हाइलाइट्स
- गुजरात के सूरत में 50 वर्षीय संगीतकार ओजस जरीवाला ने आत्महत्या कर ली।
- पत्नी के लंदन जाने और वीजा रिजेक्ट होने से मानसिक रूप से टूट गए थे।
- घटना के वक्त पत्नी से वीडियो कॉल पर थे, अचानक खौफनाक कदम उठाया।
- दो बेटियां रक्षाबंधन पर मामा के घर गई थीं, घटना के समय घर में अकेले थे।
- पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का केस दर्ज कर जांच शुरू की।
गुजरात के सूरत में संगीत जगत को झकझोर देने वाली आत्महत्या
गुजरात के सूरत में रविवार तड़के हुई एक दर्दनाक घटना ने स्थानीय संगीत जगत के साथ-साथ पूरे शहर को हिला दिया। चौक क्षेत्र में रहने वाले 50 वर्षीय कीबोर्ड वादक ओजस जरीवाला ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। यह घटना तब घटी, जब वह अपनी पत्नी रेखा उर्फ देवयानी के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत कर रहे थे।
घटना की पृष्ठभूमि
गुजरात के सूरत के चौक क्षेत्र के एक अपार्टमेंट की 12वीं मंजिल पर रहने वाले ओजस जरीवाला स्थानीय ऑर्केस्ट्रा में कीबोर्ड बजाते थे। संगीत की दुनिया में उनका खासा नाम था और उनके कई चाहने वाले थे। उनकी पत्नी रेखा, जो पेशे से गायिका हैं, हाल ही में एक कार्यक्रम के लिए लंदन गई थीं।
दोनों ने साथ में यूके वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। रेखा का वीजा स्वीकृत हो गया, जबकि ओजस का आवेदन अस्वीकार कर दिया गया। बताया जाता है कि यह वीजा रिजेक्शन ओजस के मन पर गहरा असर डाल गया और वह भावनात्मक रूप से टूट गए।
वीडियो कॉल पर आखिरी बातचीत
पुलिस के अनुसार, रविवार देर रात गुजरात के सूरत के ओजस जरीवाला ने अपनी पत्नी से लंदन से जल्दी लौटने की भावुक अपील की। बातचीत के दौरान अचानक उन्होंने एक कुर्सी खींची, उस पर चढ़े और कैमरे से ओझल हो गए। इसी बीच उनका फोन फिसल गया और पत्नी को स्थिति का अंदाजा हो गया।
मौके पर पहुंचे परिचित
रेखा ने तुरंत इमारत की सातवीं मंजिल पर रहने वाले एक परिचित को फोन किया। परिचित ने किसी तरह फ्लैट का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया। वहां का दृश्य बेहद दर्दनाक था—ओजस पंखे से लटके हुए थे। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
परिवार और निजी जीवन
गुजरात के सूरत के ओजस जरीवाला के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र क्रमशः 22 और 12 वर्ष है। घटना के समय बेटियां रक्षाबंधन मनाने भरूच गई हुई थीं। संगीत और परिवार के बीच संतुलन बनाकर चलने वाले ओजस का जीवन हमेशा खुशहाल दिखाई देता था, लेकिन भीतर से वह गहरे मानसिक तनाव में थे।
पुलिस की कार्रवाई
चौक बाजार थाने के अधिकारियों ने घटना को आकस्मिक मृत्यु के रूप में दर्ज किया है। पुलिस ने शव को पत्नी के लौटने तक कोल्ड स्टोरेज में रखा है। एक अधिकारी ने बताया,
“हम विस्तृत जांच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस घटना के पीछे कोई और कारण तो नहीं था।”
संगीत जगत में शोक
गुजरात के सूरत में संगीत प्रेमियों और कलाकारों ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है। स्थानीय ऑर्केस्ट्रा के साथी कलाकारों ने कहा कि ओजस न केवल एक कुशल कीबोर्ड वादक थे, बल्कि एक विनम्र और सहयोगी इंसान भी थे। उनका अचानक जाना सभी के लिए एक गहरा सदमा है।
मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
यह घटना एक बार फिर इस सवाल को उठाती है कि मानसिक स्वास्थ्य पर समाज में कितनी गंभीरता से ध्यान दिया जाता है। गुजरात के सूरत जैसे विकसित शहर में भी लोग मानसिक दबाव से जूझ रहे हैं, लेकिन मदद मांगने से हिचकिचाते हैं।
विशेषज्ञों की राय
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में परिवार और दोस्तों को भावनात्मक रूप से जुड़े रहना चाहिए। वीजा रिजेक्शन जैसी घटना भले ही छोटी लगे, लेकिन यह किसी व्यक्ति के लिए जीवन-परिवर्तनकारी साबित हो सकती है। गुजरात के सूरत के लोग अब इस घटना को लेकर जागरूकता फैलाने की अपील कर रहे हैं।
गुजरात के सूरत में हुई यह त्रासदी हमें यह सिखाती है कि किसी के जीवन में बाहरी तौर पर सबकुछ सही दिखने के बावजूद, अंदरूनी जंग कितनी भयावह हो सकती है। समय रहते संवाद और सहानुभूति किसी की जिंदगी बचा सकती है