हाइलाइट्स
- गोंडा में अर्दली का महिला के साथ आपत्तिजनक Viral Video सोशल मीडिया पर ताबड़तोड़ वायरल।
- महिला से गले मिलते हुए वीडियो में दिखा एडीएम का अर्दली हरिवंश।
- घटना के बाद जिला प्रशासन में मचा हड़कंप, एडीएम ने दिए जांच के आदेश।
- वीडियो वायरल होने के बाद आम लोगों में नाराज़गी और आक्रोश।
- सवालों के घेरे में प्रशासन की साख, कार्यवाही की मांग ज़ोरों पर।
गोंडा में Viral Video ने खोली व्यवस्था की पोल
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक सरकारी कर्मचारी के अश्लील Viral Video ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। यह वीडियो किसी आम व्यक्ति का नहीं, बल्कि जिले के अपर जिलाधिकारी (ADM) के अर्दली हरिवंश का है, जिसमें वह एक महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक हरकत करता दिखाई दे रहा है। इस Viral Video के सामने आने के बाद पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
Viral Video में क्या है पूरा मामला?
गोंडा जिला मुख्यालय से सामने आया यह Viral Video ADM कार्यालय परिसर का बताया जा रहा है। वीडियो में हरिवंश नामक अर्दली एक महिला को जबरदस्ती गले लगाता नजर आता है। वीडियो रिकॉर्डिंग क्लियर है और महिला असहज दिख रही है, फिर भी अर्दली अपनी हरकतों से बाज नहीं आता।
Viral Video कैसे हुआ वायरल?
बताया जा रहा है कि किसी कर्मचारी ने ही इस घटना को मोबाइल से रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। चूंकि इसमें ADM कार्यालय से जुड़े व्यक्ति की संलिप्तता थी, वीडियो आग की तरह वायरल हो गया। देखते ही देखते यह Viral Video फेसबुक, व्हाट्सऐप और ट्विटर पर चर्चा का विषय बन गया।
प्रशासन की कार्रवाई: Viral Video पर ADM ने दिए जांच के आदेश
जैसे ही Viral Video ADM गोंडा के पास पहुंचा, उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच बैठा दी है। ADM ने संबंधित विभाग को निर्देश दिए हैं कि अर्दली हरिवंश की भूमिका की गहनता से जांच की जाए और यदि दोषी पाया जाए तो सख्त कार्रवाई की जाए।
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— RajKumar Kabir (@rajkumarkabir14) July 6, 2025
जांच समिति में कौन शामिल?
जांच समिति में SDM, महिला कल्याण अधिकारी और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नामित किया गया है। समिति को 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
आमजन और महिलाओं का गुस्सा: Viral Video बना जनाक्रोश का कारण
Viral Video सामने आने के बाद आम लोगों, खासकर महिलाओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। शहर की कई महिला संगठनों ने घटना की निंदा करते हुए अर्दली को बर्खास्त करने की मांग की है।
महिला आयोग की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने भी Viral Video को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने बयान जारी करते हुए कहा कि “किसी भी सरकारी संस्थान में महिला के साथ इस तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
Viral Video ने फिर उठाए ऑफिस स्पेस में महिला सुरक्षा पर सवाल
इस Viral Video ने सरकारी कार्यालयों में कार्यरत महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। कार्यस्थल पर महिला सम्मान और गरिमा की रक्षा के लिए जो दिशा-निर्देश तय हैं, क्या वे केवल कागजों तक ही सीमित हैं?
POSH एक्ट की अनदेखी?
‘Prevention of Sexual Harassment at Workplace’ (POSH Act) के तहत हर सरकारी और गैर-सरकारी संस्था में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है, लेकिन गोंडा के इस Viral Video ने दिखा दिया कि ज़मीनी स्तर पर इसकी पालनाहीनता कितनी भयावह है।
Viral Video की फॉरेंसिक जांच भी संभावित
सूत्रों के अनुसार, Viral Video की सत्यता की पुष्टि के लिए इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा सकता है। प्रशासन चाहता है कि कोई भी निर्णय पुख्ता प्रमाणों के आधार पर लिया जाए।
क्या कहती है कानून व्यवस्था?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 के अंतर्गत किसी महिला को उसकी मर्जी के बिना छूना या गले लगाना एक संज्ञेय अपराध है। यदि Viral Video की जांच में अर्दली दोषी पाया जाता है, तो उसे जेल की सजा भी हो सकती है।
क्या अर्दली को किया गया सस्पेंड?
फिलहाल, ADM कार्यालय ने अर्दली हरिवंश को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है। हालांकि, लोगों की मांग है कि इतनी गंभीर Viral Video के बाद केवल सस्पेंशन पर्याप्त नहीं है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर Viral Video को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं तीखी हैं। कुछ यूज़र्स ने लिखा, “सरकारी दफ्तरों में भी महिलाएं अब सुरक्षित नहीं?” तो वहीं अन्य ने पूछा, “अगर यही वीडियो किसी आम आदमी का होता तो अब तक गिरफ्तारी हो जाती।”
Viral Video बना चेतावनी
गोंडा का यह Viral Video न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि समाज को यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि महिलाएं आज भी कार्यस्थलों पर असुरक्षित क्यों हैं। इस घटना को एक उदाहरण बनाकर प्रशासन को ऐसी कठोर कार्रवाई करनी चाहिए जो भविष्य में किसी भी अर्दली, बाबू या अफसर को ऐसी हरकत करने से रोके।