Male Genital Health

पुरुषों के लिंग स्वास्थ्य पर चौकाने वाला खुलासा: रिसर्च ने खोली चुप्पी की परतें

Lifestyle

हाइलाइट्स

  • हालिया मेडिकल रिपोर्ट में Male Genital Health को लेकर हुआ चौंकाने वाला खुलासा
  • शोध में सामने आए ऐसे तथ्य, जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता को लेकर बढ़ा सकते हैं चिंता
  • मोबाइल रेडिएशन और तंग अंडरवियर बन सकते हैं Male Genital Health के दुश्मन
  • डॉक्टरों ने दी चेतावनी – युवा पुरुष खासतौर पर बरतें ये सावधानियां
  • भारत समेत कई देशों में Male Genital Health को लेकर जागरूकता की कमी गंभीर मुद्दा

दुनिया भर में जहां एक ओर महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होती जा रही हैं, वहीं Male Genital Health अब भी एक ऐसा विषय है जिस पर समाज में खुलकर बात नहीं होती। हाल ही में प्रकाशित एक मेडिकल शोध ने पुरुषों के जननांग स्वास्थ्य (Male Genital Health) को लेकर कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे हैं। इस रिपोर्ट के निष्कर्ष न सिर्फ चिंताजनक हैं, बल्कि यह संकेत भी देते हैं कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति गंभीर हो सकती है।

शोध में क्या सामने आया?

Male Genital Health को लेकर हुए इस अध्ययन में क्या-क्या पाया गया?

एक प्रतिष्ठित यूरोलॉजी रिसर्च संस्थान द्वारा किए गए अध्ययन में करीब 10,000 पुरुषों की जांच की गई। शोध में पाया गया कि 35% पुरुष किसी न किसी प्रकार की जननांग संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित समस्याएं पाई गईं:

  • शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट
  • लिंग में सूजन या जलन
  • समय से पहले स्खलन
  • टेढ़ापन या Peyronie’s disease
  • टेस्टिकल्स में दर्द या सूजन

इन समस्याओं का सीधा संबंध पुरुषों के Male Genital Health से है, जिसे अक्सर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।

लिंग स्वास्थ्य पर असर डालने वाले प्रमुख कारण

 खानपान, जीवनशैली और मानसिक तनाव बन रहे खतरे के संकेत

1. अत्यधिक मोबाइल का प्रयोग

मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन, खासकर जब फोन जेब में रखा जाता है, Male Genital Health पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

2. टाइट अंडरवियर पहनना

ज्यादा टाइट अंडरवियर टेस्टिकल्स की गर्मी को बढ़ाता है, जिससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।

3. स्मोकिंग और एल्कोहल

इन आदतों का सीधा असर न केवल हॉर्मोन स्तर पर पड़ता है, बल्कि जननांग अंगों की रक्त आपूर्ति पर भी असर डालता है।

4. मोटापा और निष्क्रिय जीवनशैली

ज्यादा वजन वाले पुरुषों में लिंग में रक्त संचार कम हो जाता है, जो Male Genital Health को प्रभावित करता है।

पुरुष क्यों नहीं करते खुलकर बात?

भारतीय समाज में आज भी पुरुषों का लिंग स्वास्थ्य एक ‘टैबू’ है। ज्यादातर पुरुष अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर से परामर्श लेने में हिचकिचाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, लज्जा और शर्म की वजह से Male Genital Health से जुड़ी कई समस्याएं समय रहते पकड़ी नहीं जातीं।

डॉक्टरों की राय: बचाव है सबसे बेहतर उपाय

 क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

डॉ. आर. के. त्रिपाठी, वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट का कहना है –
“अगर हम समय रहते Male Genital Health की जांच और देखभाल करें, तो न केवल प्रजनन क्षमता बेहतर होती है, बल्कि आत्मविश्वास और वैवाहिक जीवन में भी सुधार आता है।”

उन्होंने पुरुषों को निम्नलिखित सुझाव दिए:

  • ढीले और सूती अंडरवियर पहनें
  • मोबाइल फोन को अंडरवियर की जेब में न रखें
  • नियमित रूप से टेस्टिकल्स की सेल्फ एग्जामिनेशन करें
  • अत्यधिक हस्तमैथुन या पोर्न का सेवन न करें
  • योग और व्यायाम से तनाव को नियंत्रित रखें

सरकार और स्वास्थ्य संगठनों की भूमिका

भारत सरकार और WHO जैसे वैश्विक संगठन अब Male Genital Health पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कुछ राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट्स के तहत पुरुषों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही स्कूल और कॉलेज स्तर पर यौन स्वास्थ्य शिक्षा को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है।

युवाओं को क्यों हो रही ज्यादा समस्या?

आज की पीढ़ी तेज जीवनशैली, फास्ट फूड, देर रात तक जागने, और डिजिटल डिवाइस के अत्यधिक प्रयोग की आदि हो गई है। इसका सीधा असर Male Genital Health पर देखा जा रहा है। एक हालिया सर्वे में पाया गया कि 18 से 30 वर्ष के युवाओं में शुक्राणुओं की गुणवत्ता में 40% तक की गिरावट दर्ज की गई।

समाज को चाहिए नई सोच

अब समय आ गया है कि हम Male Genital Health को लेकर गंभीर हो जाएं। इसे केवल एक यौन विषय न मानते हुए, इसे एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषय के रूप में स्वीकार करना जरूरी है। जब पुरुष स्वस्थ होंगे, तभी परिवार और समाज भी स्वस्थ रह सकेगा।

 लिंग स्वास्थ्य की उपेक्षा नहीं, जागरूकता ही समाधान

पुरुषों के लिंग स्वास्थ्य यानी Male Genital Health पर किया गया यह अध्ययन न केवल आंखें खोलने वाला है, बल्कि यह एक चेतावनी भी है। यह आवश्यक है कि पुरुष अपने स्वास्थ्य के इस महत्वपूर्ण पहलू पर ध्यान दें और समय-समय पर विशेषज्ञ से परामर्श लें। इससे न केवल उनकी शारीरिक स्थिति बेहतर होगी, बल्कि मानसिक रूप से भी वे अधिक संतुलित महसूस करेंगे।

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