस पूरे वाकये के बीच एक और यूज़र, मोहित त्रिपाठी ने लिखा:
“मैडम अगर बिना फिल्टर वाली फोटो लगाई होती तो ये फिर सपने में भी नहीं सोचता। बेचारा भ्रम में पड़कर गलती कर गया।”
इस पर भी दीक्षा ने दो टूक जवाब दिया:
“तू मेरी बिना फिल्टर वाली फोटो भी हज़म नहीं कर पाएगा। सुन भाई, यही सवाल अपनी बहन से करना, फिर समझ आएगा कि क्या बोलती है वो।”
यह Social Media Proposal अब किसी एक ट्वीट की बात नहीं रही, बल्कि पूरे देशभर में सोशल मीडिया पर महिलाओं के साथ हो रहे डिजिटल व्यवहार पर नई बहस की शुरुआत कर चुकी है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया – समर्थन और आलोचना दोनों
समर्थन में लोग बोले – “अच्छा किया दीक्षा ने”
कई ट्विटर यूज़र्स ने दीक्षा के संयम और तर्कपूर्ण उत्तर की सराहना की। एक यूज़र ने लिखा,
“कितना सभ्य जवाब है। ऐसी बातों पर आमतौर पर लोग ट्रोलिंग करते हैं, पर दीक्षा ने बहुत अच्छे से अपना पक्ष रखा।”
कुछ ने बताया ‘ओवर रिएक्शन’
वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है कि इस Social Media Proposal को इतना तूल देना जरूरी नहीं था। किसी ने लिखा,
“भाई ने भावनाओं से लिखा था, मज़ाकिया अंदाज़ में… इतना तीखा जवाब देना ठीक नहीं।”
Social Media Proposal पर उठते सवाल – क्या यह छेड़छाड़ की नई शक्ल है?
जब “प्रेम प्रस्ताव” और “ऑनलाइन हैरसमेंट” के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है
Social Media Proposal आज के डिजिटल युग में आम हो गए हैं, लेकिन कई बार यह भावनाओं का नहीं बल्कि डिजिटल छेड़छाड़ का रूप ले लेते हैं। जब कोई महिला सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर डालती है तो कई बार उसे अनचाहे मैसेज और “डेट पर चलो” जैसे प्रस्ताव मिलते हैं।
यह घटना भी यही दिखाती है कि कैसे एक मज़ाक या सहज लगने वाला मैसेज महिलाओं के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
डिजिटल मर्यादा बनाम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
एक्सपर्ट की राय
दिल्ली हाईकोर्ट की एक वरिष्ठ वकील स्मृति अवस्थी कहती हैं:
“Social Media Proposal देना कोई अपराध नहीं है, लेकिन जब वह किसी की निजता को आहत करे, तो यह साइबर हैरसमेंट की श्रेणी में आ सकता है। महिला का आत्मसम्मान सर्वोपरि है।”
AI-Generated Proposal या Real? सोशल मीडिया के युग में पहचान भी चुनौती
आज के दौर में जब चैटबॉट्स, डीपफेक और AI-generated कंटेंट सामने आ रहे हैं, ऐसे Social Media Proposal कई बार फर्जी अकाउंट्स या ट्रोल्स द्वारा भी किए जाते हैं। इससे न सिर्फ व्यक्ति की छवि प्रभावित होती है बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ता है।
सोशल मीडिया पर प्रस्ताव देना अधिकार है, सम्मान देना ज़रूरी है
दीक्षा को मिला यह Social Media Proposal और उसका जवाब सिर्फ एक वाकया नहीं है, बल्कि यह आज के समाज का दर्पण है। सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां शब्दों की ताकत बहुत अधिक होती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि भावनाएं, मर्यादा और समझदारी तीनों का संतुलन बना रहे।