करोड़ों कमाने का सपना देख भेजी थी पत्नी दुबई, शेखों के शिकंजे में फंसी, दिन-रात होता रहा हैवानों जैसा सलूक

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हाइलाइट्स

  • UAE Trafficking का चौंकाने वाला मामला महाराष्ट्र से आया सामने
  • महिला को सोशल मीडिया के ज़रिए दुबई भेजा गया, जहां हुआ शोषण
  • डांस शो के नाम पर बार डांसर बनने का दबाव, महिला ने किया इनकार
  • एजेंट ने छोड़ा नहीं, कहा- वापस आना है तो दो ₹2.50 लाख
  • पति की गुहार पर पुलिस ने UAE से महिला को सुरक्षित वापस लाया

दुबई में डांस शो के नाम पर महिला को भेजा, फिर शुरू हुआ UAE Trafficking का खेल

महाराष्ट्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने मानव तस्करी (UAE Trafficking) की एक नई परत को उजागर किया है। सोशल मीडिया के माध्यम से एक महिला को दुबई ले जाया गया, जहां उसे डांस शो के नाम पर झूठे वादों में फंसाकर शोषण का शिकार बनाया गया। इस मामले ने न केवल इंटरनेट पर विश्वास के खतरे को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे UAE Trafficking का जाल आम लोगों को अपना निशाना बना रहा है।

महिला ने इनकार किया तो शुरू हुई प्रताड़ना

सोशल मीडिया बना जाल, UAE पहुंचते ही बदली तस्वीर

पीड़िता के पति ने जब स्थानीय पुलिस से संपर्क किया तो उसकी आंखों में आंसू और डर था। उसने बताया कि उसके एक दोस्त ने कहा था कि दुबई में एक डांस स्टेज शो है जिसमें उसकी पत्नी को अच्छा पैसा मिलेगा। पीड़िता को भी यह जानकारी सोशल मीडिया मैसेजिंग एप्स के ज़रिए दी गई थी। UAE Trafficking के इस जाल में महिला ने जैसे ही दुबई की ज़मीन पर कदम रखा, उसकी उम्मीदें चकनाचूर हो गईं।

डांस शो की बजाय उसे एक क्लब में बार डांसर बनने का प्रस्ताव दिया गया। जब उसने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया, तो उस पर दबाव बनाया जाने लगा।

6 से 7 लाख खर्च कर चुके एजेंट ने मांगी 2.50 लाख की ‘वापसी फीस’

UAE Trafficking का हिस्सा बने एजेंट्स का खुला खेल

पीड़िता ने बताया कि जिसने उसकी यात्रा तय की थी, वह महिला एजेंट लगातार उस पर बार डांसर बनने का दबाव बना रही थी। जब उसने यह काम करने से इनकार कर दिया तो उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। खाने-पीने को नहीं दिया गया और मानसिक रूप से भी उसे परेशान किया गया।

एजेंट ने कहा कि अगर भारत वापस लौटना है, तो ₹2.50 लाख देने होंगे क्योंकि उसकी यात्रा और रुकने का खर्च पहले ही 6 से 7 लाख रुपए आ चुका है। यह UAE Trafficking का वह काला चेहरा है, जो गरीब और भोले-भाले लोगों को फांस कर उनकी ज़िंदगी तबाह कर देता है।

किसी तरह पति से की संपर्क, फिर शुरू हुई रेस्क्यू की प्रक्रिया

पुलिस और सरकारी एजेंसी की सूझबूझ से बचाई गई जान

इस प्रताड़ना के बीच महिला ने किसी तरह से अपने पति से संपर्क किया और अपनी स्थिति की जानकारी दी। पति ने तुरंत महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क किया और मदद की गुहार लगाई।

पुलिस ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लिया और केंद्रीय सरकारी एजेंसी की मदद से UAE Trafficking के इस मामले में महिला को ट्रैक किया गया। कुछ ही दिनों की प्रक्रिया के बाद उसे दुबई से भारत लाया गया।

दुबई जैसे देशों में UAE Trafficking का नेटवर्क कितना बड़ा?

मोटी कमाई के सपने और ज़मीनी हकीकत

भारत के कई गरीब राज्यों से बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष खाड़ी देशों में अच्छे वेतन की उम्मीद लेकर जाते हैं। लेकिन कई बार उन्हें वहां ऐसे हालातों का सामना करना पड़ता है, जो नर्क से कम नहीं होते।

UAE Trafficking के नाम पर एजेंट पहले सोशल मीडिया के जरिए भरोसा जीतते हैं, फिर फर्जी वीजा या टूरिस्ट वीजा पर दुबई बुलाकर उन्हें जबरन घरेलू काम, बार डांस या यौन शोषण जैसी गतिविधियों में धकेल देते हैं।

महिला की वापसी के बाद दर्ज हुआ केस, जांच जारी

एजेंट्स की तलाश में जुटी पुलिस

महिला की भारत वापसी के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज की है। पुलिस अब उन एजेंट्स की तलाश कर रही है जिन्होंने इस UAE Trafficking नेटवर्क को संचालित किया।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में कई लोग शामिल हो सकते हैं और इंटरनेशनल नेटवर्क भी हो सकता है। जांच के लिए साइबर सेल को भी लगाया गया है, जो यह पता लगाएगा कि सोशल मीडिया के ज़रिए कैसे संपर्क हुआ और किन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया गया।

विशेषज्ञों की राय: सोशल मीडिया बन रहा मानव तस्करी का माध्यम

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स का मानना है कि UAE Trafficking जैसे मामलों में सोशल मीडिया एक नया माध्यम बन चुका है। पहले जहां एजेंट सीधे संपर्क करते थे, अब फेसबुक, इंस्टाग्राम और मैसेंजर जैसे प्लेटफॉर्म्स पर महिलाओं को अच्छे काम और मोटी तनख्वाह का लालच देकर फंसाया जा रहा है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार को चाहिए कि विदेश जाने की इच्छुक महिलाओं के लिए सख्त वेरिफिकेशन और काउंसलिंग प्रक्रिया अनिवार्य करे ताकि UAE Trafficking जैसे मामलों को रोका जा सके।

जागरूकता ही बचाव है

इस पूरी घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि UAE Trafficking का जाल कितना घातक और गहराई से फैला हुआ है। महिला को अगर समय रहते पुलिस और सरकारी एजेंसी ने नहीं बचाया होता, तो उसका जीवन पूरी तरह बर्बाद हो सकता था।

यह जरूरी है कि समाज और सरकार दोनों मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अभियान चलाएं और लोगों को जागरूक करें। सोशल मीडिया पर किसी भी ऑफर या वादे पर आंख मूंदकर विश्वास करने से पहले उसकी सच्चाई ज़रूर जांच लें।

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