यूपी का 18 साल का युवक और उसकी नाड़ी घुमाने की कला: आधे घंटे तक कैसे रह पाता है इस हालत में?

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हाइलाइट्स

  • उत्तर प्रदेश के युवक ने अपनी नाड़ी घुमाने की कला से सबको चौंका दिया।
  • युवक का दावा है कि वह आधे घंटे तक इस अवस्था में रह सकता है।
  • सोशल मीडिया पर युवक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
  • विशेषज्ञ इस घटना को योग और लचीलेपन से जोड़कर देख रहे हैं।
  • ग्रामीण क्षेत्र से निकली यह कला अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है।

नाड़ी घुमाने की कला से हैरान लोग

उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में रहने वाले 18 वर्षीय युवक ने अपनी नाड़ी घुमाने की कला से सभी को अचंभित कर दिया है। युवक का कहना है कि उसने यह क्षमता दो महीनों की प्रैक्टिस के बाद हासिल की है और अब वह बिना किसी दर्द या परेशानी के अपनी नाड़ी को पीछे की ओर घुमा सकता है। ग्रामीणों और आसपास के लोगों ने जब पहली बार यह कला देखी तो वे हैरान रह गए।

युवक का दावा

युवक का दावा है कि वह इस अवस्था में लगभग आधे घंटे तक रह सकता है। उसने बताया कि उसे यह नाड़ी घुमाने की कला योग और ध्यान की वजह से मिली है। हालांकि उसने औपचारिक रूप से कभी योग की शिक्षा नहीं ली, लेकिन इंटरनेट और वीडियो देखकर उसने इस तरह का अभ्यास शुरू किया।

सोशल मीडिया पर वायरल

जब युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर पहुंचा, तो देखते ही देखते हजारों लोग इसे शेयर करने लगे। कुछ लोगों ने इसे योग की अद्भुत उपलब्धि कहा, तो कुछ ने इसे खतरनाक करार दिया। कई लोग मानते हैं कि इतनी लचीली क्षमता हासिल करना सामान्य नहीं है।

विशेषज्ञों की राय

योग और लचीलापन

योग विशेषज्ञों का कहना है कि यह नाड़ी घुमाने की कला शरीर की लचीलापन क्षमता और मांसपेशियों पर पूर्ण नियंत्रण का परिणाम हो सकती है। हालांकि, इतना लंबे समय तक इस स्थिति में बने रहना हर किसी के लिए संभव नहीं है।

स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से खतरा

कुछ चिकित्सा विशेषज्ञ इस कला को स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक भी मानते हैं। उनका कहना है कि लंबे समय तक शरीर को असामान्य स्थिति में रखने से नसों और हड्डियों पर दबाव पड़ सकता है।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

गांव के लोग इस युवक की नाड़ी घुमाने की कला को किसी चमत्कार से कम नहीं मानते। कई लोग उसे देखने के लिए रोजाना उसके घर आते हैं। कुछ लोग इसे भगवान का आशीर्वाद कह रहे हैं, जबकि कुछ इसे युवा पीढ़ी की मेहनत और अभ्यास का नतीजा मानते हैं।

विज्ञान बनाम आस्था

इस घटना ने विज्ञान और आस्था के बीच बहस भी छेड़ दी है। विज्ञान इसे शरीर की संरचना और लचीलेपन से जोड़ता है, जबकि धार्मिक मान्यताओं से जुड़े लोग इसे दिव्य शक्ति मानते हैं।

भविष्य की संभावनाएं

अगर युवक इस कला को सुरक्षित ढंग से और उचित मार्गदर्शन के साथ जारी रखे तो भविष्य में यह उसे पहचान दिला सकता है। कई टीवी चैनल और यूट्यूब क्रिएटर पहले से ही इस नाड़ी घुमाने की कला को लेकर उसके पास पहुंच रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के इस युवक ने जो क्षमता हासिल की है, वह निश्चित ही आम लोगों को चौंकाने वाली है। हालांकि इसे लंबे समय तक जारी रखने से पहले विशेषज्ञों की राय लेना बेहद जरूरी है। फिलहाल उसकी नाड़ी घुमाने की कला सोशल मीडिया और गांव-गांव चर्चा का विषय बनी हुई है।

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