हाइलाइट्स
- Google Chrome की सेटिंग्स में बदलाव करके माइक्रोफोन एक्सेस को रोका जा सकता है
- स्मार्टफोन यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है, लेकिन इसका समाधान बेहद आसान है
- हर यूजर को जानना चाहिए कि उनके फोन में कौन-कौन सी परमिशन चालू हैं
- सेटिंग्स से माइक्रोफोन, लोकेशन और कैमरा एक्सेस बंद करने के उपाय
- डेटा लीक और साइबर खतरे से बचने के लिए जरूरी है यह जानकारी
आज के डिजिटल युग में आपकी बातें सुन रहा है आपका स्मार्टफोन?
Google Chrome की सेटिंग्स से खुलता है राज
आज हर दूसरा व्यक्ति स्मार्टफोन इस्तेमाल करता है और अगर फोन स्मार्ट है तो उसमें Google Chrome ब्राउज़र होना आम बात है। लेकिन क्या आपको पता है कि यही ब्राउज़र आपकी आवाज सुन सकता है? यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी की एक ऐसी हकीकत है जिसे जानना हर यूजर के लिए जरूरी हो गया है।
कैसे करता है Google Chrome आपकी बातें रिकॉर्ड?
Google Chrome विभिन्न साइट्स को माइक्रोफोन, कैमरा और लोकेशन जैसी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच प्रदान करता है। जब ये परमिशन ऑन होती हैं, तो साइट्स आपके आसपास की आवाज़ सुन सकती हैं, भले ही आपने उन्हें इसकी अनुमति जान-बूझ कर न दी हो। खास बात यह है कि यह पूरा सिस्टम आपकी जानकारी के बिना भी काम कर सकता है।
अपनी प्राइवेसी को बचाने के लिए करें ये सेटिंग्स बंद
स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
स्टेप 1: Google Chrome खोलें
अपने फोन में सबसे पहले Google Chrome ब्राउज़र खोलिए।
स्टेप 2: तीन डॉट्स पर क्लिक करें
ब्राउज़र की स्क्रीन पर ऊपर दाईं तरफ दिए गए तीन डॉट्स पर क्लिक कीजिए।
स्टेप 3: सेटिंग्स पर जाएं
ड्रॉपडाउन मेनू से “Settings” ऑप्शन चुनें।
स्टेप 4: साइट सेटिंग्स में जाएं
अब “Site Settings” में जाएं जहां आपको कई विकल्प मिलेंगे।
स्टेप 5: माइक्रोफोन, कैमरा, और लोकेशन को बंद करें
इन तीनों परमिशन को “Block” कर दीजिए ताकि कोई भी साइट आपकी जानकारी बिना एक्सेस न कर पाए।
क्यों ज़रूरी है Google Chrome सेटिंग्स को समझना?
हर दिन करोड़ों लोग Google Chrome का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश को नहीं पता होता कि उनके डेटा तक कौन-कौन पहुंच बना रहा है। यह सेटिंग्स न सिर्फ आपकी प्राइवेसी की सुरक्षा करती हैं बल्कि अनजाने में डेटा लीक होने के खतरे से भी बचाती हैं।
क्या होता है अगर ये सेटिंग्स बंद न की जाएं?
अगर आप Google Chrome की साइट सेटिंग्स को नियंत्रित नहीं करते, तो निम्नलिखित खतरे हो सकते हैं:
- आपकी निजी बातचीत को रिकॉर्ड किया जा सकता है
- वेबसाइट्स आपके लोकेशन ट्रैक कर सकती हैं
- कैमरा के जरिए आसपास की तस्वीरें ली जा सकती हैं
- संभावित रूप से साइबर अटैक का सामना करना पड़ सकता है
- विज्ञापन कंपनियां आपके व्यवहार का विश्लेषण कर सकती हैं
Google Chrome को बनाएं सुरक्षित
Google Chrome आपकी सुविधा के लिए है, लेकिन अगर आप उसकी सेटिंग्स को नियंत्रित नहीं करते हैं, तो वही सुविधा खतरे में बदल सकती है। हर यूजर को चाहिए कि वे समय-समय पर अपनी परमिशन सेटिंग्स की जांच करें और केवल विश्वसनीय साइट्स को एक्सेस की अनुमति दें।