Train AC failure

ट्रेन में अचानक बंद हुआ AC… और फिर जो हुआ उसने बदल दी एक शादीशुदा औरत की ज़िंदगी!

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हाइलाइट्स

  • Train AC failure के कारण मुंबई से मुजफ्फरनगर जा रही पवन एक्सप्रेस में एक यात्री की मौत।
  • मृतक सरफराज अंसारी थे डायलिसिस पर, परिवार के साथ जा रहे थे शादी में शामिल होने।
  • B2 कोच में अचानक बंद हुआ AC, यात्री उमस और गर्मी से बेहाल।
  • औड़िहार स्टेशन पर उतारकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
  • रेलवे ने कहा, “Train AC failure से नहीं हुई मौत”, परिवार और यात्रियों ने खारिज किया बयान।

उत्तर प्रदेश के औड़िहार स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जिसने रेलवे की कार्यप्रणाली और गर्मी में लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुंबई से मुजफ्फरनगर जा रही पवन एक्सप्रेस के B2 कोच में Train AC failure की वजह से एक यात्री की जान चली गई। मृतक की पहचान सरफराज अंसारी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के निवासी थे और अपने परिवार के साथ मुंबई के धारावी इलाके में रहते थे।

 ट्रेन में शुरू हुई थी सामान्य यात्रा, लेकिन Train AC failure ने बदला सब कुछ

सरफराज अंसारी अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ B2 कोच की सीट संख्या 23 और 24 पर सवार थे। ट्रेन की यात्रा मुंबई से वाराणसी तक सामान्य रही। परिवार ने एक साथ खाना भी खाया और सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन जैसे ही ट्रेन वाराणसी से गाजीपुर की ओर बढ़ी और औड़िहार स्टेशन से कुछ पहले पहुंची, Train AC failure की वजह से कोच का तापमान असहनीय हो गया।

 असहनीय गर्मी और घुटन ने बिगाड़ी तबीयत

Train AC failure के कारण B2 कोच का तापमान तेजी से बढ़ने लगा। कोच पूरी तरह से बंद था, जिससे उमस और घुटन का माहौल बन गया। सरफराज को पहले घबराहट होने लगी। वे कभी खिड़की के पास जा रहे थे तो कभी दरवाजे के पास हवा लेने। उनकी हालत धीरे-धीरे बिगड़ती चली गई।

औड़िहार स्टेशन पर रोका गया ट्रेन, लेकिन तब तक हो चुकी थी देर

दूसरे यात्रियों ने तुरंत रेलवे पुलिस (RPF) को सूचना दी। ट्रेन को औड़िहार स्टेशन पर रोका गया और सरफराज को सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, “उनकी नाक और कान से झाग निकल रहा था। यह संकेत है कि उन्हें अत्यधिक गर्मी और शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ा था।”

पत्नी के सामने तड़पते हुए गई जान

सरफराज की पत्नी शबनम ने कहा कि उनके पति पूरी यात्रा के दौरान ठीक थे। वे खुद खाना खा रहे थे, बच्चों से बातें कर रहे थे। लेकिन जैसे ही Train AC failure हुआ, उनका शरीर पसीने से तरबतर हो गया और घबराहट तेज होती चली गई। वे बोलीं—

“हम शादी में खुशी लेकर जा रहे थे, लेकिन अब घर ले जा रहे हैं उनकी लाश।”

 रेलवे की सफाई, लेकिन सवाल कायम

रेलवे के पीआरओ अशोक कुमार ने इस मामले में बयान जारी किया कि मौत की वजह Train AC failure नहीं है। उनका कहना है कि सरफराज की दोनों किडनी फेल थीं और उनकी मृत्यु उसी कारण हुई है। उन्होंने वीडियो बयान देने से भी इनकार कर दिया।

 परिवार और यात्रियों ने खारिज किया रेलवे का दावा

परिवार वालों और कोच में यात्रा कर रहे अन्य यात्रियों ने रेलवे के इस बयान को नकार दिया है। यात्रियों का कहना है कि Train AC failure की वजह से कोच में सांस लेना मुश्किल हो गया था। सभी यात्री पसीने से लथपथ थे और सरफराज की हालत अचानक ही बिगड़ने लगी थी।

 Train AC failure – एक गंभीर समस्या

गर्मी के मौसम में लंबी दूरी की ट्रेन यात्राएं अपने आप में एक चुनौती हैं। जब एक कोच का एयर कंडीशनर (AC) काम करना बंद कर दे, तो स्थिति और भी भयावह हो जाती है। यह पहली घटना नहीं है, जब Train AC failure की वजह से किसी यात्री की तबीयत बिगड़ी हो या मौत हुई हो। लेकिन हर बार रेलवे इसे तकनीकी खराबी कहकर पल्ला झाड़ लेता है।

ट्रेन में मेडिकल सुविधा की कमी

इतनी बड़ी रेल यात्रा में यदि मेडिकल इमरजेंसी आती है, तो यात्रियों के लिए ट्रेन में कोई प्राथमिक चिकित्सा सुविधा तक नहीं होती। अगर समय रहते कोई ऑक्सीजन सिलेंडर या प्राथमिक उपचार मिल पाता, तो शायद सरफराज की जान बच सकती थी।

 न्याय की मांग और रेलवे से सवाल

सरफराज के परिवार और सामाजिक संगठनों ने रेलवे से Train AC failure को लेकर जवाब मांगा है। उनका कहना है कि:

  • अगर कोच का AC ठीक से मेंटेन किया गया होता तो यह हादसा न होता।
  • मेडिकल इमरजेंसी के लिए ट्रेनों में कोई खास व्यवस्था क्यों नहीं है?
  • जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती?

सरकार और रेलवे को जागने की जरूरत

यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं है, बल्कि भारतीय रेल में तकनीकी रख-रखाव और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। Train AC failure जैसी घटनाएं हर गर्मी में कई बार सामने आती हैं, लेकिन इन्हें कभी गंभीरता से नहीं लिया जाता।

सरकार और रेलवे को चाहिए कि:

  1. सभी AC कोचों की मेंटेनेंस रिपोर्ट सार्वजनिक करें।
  2. ट्रेनों में मेडिकल इमरजेंसी किट अनिवार्य करें।
  3. Train AC failure जैसी शिकायतों पर फौरन जांच और सुधार हो।

सरफराज अंसारी की मौत ने उन तमाम परिवारों की चिंता बढ़ा दी है जो ट्रेन से लंबी यात्रा करते हैं। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, एक चेतावनी है—अगर समय रहते Train AC failure जैसे मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो हर गर्मी ऐसी घटनाएं दोहराई जाएंगी। एक ओर देश बुलेट ट्रेन की बात करता है, वहीं दूसरी ओर चलती ट्रेन में भीषण गर्मी से लोगों की जान जा रही है। अब समय आ गया है जब यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।

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