हाइलाइट्स
- Travel agent scam का शिकार हुआ नवांशहर का युवक जसपाल, ऑस्ट्रेलिया के नाम पर ईरान तक पहुंचा दिया गया
- दुबई और ईरान में बंधक बनाकर की गई बेरहमी से पिटाई, परिवार से मांगी गई फिरौती
- पीने के लिए मजबूर किया गया पेशाब, शारीरिक और मानसिक शोषण की हदें पार
- 18 लाख की ठगी के बाद जसपाल के पासपोर्ट तक फाड़ दिए गए थे
- भारत सरकार और दूतावास के प्रयासों से तीनों पंजाबी युवकों की हुई घर वापसी
ऑस्ट्रेलिया की बजाय पहुंचा ईरान, जहां मिला इंसानियत को शर्मसार करने वाला बर्ताव
पंजाब के नवांशहर जिले के लंगड़ोआ गांव का रहने वाला 26 वर्षीय जसपाल सिंह भी उन्हीं हजारों युवाओं में से एक था, जो विदेश में बसने और एक सुनहरे भविष्य की उम्मीद लिए घर से निकला था। लेकिन travel agent scam ने उसका जीवन तहस-नहस कर दिया। ऑस्ट्रेलिया पहुंचने की चाह में वह दुबई और फिर ईरान पहुंच गया, जहां उसे पाकिस्तान और ईरान के गिरोहों ने अगवा कर लिया।
इस travel agent scam में जसपाल के साथ जो हुआ, वह न सिर्फ अविश्वसनीय है, बल्कि एक सच्ची और दर्दनाक चेतावनी भी है उन युवाओं के लिए, जो बिना जांच-पड़ताल के किसी एजेंट के हाथों अपनी ज़िंदगी सौंप देते हैं।
धोखे से दुबई, फिर ईरान: जसपाल के साथ शुरू हुई बर्बादी की दास्तान
ट्रैवल एजेंट धीरज अटवाल ने झांसा देकर ठगे 18 लाख रुपये
जसपाल ने बताया कि एक स्थानीय travel agent धीरज अटवाल ने उसे ऑस्ट्रेलिया भेजने का वादा किया और इसके लिए उससे 18 लाख रुपये लिए। धीरज ने पहले उसे दुबई भेजा, जहां से एक अन्य एजेंट ने उसे ईरान भेजने की साजिश रची। जसपाल को भनक तक नहीं थी कि वह travel agent scam का शिकार बन चुका है।
ईरान में उतरते ही कार में उठा ले गए पाकिस्तानी और ईरानी गिरोह
जैसे ही जसपाल ईरान के तेहरान एयरपोर्ट पर उतरा, कुछ पाकिस्तानी और ईरानी युवक उसे लेने आए। ये लोग होशियारपुर के एक एजेंट के कहने पर आए थे। उन्होंने जसपाल को अपनी कार में बिठाया और फिर उसका पासपोर्ट, पैसे और मोबाइल छीन लिया। इसके बाद शुरू हुआ उसका असली दुःस्वप्न।
बंधक बनाकर इंसानियत को रौंदने वाला अत्याचार
अलग कमरों में बंद, हाथ-पैर बांधकर पीटा गया
जसपाल के साथ दो और पंजाबी युवक भी थे, जिन्हें ईरान में अगवा किया गया। इन तीनों को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया गया। हाथ-पैर बांध दिए गए और हर रोज बेरहमी से पीटा गया। यह सब कुछ उस travel agent scam का परिणाम था, जिसमें एजेंट ने न केवल पैसे लिए, बल्कि उन्हें नरक जैसे हालात में धकेल दिया।
मानवता शर्मसार: पेशाब पीने पर मजबूर किया गया
जसपाल ने बताया कि एक बार जब उसने पानी मांगा, तो उन दरिंदों ने उसे पेशाब पीने पर मजबूर किया। यह सुनकर हर कोई कांप जाए। यह घटना दर्शाती है कि travel agent scam सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक शोषण की कहानी भी है।
परिवार से मांगी गई फिरौती, टूट गया हर सपना
18 लाख की फिरौती की मांग, लेकिन जसपाल को केवल अपमान मिला
गिरोह ने जसपाल के परिवार से फिरौती की मांग की — ठीक 18 लाख रुपये, जो पहले एजेंट को दिए गए थे। परिवार ने तुरंत भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय से संपर्क किया। इस travel agent scam ने न केवल पैसे लूटे, बल्कि एक परिवार की उम्मीदें और एक युवक की आत्मा को कुचल दिया।
भारत सरकार का हस्तक्षेप बना जीवनरक्षक
दूतावास और ईरानी पुलिस की मदद से छुड़ाया गया
भारतीय दूतावास ने ईरान में सक्रिय होकर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। जांच-पड़ताल के बाद जसपाल और उसके साथियों को ढूंढ निकाला गया। वे जिस कमरे में बंद थे, वहां से पासपोर्ट फटे हुए मिले। उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य चरमरा गया था। लेकिन travel agent scam का अंत यहीं नहीं था, यह चेतावनी बनकर रह गया।
मनोवैज्ञानिक आघात से जूझ रहा है जसपाल
अब भी डर से कांप उठता है, कहता है “मैं मरना चाहता था”
जसपाल अब अपने घर लौट चुका है, लेकिन उसके चेहरे पर मुस्कान गायब है। वह लगातार डिप्रेशन और PTSD जैसे लक्षणों से गुजर रहा है। “कई बार लगा कि अब मर जाऊं,” उसने बताया। इस travel agent scam ने उसकी आत्मा पर घाव छोड़े हैं, जो शायद कभी नहीं भर पाएंगे।
युवाओं के लिए सबक: travel agent scam से कैसे बचें?
सरकारी मान्यता प्राप्त एजेंट से ही लें मदद
यह घटना उन युवाओं के लिए चेतावनी है जो विदेश जाने के सपने देखते हैं। उन्हें चाहिए कि:
- हमेशा government approved travel agent से ही संपर्क करें
- किसी भी एजेंट को नकद बड़ी रकम न दें
- वीज़ा, पासपोर्ट और फ्लाइट टिकट खुद जांचें
- ई-मीटिंग और ट्रैकिंग ऐप्स के जरिए जानकारी जुटाएं
- परिवार और नजदीकी दोस्तों को हर अपडेट दें
ये सिर्फ एक जसपाल की कहानी नहीं, हजारों की सच्चाई है
आज जसपाल घर लौट आया है, लेकिन न जाने कितने और युवा अभी भी ऐसे ही किसी travel agent scam में फंसे हैं, जो लौट नहीं सके। सरकार को ऐसे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और युवाओं को जागरूक होना चाहिए।