हाइलाइट्स
- Crypto Wallet Apps के नाम पर फैल रहा है बड़ा साइबर फ्रॉड, CRIL की रिपोर्ट से खुलासा
- 20 ऐसे खतरनाक Apps की पहचान जो Google Play Store पर उपलब्ध हैं
- उपयोगकर्ताओं से मांगे जाते हैं उनके वॉलेट के 12 वर्ड रिकवरी फ्रेज
- एक बार जानकारी देने के बाद अकाउंट पूरी तरह हैकर्स के कब्जे में
- SushiSwap, PancakeSwap जैसे लोकप्रिय Apps भी लिस्ट में शामिल
साइबर अपराध की दुनिया दिन-ब-दिन और खतरनाक होती जा रही है। जैसे-जैसे डिजिटल क्रांति अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, वैसे-वैसे Crypto Wallet Apps के जरिए साइबर ठगों की गतिविधियां भी तेज हो रही हैं। अब Cyble Research and Intelligence Labs (CRIL) की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें उन एप्स की सूची दी गई है जो Crypto Wallet Apps के नाम पर आपकी प्राइवेसी और पर्सनल डेटा दोनों को खतरे में डाल सकते हैं।
CRIL रिपोर्ट में क्या है खुलासा?
CRIL की हालिया रिसर्च में 20 ऐसे Crypto Wallet Apps की पहचान की गई है, जो दिखने में तो असली लगते हैं लेकिन असल में ये फिशिंग स्कैम का हिस्सा हैं। ये ऐप्स Google Play Store पर उपलब्ध हैं और इनका मुख्य उद्देश्य DeFi वॉलेट उपयोगकर्ताओं को निशाना बनाना है।
इन Crypto Wallet Apps को जैसे ही यूजर्स अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करते हैं, उनसे 12 वर्ड का रिकवरी फ्रेज मांगा जाता है — जो कि किसी भी क्रिप्टो वॉलेट की सुरक्षा की कुंजी होती है। एक बार जब यूजर यह जानकारी दे देता है, तो उसके वॉलेट तक पूरी पहुंच हैकर्स को मिल जाती है।
ये Crypto Wallet Apps हैं सबसे ज्यादा खतरनाक
CRIL की रिपोर्ट के मुताबिक, नीचे दिए गए Apps सबसे अधिक संदिग्ध और खतरनाक माने गए हैं:
- SushiSwap
- PancakeSwap
- Hyperliquid
- Raydium
- BullX Crypto
- OpenOcean Exchange
- Meteora Exchange
- Suiet Wallet
- Harvest Finance blog
इन सभी Crypto Wallet Apps को फर्जी डेवलपर्स और हैकर्स ने बनाया है। इनका उद्देश्य एक ही है — यूजर की संवेदनशील जानकारी चुराना।
कैसे होता है फ्रॉड इन Crypto Wallet Apps से?
रिकवरी फ्रेज का दुरुपयोग
Crypto Wallet Apps को इंस्टॉल करने के बाद जैसे ही कोई यूजर रिकवरी फ्रेज डालता है, वह जानकारी तुरंत साइबर अपराधियों के सर्वर तक पहुंच जाती है।
छुपे हुए URL और फर्जी प्राइवेसी पॉलिसी
इन Apps के डेवलपर अकाउंट अक्सर गेमिंग या वीडियो टूल्स के नाम से बनाए जाते हैं। इनके प्राइवेसी पॉलिसी में छिपे होते हैं दुर्भावनापूर्ण URL, जो यूजर के डेटा को चुरा लेते हैं।
निशाने पर DeFi यूजर
ज्यादातर Crypto Wallet Apps का टारगेट DeFi वॉलेट उपयोगकर्ता होते हैं, जिनके पास आम तौर पर ज्यादा क्रिप्टो संपत्ति होती है।
कैसे बचें Crypto Wallet Apps के इस साइबर जाल से?
केवल आधिकारिक साइट से ही डाउनलोड करें ऐप्स
क्रिप्टो संबंधित किसी भी App को डाउनलोड करने से पहले उसकी आधिकारिक वेबसाइट को जरूर चेक करें।
रिव्यू और डेवलपर प्रोफाइल जांचें
Google Play Store पर उपलब्ध किसी भी Crypto Wallet Apps का उपयोग करने से पहले उसके डेवलपर का नाम, रेटिंग, रिव्यू और डाउनलोड संख्या जरूर देखें।
रिकवरी फ्रेज कभी साझा न करें
आपका 12 वर्ड रिकवरी फ्रेज किसी से साझा न करें, चाहे ऐप कितना भी भरोसेमंद लगे। असली ऐप्स भी आपसे यह फ्रेज नहीं मांगतीं।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें
अपने Crypto Wallet Apps में 2FA (Two-Factor Authentication) जरूर सक्रिय करें ताकि अतिरिक्त सुरक्षा मिल सके।
इन खतरनाक Crypto Wallet Apps को तुरंत करें डिलीट
यदि आपके फोन में नीचे दिए गए Crypto Wallet Apps में से कोई भी मौजूद है, तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल करें:
- Suiet Wallet
- BullX Crypto
- SushiSwap
- Raydium
- Hyperliquid
- OpenOcean Exchange
- PancakeSwap
- Meteora Exchange
- Harvest Finance blog
इन Apps को डिलीट करने के बाद अपने वॉलेट्स के पासवर्ड और सिक्योरिटी सेटिंग्स भी बदल दें।
क्या कहती है साइबर विशेषज्ञों की राय?
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि Crypto Wallet Apps के माध्यम से हो रहे फिशिंग अटैक बहुत ही गंभीर हैं। ये न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि लोगों के डिजिटल आत्मविश्वास को भी तोड़ते हैं।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि लोगों को अब जागरूक होना होगा और हर डिजिटल कदम सोच-समझकर उठाना होगा।
सरकार और साइबर एजेंसियों की भूमिका
भारत में अभी तक Crypto Wallet Apps पर केंद्र सरकार की ओर से कोई विशेष निगरानी तंत्र नहीं बनाया गया है। हालांकि, भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In समय-समय पर अलर्ट जारी करती रहती है।
सरकार को चाहिए कि ऐसे खतरनाक Crypto Wallet Apps को Play Store से तुरंत हटाने की दिशा में Google से संपर्क करे और आम जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए।
डिजिटल युग में जहां क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं Crypto Wallet Apps के नाम पर साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में हर यूजर की जिम्मेदारी है कि वह सतर्क रहे, जानकारी रखे और किसी भी संदिग्ध App को बिना जांचे इस्तेमाल न करे। CRIL की रिपोर्ट इस ओर एक बड़ा संकेत है कि हम अब भी डिजिटल सुरक्षा को हल्के में ले रहे हैं।