VIDEO:प्यार में पागल मामी-भांजे ने खा लिया ज़हर — बुलंदशहर में ज़हरीले रिश्ते की दर्दनाक दास्तां

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हाइलाइट्स 

  • बुलंदशहर में सामने आया toxic relationship का चौंकाने वाला मामला, मामी-भांजे ने खाया जहर
  • महिला अपने से 12 साल छोटे नाबालिग भांजे के साथ बना रही थी संबंध, समाज से डरकर उठाया खौफनाक कदम
  • होटल में प्रेमी युगल ने किया आत्महत्या का प्रयास, हालत गंभीर
  • पुलिस ने होटल स्टाफ के बयान के आधार पर शुरू की जांच, होटल से मिला सुसाइड नोट
  • विशेषज्ञ बोले – किशोरों में बढ़ती भावनात्मक अस्थिरता और toxic relationship के कारण आत्मघाती कदम

बुलंदशहर में रिश्तों की मर्यादा टूटी: मामी-भांजे ने समाज के डर से खाया जहर

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने ना सिर्फ सामाजिक रिश्तों को झकझोर दिया है, बल्कि भावनात्मक रूप से अस्थिर और toxic relationship की गंभीरता को भी उजागर किया है।

एक महिला और उसका 12 साल छोटा नाबालिग भांजा, जो आपस में प्रेम संबंध में थे, ने समाज की बंदिशों और बदनामी के डर से होटल के कमरे में ज़हर खा लिया। दोनों की हालत गंभीर है और फिलहाल सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

रिश्तों की सीमा लांघती मामी और नाबालिग भांजे की प्रेम कहानी

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह मामला बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र का है। मामी, जिसकी उम्र करीब 30 वर्ष बताई जा रही है, अपने 18 वर्षीय भांजे के साथ प्रेम संबंध में थी। परिवार में किसी को इस रिश्ते की भनक लगने पर विरोध हुआ, जिसके बाद दोनों ने घर से भागकर एक होटल में शरण ली।

इस रिश्ते को समाजिक और नैतिक दृष्टि से toxic relationship माना जा रहा है, क्योंकि इसमें उम्र का अत्यधिक अंतर, पारिवारिक संबंध और कानूनी व सामाजिक जटिलताएँ शामिल हैं।

होटल में की आत्महत्या की कोशिश, मिला सुसाइड नोट

होटल स्टाफ ने बताया कि दोनों एक सामान्य कपल की तरह होटल में चेक-इन करने आए थे। एक घंटे के भीतर जब कमरे से कोई आवाज़ नहीं आई, तब सफाईकर्मी ने संदेह के आधार पर दरवाज़ा खटखटाया।

दरवाजा अंदर से बंद था। स्टाफ ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाज़ा तोड़कर दोनों को अचेत अवस्था में अस्पताल पहुँचाया। कमरे से एक छोटा सा सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था:

“हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं, लेकिन समाज हमें नहीं अपनाता। हम साथ जी नहीं सके, इसलिए साथ मरना चाहते हैं।”

यह नोट इस toxic relationship की चरम परिणति को दर्शाता है, जिसमें न भावनाओं पर नियंत्रण था, न सामाजिक समझदारी।

पुलिस जांच में जुटी, परिवारों से हो रही पूछताछ

बुलंदशहर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और होटल मैनेजर व स्टाफ के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। दोनों के परिवार वालों को सूचित कर दिया गया है, और इस रिश्ते की पृष्ठभूमि की जानकारी जुटाई जा रही है।

पुलिस अधीक्षक का कहना है कि यह मामला आत्महत्या के प्रयास के तहत दर्ज किया गया है, लेकिन यदि पीड़ितों की हालत सुधरती है तो उनकी काउंसलिंग कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

विशेषज्ञों की चेतावनी: किशोरावस्था में भावनात्मक अस्थिरता और गलत निर्णय

मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के toxic relationship किशोरों में भावनात्मक अस्थिरता और यौन जिज्ञासा के कारण जन्म लेते हैं। मामी और भांजे जैसे संबंधों में प्रेम की बजाय नियंत्रण, भ्रम और सामाजिक अस्वीकार्यता होती है, जो मानसिक तनाव का कारण बनती है।

“किशोरों को सही मार्गदर्शन की ज़रूरत होती है। जब घर में खुलकर बात नहीं होती, तो वो इंटरनेट और फिल्मों से सीखते हैं, जो कई बार गलत होता है,” — मनोवैज्ञानिक डॉ. रुचि अग्रवाल।

डेटा और ट्रेंड: बढ़ते आत्महत्या के मामले और अस्वस्थ रिश्ते

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल 15-24 वर्ष की आयु के लगभग 35% आत्महत्या के मामले प्रेम संबंधों से जुड़े होते हैं। इनमें से एक बड़ी संख्या toxic relationship की वजह से होती है, जहां युवा सही निर्णय नहीं ले पाते।

इस केस ने एक बार फिर यह दिखाया कि समाज में जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कितना बड़ा खालीपन है।

बाल संरक्षण की दृष्टि से भी गंभीर मामला

इस मामले में भांजे की उम्र 18 बताई जा रही है, लेकिन कई सूत्रों के अनुसार वह नाबालिग हो सकता है। यदि जांच में यह पुष्टि होती है तो महिला पर POCSO एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हो सकता है, क्योंकि यह मामला यौन शोषण की श्रेणी में आएगा।

एक toxic relationship न केवल दो लोगों की जिंदगी को बर्बाद करता है, बल्कि इससे जुड़े परिवार, कानून और समाज पर भी प्रभाव पड़ता है।

 रिश्तों की मर्यादा, समाज की जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य की ज़रूरत

बुलंदशहर का यह मामला केवल एक समाचार नहीं है, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर हम अपने बच्चों से संवाद नहीं करेंगे, उनके भावनात्मक उतार-चढ़ाव को नहीं समझेंगे, तो वह ग़लत निर्णय ले सकते हैं।

हर toxic relationship की एक शुरुआत होती है — एक अनदेखा संकेत, एक चुप्पी, एक घुटन। यदि समय रहते परिवार, स्कूल और समाज सतर्क हो जाए, तो शायद ऐसे मामले टाले जा सकते हैं।

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