Space Suit

अंतरिक्ष में सेक्स नहीं होता, फिर भी एस्ट्रोनॉट्स क्यों ले जाते हैं कंडोम? पीछे छिपा है चौंकाने वाला वैज्ञानिक रहस्य

Lifestyle

हाइलाइट्स

  • Space Suit की डिज़ाइन में छुपा है अंतरिक्ष यात्रियों की जीवन रक्षा का असली रहस्य
  • जीरो ग्रैविटी में शारीरिक जरूरतों को पूरा करना आसान नहीं, Space Suit में भी है समाधान
  • NASA के पुराने मिशनों में पुरुष अंतरिक्ष यात्री इस्तेमाल करते थे कंडोम जैसी डिवाइस
  • अब यूनिसेक्स Space Suit टेक्नोलॉजी ने किया हर जेंडर की जरूरतों को कवर
  • अंतरिक्ष में वॉशरूम जाने का सिस्टम बना था कभी शर्मिंदगी की वजह, आज है तकनीक का चमत्कार

अंतरिक्ष की ऊंचाई पर कंडोम और Space Suit का अनोखा रिश्ता

अंतरिक्ष की दुनिया रहस्यमयी और अत्यंत तकनीकी है। यहां Space Suit सिर्फ सुरक्षा का साधन नहीं, बल्कि अस्तित्व का सहारा होता है। आप शायद जानते हों कि अंतरिक्ष में जीवन रक्षा के लिए कई असामान्य उपकरणों का सहारा लिया जाता है, लेकिन जब बात आती है शरीर की सामान्य आवश्यकताओं की, तब तकनीक और शारीरिक जरूरतों के बीच की खाई को पाटने में Space Suit सबसे बड़ी भूमिका निभाता है।

 क्यों ज़रूरी है Space Suit के साथ स्पेशल डिवाइसेज़?

धरती पर हमें शौचालय या आराम से खाना खाने की ज़रूरतों को पूरा करने में कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन माइक्रोग्रैविटी में यह आसान नहीं है। यहां न गुरुत्वाकर्षण होता है, न कोई स्थिर वातावरण। NASA के कई मिशनों में यह समस्या गंभीर रही है।

पूर्व अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री रस्टी श्वाइकार्ट ने बताया कि 1970 के दशक में जब अंतरिक्ष यात्री पेशाब करने की जरूरत महसूस करते थे, तब वे एक खास प्रकार की कंडोम-जैसी डिवाइस का उपयोग करते थे, जिसे ट्यूब के माध्यम से Space Suit के अंदर जुड़े यूरिन स्टोरेज सिस्टम से जोड़ा जाता था।

Space Suit में कंडोम जैसी डिवाइस का इस्तेमाल: शर्मिंदगी से इनोवेशन तक

 क्यों आया साइज का मुद्दा?

शुरुआती दौर में NASA ने तीन साइज – छोटा, मीडियम और बड़ा – में यह कंडोम डिवाइस उपलब्ध कराई थी। लेकिन एक अजीब समस्या सामने आई – कोई भी अंतरिक्ष यात्री ‘छोटा’ या ‘मीडियम’ साइज मांगना नहीं चाहता था। इसका कारण था ‘पुरुष अहं’, यानी ‘Male Ego’।

इस समस्या का हल निकाला गया तकनीकी नहीं, बल्कि मनोवैज्ञानिक तरीके से। छोटा को ‘Large’, मीडियम को ‘Extra Large’ और बड़ा को ‘Hero’ नाम दिया गया, जिससे किसी को शर्मिंदगी न हो।

 अब सब कुछ है हाईटेक: मॉडर्न Space Suit की बात

आज NASA और अन्य स्पेस एजेंसियां आधुनिक Space Suit डिजाइन कर रही हैं, जो यूनिसेक्स होते हैं और महिलाओं व पुरुषों दोनों के लिए अनुकूल होते हैं। ये सूट पेशाब और मल त्याग जैसी जरूरतों को टेक्नोलॉजी की मदद से स्वयं नियंत्रित कर लेते हैं। इसमें ऑटोमेटिक फ्लशिंग सिस्टम, मूत्र को पुनः प्रसंस्करण कर पीने योग्य पानी बनाने वाले सिस्टम और हाइजीन डिवाइसेज शामिल हैं।

 स्पेस में हर क्रिया है प्लानिंग का हिस्सा

 खाना, 🚿 नहाना और 🛏️ सोना: सब कुछ Space Suit के इर्द-गिर्द

स्पेस में रहना सिर्फ उड़ना नहीं, बल्कि हर रोज़ की क्रियाएं जैसे खाना खाना, नहाना और सोना भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। Space Suit और इसके साथ जुड़े उपकरण इन सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं।

NASA के अनुसार, अंतरिक्ष यात्री एक विशेष प्रकार के भोजन का उपयोग करते हैं जो गुरुत्वाकर्षण की गैर-मौजूदगी में बिखर न जाए। सोने के लिए विशेष स्लीपिंग बैग होते हैं जो दीवारों से बंधे होते हैं। और नहाने के लिए वाइप्स या स्पेशल वॉश सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है।

 महिला अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विशेष Space Suit टेक्नोलॉजी

पहले अंतरिक्ष मिशनों में Space Suit केवल पुरुषों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए जाते थे। लेकिन जैसे-जैसे महिलाओं की भागीदारी बढ़ी, NASA और अन्य एजेंसियों को उनके शारीरिक अंतर के अनुसार सूट डिजाइन करने पड़े।

अब यूनिसेक्स Space Suit में सभी प्रकार की जरूरतों का ध्यान रखा जाता है — जैसे मासिक धर्म के दौरान सुरक्षा, पेशाब और मल निष्कासन की सुविधा और साफ-सफाई के साधन।

 पृथ्वी से दूर, लेकिन तकनीक से पास: Space Suit बना जीवन की डोर

अंतरिक्ष में जीवन जीना आज भी मानवता के लिए एक रोमांच है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि वहां हर कदम टेक्नोलॉजी और सावधानी का नाम है। Space Suit सिर्फ एक पोशाक नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता जीवन रक्षक यंत्र है, जो हर छोटी-बड़ी जरूरत का ख्याल रखता है।

शायद हमें यही बात सोचने पर मजबूर कर दे कि एक सामान्य सी चीज जैसे पेशाब करने के लिए भी वैज्ञानिकों को कितनी रिसर्च और प्लानिंग करनी पड़ती है। और यही अंतरिक्ष को रोचक बनाता है।

Space Suit के भीतर छुपा है विज्ञान, मनोविज्ञान और तकनीक का संगम। आज के आधुनिक मिशनों में वह समय नहीं रहा जब अंतरिक्ष यात्री शर्मिंदगी की वजह से गलत साइज का चयन करते थे। अब हर डिवाइस वैज्ञानिक सोच और व्यवहारिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाती है।

अंतरिक्ष को समझना सिर्फ रॉकेट भेजना नहीं, बल्कि वहां रहने के एक-एक क्षण को आसान बनाना भी है। और इस यात्रा में Space Suit हर यात्री का सबसे बड़ा साथी है।

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