हाइलाइट्स
- केन्या की टीम की मेगा चपाती बनाने की कोशिश वायरल
- 2 मीटर का तवा, ईंटों का विशाल चूल्हा और भारी तैयारी
- चपाती को पलटते ही किनारों से फटने लगी और बीच से टूट गई
- करीब 1.20 लाख रुपये का खर्च, 20 लकड़ी के पैडल का इस्तेमाल
- सोशल मीडिया यूजर्स के मजेदार रिएक्शन: “लगे रहो, एक दिन जरूर होगा”
दुनिया की सबसे बड़ी मेगा चपाती की कोशिश वायरल, 200 किलो की रोटी पलों में बिखरी; इंटरनेट पर हंसी की लहर
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक अनोखी चुनौती चर्चा में है। केन्या के कंटेंट क्रिएटर रेमंड काहुमा और उनकी टीम ने दुनिया की सबसे बड़ी मेगा चपाती बनाने का प्रयास किया। दावा किया गया था कि यह मेगा चपाती करीब 200 किलो की होगी और सीधे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को चुनौती देगी। लेकिन यह महत्वाकांक्षी सपना कुछ ही सेकंड में ध्वस्त हो गया और इंटरनेट पर भारी मजाक व सहानुभूति का मिश्रण देखने को मिला।
तैयारी जोरदार, नतीजा चौंकाने वाला
टीम ने अपनी इस मेगा चपाती चुनौती को लेकर महीनों तक तैयारी की थी। वीडियो में दिखता है कि रेमंड की टीम ने एक विशाल 2 मीटर का तवा तैयार किया। तवे को रखने के लिए ईंटों का बड़ा चूल्हा भी बनाया गया ताकि इतनी बड़ी मेगा चपाती को बराबर पकाया जा सके।
जब शुरुआत हुई, माहौल में एक उत्साह था। आटा गूंथा गया, फैलाया गया और तवे पर बेहतरीन तरीके से सेट किया गया। एक तरफ सिकाई सफलतापूर्वक हो गई थी और टीम को अब बस उसे पलटना था। इसी पल पर इतिहास बन सकता था, लेकिन कहानी ने मोड़ ले लिया।
‘महागाथा’ का अंत: रोटी पलक झपकते ही फट गई
टीम के 20 सदस्य चपाती के चारों ओर खड़े थे। उन्होंने 20 लकड़ी के फ्लिप पैडल एक साथ सरकाए ताकि इस विशाल मेगा चपाती को आसानी से पलटा जा सके। लेकिन जैसे ही उन्होंने इसे उठाने की कोशिश की, किनारों से हल्की-हल्की दरारें दिखने लगीं। अगले ही सेकंड एक तेज खड़खड़ाहट-सी हुई।
बीच में दरार पड़ी, किनारे खुलने लगे, और कुछ ही पलों में यह 200 किलो की मेगा चपाती टुकड़ों में बिखर गई। जिन लोगों ने इसे बनते देखा, वे बस अपनी आंखों के सामने रिकॉर्ड टूटने की जगह चपाती को टूटता देख रहे थे।
भीड़ के बीच सेकंड भर का सन्नाटा और फिर ठहाके।
इस घटना से रेमंड और उनकी टीम हैरान तो जरूर हुए, लेकिन निराश नहीं दिखे।
तैयारी पर खर्च हुए 1.20 लाख रुपये
इस मेगा चपाती मिशन में सिर्फ मेहनत नहीं, पैसा भी खूब लगा।
टीम ने दावा किया कि:
- 2 मीटर का तवा
- हाथ से बना स्पेशल ईंटों का चूल्हा
- 20 लकड़ी के फ्लिप पैडल
- चार बोरी कोयला
- विशेष मिश्रण वाला आटा
इन सब पर कुल मिलाकर करीब 1 लाख 20 हजार रुपये खर्च हुए।
उन्हें पूरा भरोसा था कि इतनी तैयारी के बाद यह मेगा चपाती दुनिया को चौंका देगी। लेकिन किस्मत को शायद यह मंजूर नहीं था।
सोशल मीडिया पर रिएक्शन: हंसी, सहानुभूति और मोटिवेशन का मिश्रण
वीडियो को raymondkahuma नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट किया गया है। कुछ ही घंटों में इसे लाखों व्यू मिल गए।
वीडियो के नीचे कमेंट्स की बाढ़ आ गई। लोग इस टूट चुकी मेगा चपाती पर तरह-तरह की बातें लिख रहे हैं:
यूजर्स के चुनिंदा रिएक्शन
- “इतना अच्छा प्रयास… लगे रहो, एक दिन मेगा चपाती जरूर बनेगी।”
- “सारी मेहनत पर पानी फिर गया।”
- “रिकॉर्ड बन सकता था, लेकिन शायद फ्लिपिंग की प्लानिंग कमजोर थी।”
- “यह मेगा चपाती से ज्यादा मेगा कॉमेडी बन गई।”
- “इतनी बड़ी रोटी पलटने के लिए शायद क्रेन चाहिए थी।”
इंटरनेट की यही खूबी है। एक तरफ लोग मजाक करते हैं, तो दूसरी ओर हौसला भी बढ़ाते हैं।
क्यों असफल हुई यह मेगा चपाती? विशेषज्ञों की राय
कई फूड एक्सपर्ट्स ने वीडियो देखने के बाद अपनी तकनीकी राय दी। उनके अनुसार:
1. आटे की मोटाई असमान थी
इतनी बड़ी मेगा चपाती में समान मोटाई बनाए रखना बहुत मुश्किल है। इससे पकने और पलटने में दिक्कत होती है।
2. फ्लिपिंग का एंगल गलत था
20 पैडल का एक साथ तालमेल बैठाना आसान काम नहीं। संभव है कि कुछ पैडल पहले उठे, जिससे चपाती असंतुलित हो गई।
3. आटे में बाइंडिंग कम थी
विशेष रूप से बड़ी रोटी में आटा ज्यादा इलास्टिक होना चाहिए। ऐसा न होने से चपाती पलटते समय टूट जाती है।
4. तापमान नियंत्रण मुश्किल था
इतनी बड़ी सतह को बराबर गर्म रखना लगभग असंभव होता है, इसलिए सिकाई भी असमान रही।
इन सभी कारणों ने मिलकर इस मेगा चपाती मिशन को असफल बना दिया।
टीम का संदेश: हम वापस आएंगे
असफलता के बावजूद रेमंड की टीम ने एक सकारात्मक संदेश दिया। उन्होंने कहा:
“यह हमारी पहली कोशिश थी। अगली बार हम और बेहतर तैयारी करेंगे, और असली मेगा चपाती दुनिया को दिखाएंगे।”
उनकी इस जिद और उत्साह को देखकर दर्शक भी उत्साहित हैं कि अगली बार क्या नया देखने को मिलेगा।
दुनिया की सबसे बड़ी मेगा चपाती बनाने की यह कोशिश भले ही असफल रही, लेकिन इसके प्रयास और टीमवर्क ने लोगों का दिल जीता। वीडियो ने मनोरंजन भी किया और प्रेरणा भी दी कि रिकॉर्ड बनाना जितना मुश्किल है, उतना ही मजेदार भी है।
सोशल मीडिया पर यह घटना वायरल इसलिए भी हुई क्योंकि लोग असफलताओं में भी सीख और अपनापन देख पाते हैं। शायद अगली बार यह मेगा चपाती सच में रिकॉर्ड बुक में जगह बना ले।