हाइलाइट्स
- Tragic Video: गांधीनगर में डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट का नर्मदा नहर में फिसलकर हुआ दुखद निधन, बेटी के सामने घटी दिल दहला देने वाली घटना
- पूजा सामग्री का विसर्जन करने गए थे नहर के किनारे, पैर फिसलने से फिसलकर पानी में समा गए
- बेटी की चीख-पुकार ने राहगीरों का ध्यान खींचा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी
- फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन डॉक्टर को नहीं बचाया जा सका
- विशेषज्ञों की अपील- Tragic Video जैसी घटनाओं से बचने के लिए नदी-नहरों से दूरी बनाएं रखें
गांधीनगर की नर्मदा नहर में दर्दनाक हादसा: डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट की मौत ने झकझोर दिया गुजरात
गुजरात के गांधीनगर से आई एक Tragic Video ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सिविल अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट की मौत उस समय हो गई, जब वह पूजा सामग्री का विसर्जन करने के लिए नर्मदा कैनाल की ढलान पर गए थे। उनके साथ उनकी छोटी बेटी भी मौजूद थी। जैसे ही उन्होंने सामग्री बहाने के लिए नीचे कदम रखा, उनका पैर फिसला और वह सीधे नहर में गिर गए।
यह हादसा न केवल दुखद है, बल्कि एक बड़ा सबक भी है कि धार्मिक परंपराओं का पालन करते समय सावधानी कितनी जरूरी है।
कैसे हुआ यह हादसा?
पूजा सामग्री को नहर में विसर्जित करने पहुंचे डॉक्टर
डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट अपनी बेटी के साथ अदालत के पास स्थित नर्मदा नहर के पास पहुंचे थे। उनके हाथों में पूजा-पाठ की सामग्री थी, जिसे वह बहते पानी में प्रवाहित करना चाहते थे।
नहर किनारे एक ढलान जैसी जगह देखकर उन्होंने नीचे उतरना चाहा, लेकिन शायद उन्हें यह नहीं मालूम था कि यह कदम उनकी जिंदगी का आखिरी कदम साबित होगा।
बेटी की चीखों से गूंज उठा सड़क किनारा
जैसे ही डॉक्टर नहर में गिरे, उनकी बेटी डर के मारे ज़ोर-ज़ोर से चीखने लगी। राह चलते लोगों की नजर जब उस मासूम बच्ची पर पड़ी तो सब समझ गए कि कुछ अनहोनी हो गई है।
राहगीरों ने तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को बुलाया। गोताखोरों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन तब तक डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट की जान जा चुकी थी।
बेहद दुखद वीडियो है
गांधीनगर सिविल अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट अपनी बेटी के साथ जा रहे थे उनके पास पूजा पाठ में इस्तेमाल होने वाली कुछ सामग्री थी जिसे वह अदालत के पास नर्मदा कैनाल में ढलान से उतरकर विसर्जित करने गए
और पैर स्लिप होने से छोटी सी बेटी के सामने… pic.twitter.com/9G1fRo5IRC
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) July 14, 2025
‘Tragic Video’ वायरल: सोशल मीडिया पर छलका दर्द
इस हादसे का Tragic Video सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें बच्ची की चीखें, राहगीरों की दौड़-भाग और नहर की तरफ दौड़ते लोग देखे जा सकते हैं।
वीडियो इतना भावुक कर देने वाला है कि इसे देखकर किसी की भी आंखें नम हो जाएं। कई लोग इसे “पूजा की जगह पर मौत का बुलावा” बता रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय: शास्त्र पूजा का उद्देश्य बताते हैं, खतरे नहीं
धार्मिक विद्वानों और समाजशास्त्रियों का मानना है कि शास्त्रों में कहीं भी यह नहीं लिखा गया है कि पूजा सामग्री को नदी या नहर में ही विसर्जित करना अनिवार्य है।
वैकल्पिक उपाय क्या हैं?
- पूजा सामग्री को अपने घर के गमले में डाल सकते हैं
- किसी वृक्ष की जड़ों में respectfully रख सकते हैं
- नगरपालिका की ओर से बनाए गए ‘पूजा सामग्री संग्रहण केंद्र’ का उपयोग कर सकते हैं
‘Tragic Video’ बनता सबक: तैराकी ना आती हो तो नहरों से रहें दूर
गुजरात फायर एंड रेस्क्यू सर्विस के अधिकारियों ने इस मामले को लेकर अपील जारी की है कि यदि किसी व्यक्ति को तैरना नहीं आता है, तो वह नहरों, तालाबों, और गहरी नदियों के पास न जाएं।
कुछ सुरक्षा सुझाव
- पूजा सामग्री केवल सुरक्षित स्थानों से विसर्जित करें
- बच्चों के साथ किसी भी जल निकाय के पास न जाएं
- राज्य सरकार द्वारा तय किए गए विसर्जन स्थल का प्रयोग करें
- नहरों की स्लिपरी सतह से सतर्क रहें
पूजा आस्था है, लेकिन जान की कीमत सबसे बड़ी है
डॉ. नीरव ब्रह्मभट्ट की इस Tragic Video जैसी मौत हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि धार्मिक आस्था और परंपराओं के नाम पर हम कब तक अपनी या अपनों की जान जोखिम में डालते रहेंगे?
जीवन अनमोल है और उसका कोई विकल्प नहीं। पूजा सामग्री का सम्मान तभी है, जब हम उसे भी सम्मानजनक और सुरक्षित तरीके से विसर्जित करें।
सरकार से अपील: ऐसे हादसों पर हो स्पष्ट गाइडलाइन
इस हादसे के बाद लोगों ने सरकार से मांग की है कि पूजा सामग्री के विसर्जन के लिए गाइडलाइन और जागरूकता अभियान चलाया जाए।
क्या हो सकते हैं समाधान?
- सार्वजनिक स्थलों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं
- CCTV निगरानी के साथ नहर किनारे सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएं
- स्कूलों और कॉलेजों में ‘सुरक्षित धार्मिक क्रियाएं’ विषय पर वर्कशॉप कराई जाए
डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट को श्रद्धांजलि
पूरे गुजरात के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर नीरव ब्रह्मभट्ट को एक जिम्मेदार और कर्तव्यनिष्ठ चिकित्सक के रूप में जाना जाता था। उनका यूं असमय निधन न केवल उनके परिवार, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य तंत्र के लिए भी अपूर्णनीय क्षति है।
उनकी मासूम बेटी की आंखों में जो डर और ग़म था, वह किसी Tragic Video से कम नहीं।