हाइलाइट्स
- दिवाली और छठ पर रेल मंत्री का बड़ा ऐलान: चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
- अक्टूबर-नवंबर में यात्रियों को मिलेगा कन्फर्म टिकट
- वापसी यात्रा पर यात्रियों को 20% छूट का लाभ
- गया, सहरसा, छपरा और मुजफ्फरपुर से चलेंगी अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें
- भगवान बुद्ध से जुड़े धार्मिक स्थलों को जोड़ेगी नई सर्किट ट्रेन
दिवाली और छठ पर रेलवे की तैयारियां
देशभर में दिवाली और छठ का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लाखों यात्री अपने घरों की ओर रुख करते हैं, जिससे रेलवे पर यात्रियों का भारी दबाव पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इस साल दिवाली और छठ पर यात्रियों की सुविधा के लिए 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
रेल मंत्री ने बताया कि यात्रियों को कन्फर्म टिकट उपलब्ध कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके तहत जो यात्री 13 से 26 अक्टूबर के बीच यात्रा करेंगे और 17 नवंबर से 1 दिसंबर तक वापसी करेंगे, उन्हें कन्फर्म टिकट दिया जाएगा।
दिवाली और छठ पर यात्रियों को बड़ी राहत
कन्फर्म टिकट और 20% छूट
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि त्योहारों पर हर साल टिकट की भारी किल्लत देखने को मिलती है। इस बार यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए दो बड़े निर्णय लिए गए हैं।
- पहली व्यवस्था यह है कि दिवाली और छठ पर यात्रा करने वाले हर यात्री को कन्फर्म टिकट मिलेगा।
- दूसरी बड़ी राहत यह है कि वापसी की यात्रा पर यात्रियों को 20% की छूट दी जाएगी।
यह कदम न सिर्फ यात्रियों को राहत देगा बल्कि त्योहार के दौरान घर लौटने की परंपरा को और सुगम बनाएगा।
बिहार को मिली विशेष सौगात
अमृत भारत और वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत
त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्री ने बिहार के लिए भी कई नई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि गया से दिल्ली, सहरसा से अमृतसर, छपरा से दिल्ली और मुजफ्फरपुर से हैदराबाद के लिए चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएंगी।
इसके साथ ही पूर्णिया से पटना के लिए एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जाएगी। इससे बिहार के यात्रियों को नई सुविधा मिलेगी और राज्य से जुड़े शहरों की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
भगवान बुद्ध सर्किट ट्रेन की घोषणा
रेल मंत्री ने बताया कि दिवाली और छठ पर यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है। इसके तहत भगवान बुद्ध के विशेष स्थलों को जोड़ने के लिए एक नई सर्किट ट्रेन चलाई जाएगी।
यह ट्रेन वैशाली, हाजीपुर, सोनपुर, पटना, राजगीर, गया और कोडरमा जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को जोड़ेगी। इससे न केवल घरेलू पर्यटकों को सुविधा होगी बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बौद्ध पर्यटन को नई पहचान मिलेगी।
रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव
रेल मंत्री ने कहा कि बिहार में रेलवे ढांचे को मजबूत करने के लिए कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे।
- बक्सर से लखीसराय के बीच रेल मार्ग को फोरलाइन किया जाएगा।
- पटना के चारों ओर रिंग रेलवे की व्यवस्था की जाएगी।
- पटना से अयोध्या के बीच एक नई ट्रेन सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है।
इन योजनाओं के पूरा होने से यात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक सफर की सुविधा मिलेगी।
दिवाली और छठ पर स्पेशल ट्रेनें क्यों जरूरी?
हर साल दिवाली और छठ के समय रेलवे में यात्रियों का रिकॉर्ड बढ़ जाता है। खासकर बिहार, झारखंड, यूपी और दिल्ली जैसे राज्यों में घर लौटने वालों की भीड़ उमड़ती है। सामान्य दिनों की तुलना में इस दौरान टिकट की मांग कई गुना बढ़ जाती है।
यही वजह है कि रेलवे ने 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है, ताकि हर यात्री अपने घर तक सुरक्षित पहुंच सके और त्योहार अपने परिवार के साथ मना सके।
#WATCH | Delhi: Bihar NDA leaders met Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw over railway arrangements during Chhath and Diwali.
Union Railways Minister Ashwini Vaishnaw says, “… After this discussion, it was decided that 12,000 special trains will be run for the upcoming… pic.twitter.com/KTEfJn9t0a
— ANI (@ANI) August 20, 2025
यात्रियों की उम्मीदें और चुनौतियां
रेलवे का यह कदम यात्रियों के लिए निश्चित रूप से राहत देने वाला है, लेकिन इसे सफल बनाना चुनौतीपूर्ण भी होगा। समय पर ट्रेन चलाना, भीड़ को नियंत्रित करना और सुरक्षा सुनिश्चित करना रेलवे की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी।
यात्रियों को उम्मीद है कि इस बार दिवाली और छठ पर लंबी वेटिंग लिस्ट और टिकट दलालों की समस्या से उन्हें छुटकारा मिलेगा।
रेल मंत्री का दिवाली और छठ के लिए यह ऐलान यात्रियों के लिए बड़ी राहत है। 12 हजार स्पेशल ट्रेनें, कन्फर्म टिकट की सुविधा, वापसी यात्रा पर 20% छूट, नई अमृत भारत और वंदे भारत एक्सप्रेस, और धार्मिक पर्यटन के लिए सर्किट ट्रेन जैसी घोषणाएं न सिर्फ यात्रा को सुविधाजनक बनाएंगी बल्कि भारतीय रेलवे की आधुनिकता और यात्रियों के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाएंगी।