हाइलाइट्स
- TigrayConflict के दौरान यौन हिंसा को ‘युद्ध हथियार’ की तरह प्रयोग करने के आरोप
- अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में 1.2 लाख से अधिक महिलाओं‑बच्चियों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि
- TigrayConflict पीड़ितों में PTSD, अवसाद और आत्महत्या के मामलों में तेज़ बढ़ोतरी
- दोषी सैनिकों पर कार्रवाई धीमी, वैश्विक संस्थाओं की निष्क्रियता पर उठे सवाल
- पुनर्वासनिधि, मेडिकल‑काउंसिलिंग व न्याय तंत्र मज़बूत करने की माँग ने TigrayConflict को फिर सुर्खियों में लाया
TigrayConflict: संघर्ष की जड़ें
टिग्रे पीपल्स लिबरेशन फ़्रंट (TPLF) और इथियोपियाई संघीय सरकार के बीच नवंबर 2020 में भड़के TigrayConflict ने देखते‑देखते क्षेत्रीय लड़ाई को मानवीय त्रासदी में बदल दिया। पड़ोसी इरिट्रिया की सेना और क्षेत्रीय मिलिशिया की दखल ने संघर्ष को और जटिल बना दिया। संचार कटौती, मीडिया प्रतिबंध और आपूर्ति लाइनों की नाकाबंदी ने मानवीय सहायता रोक दी, जिससे हिंसा‑भुखमरी एक साथ बढ़ीं। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के अनुसार, TigrayConflict ने अफ्रीकी हॉर्न में स्थायित्व पर दीर्घकालिक प्रश्नचिह्न लगा दिया।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और सशस्त्र गुट
सत्ता‑साझेदारी का टूटना
TPLF की दशकों‑पुरानी राजनीतिक पकड़ 2018 के बाद कमज़ोर हुई। प्रधानमंत्री अबी अहमद के सुधारों से उत्पन्न अविश्वास ने जब उग्र रूप लिया, तो TigrayConflict अनिवार्य हो गया।
इरिट्रिया की संलिप्तता
इरिट्रियन डिफेन्स फ़ोर्सेज़ (EDF) ने “सुरक्षा हितों” के नाम पर सीमा पार कार्रवाई की; परंतु रिपोर्टें बताती हैं कि EDF के लड़ाके भी TigrayConflict में व्यापक यौन हिंसा में शामिल रहे।
TigrayConflict में यौन हिंसा का भयावह पैमाना
अप्रैल 2025 में जारी संयुक्त राष्ट्र‑समर्थित स्वतंत्र आयोग की रिपोर्ट ने खुलासा किया कि TigrayConflict के भीतर 1.2 लाख से ज़्यादा मामलों में दुष्कर्म, यौन गुलामी, जबरन गर्भवती करना और जननांग‑विच्छेदन जैसी क्रूरताएँ हुईं। चिकित्सा अभिलेख दर्शाते हैं कि अनेक पीड़िताएं मल्टीपल ऑर्गन इन्ज़री से जूझ रहीं; कई की प्रजनन क्षमता समाप्त हो गई।
युद्ध रणनीति के रूप में बलात्कार
‘जातीय सफ़ाया’ की मानसिकता
विशेषज्ञ मानते हैं कि TigrayConflict में बलात्कार केवल व्यक्तिगत हिंसा नहीं रहा, बल्कि विरोधी जातीय समूहों को मनोवैज्ञानिक रूप से तोड़ने की सुनियोजित रणनीति का हिस्सा था।
मेडिकल साक्ष्य व आंकड़े
मेकेले, शायर और अक्सुम के अस्पतालों के डेटा के अनुसार, TigrayConflict के पहले वर्ष में यौन हिंसा‑पीड़ितों का अनुपात सामान्य समय से 32‑गुना बढ़ा।
TigrayConflict के बीच टूटती अस्मिताएँ
“मुझे अपने पति को टुकड़ों में कटते देखने के लिए मजबूर किया गया,” 29‑वर्षीय सेलामावित (परिवर्तित नाम) बताती हैं। यह गवाही TigrayConflict के दौरान प्रलेखित हज़ारों बयान में से एक है। दो साल की बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार जैसी घटनाएँ, मानवीय इतिहास के सबसे काले अध्यायों को चुनौती देती हैं।
गर्भवती महिलाओं को निशाना बनाना
प्रेग्नेंसी‑टार्गेटेड टॉर्चर
एक गर्भवती पीड़िता के पेट पर तेज़धार हथियार से वार कर उसे मौके पर ही मार डालना, TigrayConflict के यौन अपराधों की क्रूरता दर्शाता है।
बच्चों पर प्रभाव
यूनिसेफ़ के अनुसार, TigrayConflict से विस्थापित 60 हज़ार बच्चों में कम से कम 15 हज़ार ने किसी न किसी रूप में यौन हिंसा का प्रत्यक्ष‑अप्रत्यक्ष साक्ष्य देखा।
TigrayConflict की भयावह मानसिक व शारीरिक विरासत
डॉक्टर एस्तिफनोस तेस्फ़ाये बताते हैं, “रोज़ ओपीडी में सामने आ रहीं जटिल गर्भाशय‑और मलाशय‑अन्दरूनी चोटें हमें याद दिलाती हैं कि TigrayConflict अभी खत्म नहीं हुआ।” PTSD, डिसोसिएटिव डिसऑर्डर और आत्महत्या का बढ़ता ग्राफ, युद्ध‑उपरांत सार्वजनिक स्वास्थ्य तंत्र की चुनौती है।
समुदाय‑स्तरीय कलंक
सामाजिक बहिष्कार
कई गांवों में बलात्कार‑पीड़ित महिलाओं को ‘दुश्मन की औलाद’ कहकर निकाल दिया गया, जिससे TigrayConflict के घाव और गहरे हुए।
पुनर्वास की चुनौतियाँ
मानसिक‑स्वास्थ्य विशेषज्ञों की कमी, सीमित फंडिंग और सांस्कृतिक वर्जनाओं ने TigrayConflict से उबर रही महिलाओं के उपचार को जटिल बना दिया।
TigrayConflict पर अंतरराष्ट्रीय दबाव व क़ानूनी चुनौतियाँ
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने यौन हिंसा को “मानवता के ख़िलाफ़ अपराध” बताते हुए विशेष ट्राइबुनल की मांग की, परंतु अब तक TigrayConflict में दोषी ठहराए गए मामलों की संख्या उँगलियों पर गिनी जा सकती है।
न्यायिक बंदिशें
सीमित फोरेंसिक साक्ष्य
लड़ाई के दौरान सबूत संग्रह बाधित रहा, जिससे TigrayConflict के केस अदालत में तकनीकी कारणों से खारिज हुए।
राजनीतिक अनिच्छा
कुछ विश्लेषकों का आरोप है कि क्षेत्रीय स्थायित्व को प्राथमिकता देकर अंतरराष्ट्रीय शक्तियाँ TigrayConflict के अपराधियों पर कठोर कार्रवाई से परहेज़ कर रही हैं।
TigrayConflict: न्याय, सहायता और रास्ते आगे
मानवाधिकार समूहों का संयुक्त बयान स्पष्ट करता है कि TigrayConflict समाप्त मानने से पहले व्यापक ट्रामा‑केयर, आर्थिक पुनर्वास और सत्य‑न्याय आयोग की स्थापना अनिवार्य है।
राहत‑पुनर्वास की पहल
फ़ंडिंग का संकट
वैश्विक सहायता एजेंसियाँ अब तक कुल अनुमानित 3 अरब डॉलर में से केवल 22 फ़ीसदी फंड जुटा पाई हैं, जबकि TigrayConflict पीड़ितों की वास्तविक ज़रूरतें कहीं अधिक हैं।
स्थानीय नेतृत्व की भूमिका
महिला अधिकार संगठनों ने सुझाव दिया है कि स्थायी समाधान के लिए TigrayConflict प्रभावित समुदायों की भागीदारी से जमीनी कार्यक्रम चलाए जाएँ—मसलन, कानूनी सहायता शिविर, मोबाइल‑हेल्थ क्लिनिक और ‘सेफ़ स्पेस’ नेटवर्क।
विशेषज्ञ दृष्टिकोण
कार्नेगी अफ्रीका के शोधकर्ता डॉ. लिडेटे गेटाहुन कहती हैं, “यदि TigrayConflict के अपराधियों को दंडित नहीं किया गया, तो यह वैश्विक न्याय प्रणाली की विफलता का प्रतीक होगा।”
इथियोपिया का उत्तरी इलाका भले ही धीरे‑धीरे शांति की ओर बढ़ रहा हो, परंतु TigrayConflict की यादें—खासकर यौन हिंसा की—आज भी जीवित हैं। जब तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय साथ आकर पीड़ितों को न्याय, सुरक्षा और सम्मानित जीवन नहीं देता, तब तक TigrayConflict एक जीवित घाव की तरह मानवता को कचोटता रहेगा।