हाइलाइट्स
- School Bus Incident पर शराबी युवक ने की शर्मनाक हरकत, बच्चों से की अभद्रता
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई, डायल 112 टीम ने मौके पर पहुंचकर युवक की की धुनाई
- मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र के किशनी रोड पर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा
- शराब के नशे में चूर युवक ने स्कूल बस रोककर बच्चियों से की गंदी बाते
- ग्रामीणों और बस स्टाफ की सूझबूझ से बची बड़ी अनहोनी, आरोपी पुलिस हिरासत में
मैनपुरी की शांत फिजा में खलल डालती शर्मनाक घटना
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में गुरुवार सुबह एक School Bus Incident ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। यह घटना करहल थाना क्षेत्र के किशनी रोड पर घटित हुई, जहां एक शराब के नशे में चूर युवक ने स्कूल बस को बीच सड़क पर रोककर न सिर्फ बस ड्राइवर को धमकाया, बल्कि उसमें बैठे मासूम बच्चों और बच्चियों से गाली-गलौज और अभद्रता की।
यह शर्मनाक School Bus Incident करीब 8:15 बजे उस वक्त हुई जब सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की बस बच्चों को लेकर जा रही थी। बस में लगभग 35 बच्चे सवार थे, जिनमें कई छोटी बच्चियां भी थीं। आरोपी युवक ने शराब के नशे में पहले बस का रास्ता रोका और फिर बस के अंदर घुसने की कोशिश करने लगा।
डायल 112 पुलिस बनी बच्चों की ढाल
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तैनात डायल 112 की पुलिस टीम तुरंत सक्रिय हो गई। चंद मिनटों में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और School Bus Incident को गंभीरता से लेते हुए आरोपी युवक को काबू में किया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आरोपी युवक के पास कोई हथियार तो नहीं था लेकिन वह लगातार गंदी गालियां दे रहा था और बच्चों को डरा रहा था। पुलिस ने बिना देर किए युवक को पकड़कर उसकी जमकर धुनाई की और उसे थाना करहल ले गई।
स्कूल बस रोक बच्चों, बच्चियों से की अभद्रता बच्चों, बच्चियों से कर रहा था गाली गलौज, डायल 112 पर तैनात पुलिस ने की धुनाई !!
मैनपुरी में नशेड़ी युवक को हाई वोल्टेज ड्रामा पड़ा भारी, करहल थाना क्षेत्र के किशनी रोड की घटना !!#ViralVideo #Soshalmidia pic.twitter.com/Qa0nvW9ZMv
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) July 24, 2025
ग्रामीणों की सूझबूझ से टली बड़ी घटना
स्थानीय ग्रामीणों ने इस School Bus Incident में अहम भूमिका निभाई। जैसे ही उन्होंने बस रुकते और बच्चों के चीखने की आवाजें सुनीं, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और स्कूल बस के आसपास घेरा बना लिया। उन्होंने बस स्टाफ की मदद की और पुलिस को तुरंत कॉल किया।
ग्रामीणों ने बताया कि यदि पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, तो आरोपी और अधिक गंभीर हरकत कर सकता था। कई अभिभावकों ने बाद में स्कूल प्रशासन से इस विषय पर कठोर कदम उठाने की मांग की।
बच्चों में भय का माहौल, स्कूल प्रशासन भी सकते में
इस School Bus Incident के बाद स्कूल प्रशासन भी सकते में है। प्रधानाचार्य ने बताया कि बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार निंदनीय है। कई बच्चों ने घर जाकर इस घटना का विवरण माता-पिता को दिया, जिससे अभिभावकों में भी डर और गुस्सा देखने को मिला।
प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही है और बस रूट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का भरोसा दिया है।
पुलिस का बयान: आरोपी मानसिक रूप से असंतुलित नहीं, नशेड़ी है
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने मीडिया को बताया कि आरोपी युवक की मानसिक स्थिति सामान्य है लेकिन वह लंबे समय से नशे का आदी है। इस School Bus Incident के दौरान वह पूरी तरह शराब के नशे में था।
उस पर आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जिसमें सार्वजनिक स्थान पर अशांति फैलाना, बच्चों से अभद्रता, और महिला सुरक्षा अधिनियम की धाराएं शामिल हैं।
पड़ोसियों की माने तो पहले भी कर चुका है ऐसा कृत्य
आरोपी युवक के पड़ोसियों ने जानकारी दी कि यह पहली बार नहीं है जब उसने किसी सार्वजनिक स्थान पर हुड़दंग मचाया हो। इससे पहले भी वह कई बार स्कूल की बसों के पास जाकर हंगामा कर चुका है। लेकिन इस बार मामला गंभीर था क्योंकि इस School Bus Incident में मासूम बच्चों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
प्रशासन से उठे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि स्कूल बसों के रास्ते में पुलिस की निगरानी हो, खासकर सुबह के समय।
स्कूल बसें बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती हैं और इस तरह की School Bus Incident से यह सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। कई अभिभावकों ने स्कूल से मांग की है कि बस में एक सुरक्षाकर्मी की नियुक्ति की जाए और स्कूल प्रशासन को अधिक सजग रहने की जरूरत है।
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि, लापरवाही नहीं चलेगी
इस School Bus Incident ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि सार्वजनिक सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है। खासकर जब बात बच्चों की हो, तो जरा सी लापरवाही भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
पुलिस की तत्परता और ग्रामीणों की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना शासन-प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी है कि अब सुरक्षा से समझौता नहीं होना चाहिए।