Srinagar to Delhi flight

Pahalgam Terror Attack के बाद ‘Srinagar to Delhi flight’ किराया तीन गुना बढ़ा, सरकार की सख्ती से अब मिली राहत

Latest News

हाइलाइट्स

कश्मीर में आतंकी हमला और ‘Srinagar to Delhi flight’ किराया विवाद

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जहां एक ओर देश को झकझोर कर रख दिया, वहीं दूसरी ओर एयरलाइंस कंपनियों की मुनाफाखोरी की प्रवृत्ति फिर से सामने आई। घटना के ठीक बाद Srinagar to Delhi flight के किराए में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई, जिसने आम यात्रियों को मुश्किल में डाल दिया।

आतंक के बीच टिकट की ‘कालाबाज़ारी’!

कंपनियों ने किया किराया तीन गुना

हमले के 12 घंटे के भीतर ही श्रीनगर से दिल्ली जाने वाली अधिकांश फ्लाइट्स के किराए ₹30,000 तक पहुँच गए। सामान्य दिनों में जहां एकतरफा Srinagar to Delhi flight का किराया ₹3,000 से ₹6,000 के बीच होता है, वहीं आतंक के माहौल का फायदा उठाते हुए कई एयरलाइंस ने किराए तीन गुना तक बढ़ा दिए।

टूरिस्ट्स में बढ़ी चिंता

पहलगाम की घटना के बाद, हजारों टूरिस्ट्स घाटी छोड़कर जल्दी दिल्ली लौटना चाह रहे थे। इसी अफरा-तफरी में फ्लाइट ऑपरेटर्स ने टिकट रेट्स में भारी उछाल कर दिया। कई परिवारों को एक साथ लौटने के लिए ₹1 लाख से अधिक खर्च करना पड़ा।

सिविल एविएशन मंत्रालय ने लिया एक्शन

किराया ₹10,000 के भीतर रखने का आदेश

सरकार ने तत्काल इस स्थिति का संज्ञान लेते हुए एयरलाइंस कंपनियों को निर्देश दिए कि किसी भी परिस्थिति में Srinagar to Delhi flight का किराया ₹10,000 से अधिक न हो। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने कहा कि आपदा की स्थिति में ‘अवसर’ ढूंढना अमानवीय है और इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

DGCA ने मॉनिटरिंग तेज की

डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने सभी एयरलाइंस को फ्लाइट किराए का डेटा देने को कहा है और नियमों के उल्लंघन पर दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही फ्लाइट शेड्यूलिंग और फेयर स्ट्रक्चर की निगरानी के लिए एक विशेष टास्क फोर्स बनाई गई है।

राहत की खबर: किराया घटा, एक्स्ट्रा फ्लाइट्स शुरू

एयर इंडिया और इंडिगो ने उठाया सराहनीय कदम

सरकारी हस्तक्षेप के बाद, @airindia और @IndiGo6E ने त्वरित एक्शन लेते हुए 23 अप्रैल को Srinagar to Delhi flight समेत मुंबई के लिए अतिरिक्त फ्लाइट्स की घोषणा की। इन दोनों कंपनियों ने अब तक चार अतिरिक्त उड़ानें संचालित की हैं।

कैंसिलेशन और री-शेड्यूलिंग चार्ज भी माफ

यात्रियों को राहत देते हुए एयरलाइंस कंपनियों ने फ्लाइट कैंसिल और रीशेड्यूलिंग चार्ज माफ कर दिए हैं। अब यात्री बिना किसी अतिरिक्त खर्च के अपनी बुकिंग बदल सकते हैं।

स्थानीय लोग और विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

“आपदा में अवसर नहीं होना चाहिए”

स्थानीय निवासी और पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि कश्मीर की छवि को नुकसान पहुँचाने वाले ऐसे घटनाक्रमों से न केवल टूरिज़्म बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक स्थिरता पर असर पड़ता है। एक होटल मालिक ने कहा, “जब टूरिस्ट्स को ऐसा लगे कि संकट में कोई उनका फायदा उठाएगा, तो वो दोबारा नहीं आएंगे।”

विशेषज्ञों की राय

उड्डयन मामलों के विशेषज्ञ अजय अवस्थी का कहना है कि फ्लाइट किराया मांग और आपूर्ति पर आधारित होता है, लेकिन विशेष हालात में ‘प्राइस कैपिंग’ आवश्यक है। “सरकार का यह फैसला बिल्कुल उचित है, ताकि लोगों को आपदा की स्थिति में राहत मिले,” उन्होंने कहा।

घाटी में हालात और आगे की रणनीति

कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद

आतंकी हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। पहलगाम और श्रीनगर में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं और टूरिस्ट्स की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।

भविष्य की योजना

सिविल एविएशन मिनिस्ट्री अब सभी संवेदनशील क्षेत्रों के लिए फ्लाइट किराए पर नज़र रखने का सिस्टम विकसित कर रही है। साथ ही, ऐसी आपात परिस्थितियों में ऑटोमैटिक प्राइस लिमिट लागू करने की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि भविष्य में Srinagar to Delhi flight जैसे रूट्स पर फिर से किराए में अनुचित उछाल न हो।

कश्मीर में आतंकी हमले जैसी संवेदनशील स्थिति में जहां एक ओर सुरक्षा व्यवस्था अहम होती है, वहीं दूसरी ओर नागरिकों को राहत पहुँचाना भी उतना ही ज़रूरी है। एयरलाइंस कंपनियों द्वारा Srinagar to Delhi flight के किराए में की गई अनुचित बढ़ोतरी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आपदा के समय भी कॉर्पोरेट लाभ पहले आता है। लेकिन सरकार का त्वरित हस्तक्षेप एक सकारात्मक उदाहरण है, जिससे लोगों को भरोसा मिला है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *