हाइलाइट्स
- SCO बैठक में शाहबाज शरीफ का वायरल वीडियो पाकिस्तान की बड़ी अंतरराष्ट्रीय किरकिरी बना।
- प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन की बातचीत के बीच पाकिस्तान के पीएम को किया गया इग्नोर।
- झंडों के सामने खड़े होने में शाहबाज शरीफ से हुई बड़ी गलती।
- सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का जमकर मजाक उड़ाया गया।
- वीडियो पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं, पाकिस्तान की विदेश नीति पर उठे सवाल।
SCO बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की शर्मनाक स्थिति
चीन में आयोजित SCO बैठक इस समय पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। इस बैठक में 16 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रधानमंत्री शामिल हुए, जिनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भी मौजूद थे। जहां यह बैठक वैश्विक कूटनीति और सुरक्षा पर चर्चा के लिए आयोजित हुई थी, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है। यह वीडियो पाकिस्तान की विदेश नीति और उसकी वैश्विक छवि पर सवाल खड़े कर रहा है।
पुतिन से बातचीत के लिए आतुर नजर आए शाहबाज शरीफ
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि SCO बैठक के दौरान ग्रुप फोटो सेशन में पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आपस में लंबी बातचीत में मशगूल थे। इसी बीच शाहबाज शरीफ लगातार पुतिन से बात करने का प्रयास कर रहे थे। उनके हावभाव से यह स्पष्ट था कि वे रूस के राष्ट्रपति से बातचीत के लिए बेहद उत्सुक थे। लेकिन पुतिन की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आई।
जैसे ही फोटो सेशन समाप्त हुआ, पुतिन वहां से निकलने लगे। शाहबाज शरीफ ने अपने सीने पर हाथ रखकर सम्मान प्रकट किया और उनसे हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़े। पुतिन ने औपचारिकता निभाते हुए उनसे हाथ तो मिलाया, लेकिन बातचीत के लिए रुके नहीं। इस दृश्य ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कूटनीतिक स्थिति को हास्यास्पद बना दिया।
SCO बैठक में झंडे के सामने खड़े होने में हुई बड़ी गलती
इस पूरे प्रकरण में एक और घटना ने पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचाया। बैठक के दौरान मंच पर सभी देशों के झंडे लगाए गए थे और प्रत्येक नेता को अपने देश के झंडे के सामने खड़ा होना था। लेकिन शाहबाज शरीफ अपने देश पाकिस्तान के झंडे के बजाय उज्बेकिस्तान के झंडे के सामने खड़े दिखाई दिए। यह गलती सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के मजाक का कारण बन गई।
सोशल मीडिया पर जमकर हुई आलोचना
SCO बैठक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। कई लोगों ने पाकिस्तान की विदेश नीति पर सवाल उठाए और शाहबाज शरीफ की आलोचना की। एक यूजर ने लिखा, “रूस जानता है कि उसे किसके साथ संबंध बनाने हैं। पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को नज़रअंदाज कर दिया।” एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि भारत ने अमेरिका से टकराकर रूस के साथ रिश्ते मजबूत किए, ऐसे में पाकिस्तान की कोई अहमियत नहीं है।
कई लोग इसे पाकिस्तान की कूटनीतिक विफलता का उदाहरण बता रहे हैं। कुछ ने कहा कि शाहबाज शरीफ को इस बैठक में अपमानित होना पड़ा क्योंकि पाकिस्तान की विदेश नीति पिछले कुछ वर्षों में पूरी तरह से असंतुलित हो गई है।
SCO बैठक की अहमियत और पाकिस्तान का स्थान
SCO बैठक यानी शंघाई सहयोग संगठन की यह शिखर बैठक न केवल एशिया बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें सदस्य देशों के बीच आर्थिक सहयोग, सुरक्षा, ऊर्जा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दों पर चर्चा होती है। इस बार की बैठक में चीन और रूस के साथ भारत ने भी अहम भूमिका निभाई।
पाकिस्तान, जो कभी इस संगठन में अपनी जगह को लेकर गर्व महसूस करता था, अब हाशिये पर दिखाई दे रहा है। शाहबाज शरीफ का यह वायरल वीडियो इस बात का प्रतीक बन गया है कि पाकिस्तान की कूटनीतिक साख कितनी कमजोर हो चुकी है।
Chad Modiji & Putin ignored Shahbaz Sharif like he never existed 😂
Focus on their chemistry which is giving heartburn to Doland Trump🗿🔥 pic.twitter.com/AffRpnl0gQ
— BALA (@erbmjha) September 1, 2025
भारत-रूस संबंध और पाकिस्तान की चुनौती
पिछले कुछ वर्षों में भारत और रूस के बीच संबंध लगातार मजबूत हुए हैं। रक्षा सौदों से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग तक, दोनों देशों ने एक-दूसरे पर भरोसा जताया है। दूसरी ओर पाकिस्तान का रूस के साथ कोई बड़ा सहयोग नहीं है, जिससे वह इस बैठक में भी कमजोर स्थिति में दिखाई दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति में बड़े बदलाव की जरूरत है। सिर्फ चीन पर निर्भर रहकर वह वैश्विक मंचों पर सम्मानजनक स्थान नहीं बना सकता।
पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक सबक
SCO बैठक में शाहबाज शरीफ का यह अपमानजनक वीडियो पाकिस्तान के लिए बड़ा सबक है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति को संतुलित बनाना होगा और क्षेत्रीय सहयोग पर गंभीरता से ध्यान देना होगा। केवल भाषणों और औपचारिकताओं से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मान नहीं मिलता।
पाकिस्तान के अंदरूनी हालात, आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता भी उसकी वैश्विक छवि को प्रभावित कर रही है। शाहबाज शरीफ का यह वायरल वीडियो इन सभी समस्याओं का प्रतीक बन गया है।
चीन में आयोजित SCO बैठक का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना था, लेकिन इस मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की स्थिति ने दुनिया को यह संदेश दिया कि पाकिस्तान की कूटनीतिक शक्ति कितनी कमजोर हो गई है। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो केवल एक घटना नहीं, बल्कि पाकिस्तान की वर्तमान विदेश नीति की वास्तविकता को उजागर करने वाला सबूत है।