हाइलाइट्स
- समस्तीपुर हत्याकांड में पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की पति की निर्मम हत्या
- 6 साल से सह रही थी घरेलू हिंसा, शराबी पति करता था मारपीट और गालियां
- ट्यूशन टीचर से बढ़ीं नजदीकियां, सहानुभूति कब प्यार में बदल गई पता नहीं चला
- केतली से सिर पर वार, फिर बिजली के तार से दी गई दर्दनाक मौत
- हत्या के बाद पति की लाश के सामने प्रेमी संग बनाए शारीरिक संबंध, पुलिस भी दंग
समस्तीपुर हत्याकांड: एक और सुहागन बनी पति की हत्यारिन
बिहार के समस्तीपुर जिले से एक ऐसा समस्तीपुर हत्याकांड सामने आया है, जिसने रिश्तों की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। यहां एक पत्नी ने अपने ही पति की हत्या अपने प्रेमी संग मिलकर कर दी। मगर यह हत्या सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक ऐसी दास्तान है जो घरेलू हिंसा, रिश्तों की टूटन और इंसान की मानसिक दशा पर सवाल उठाती है।
सात फेरे लिए थे उसी सोनू के साथ… फिर क्यों उमड़ी इतनी नफरत?
पुलिस जांच में जो सच सामने आया है, वो दिल दहला देने वाला है। मृतक सोनू झा की पत्नी स्मिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि पिछले 6 सालों से वह रोज शराबी पति की गालियां और मारपीट सह रही थी। हद तो तब हो गई जब सोनू उसे पैसे के बदले दूसरे पुरुषों संग संबंध बनाने को मजबूर करने लगा।
ट्यूशन टीचर से नज़दीकियों ने बदला जीवन
हरिओम, जो कि स्मिता के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था, उसी ने एक दिन स्मिता का सूजा चेहरा देखा। पूछने पर दर्द भरी कहानी सामने आई। हमदर्दी की शुरुआत जल्द ही प्यार में बदल गई। समस्तीपुर हत्याकांड में इस प्रेम संबंध ने ही सबसे घिनौना रूप लिया।
क्या हुआ उस रात? हत्याकांड की भयावह पटकथा
25 जुलाई की रात को वही हुआ जो अक्सर होता था—सोनू शराब पीकर घर लौटा। उसने जबरन संबंध बनाने की कोशिश की। पहले एक बार, फिर दूसरी बार। इंकार करने पर उसने स्मिता को पीटना शुरू कर दिया। तभी स्मिता ने रसोई में रखी केतली से उसके सिर पर जोरदार वार कर दिया।
इसके बाद हरिओम को बुलाया गया। दोनों ने मिलकर बार-बार केतली से वार किया। जब सोनू ने दम नहीं तोड़ा, तो बिजली का तार उसकी गर्दन में लपेट दिया और करंट दिया गया। समस्तीपुर हत्याकांड की यह सच्चाई सुन पुलिसकर्मी भी हतप्रभ रह गए।
हत्या के बाद की घटना ने सबको हिला दिया
जुर्म यहीं नहीं रुका। समस्तीपुर हत्याकांड में सबसे घिनौनी बात तब सामने आई जब पुलिस ने बताया कि सोनू की लाश के सामने ही स्मिता और हरिओम ने संबंध बनाए। उनके चेहरे पर न पछतावा था न भय। यह ऐसा सच था जिसने जांच अधिकारियों को भी अंदर से झकझोर कर रख दिया।
सवालों के घेरे में रिश्तों की परिभाषा
क्या एक पत्नी जो सालों तक अत्याचार सहती रही, उसका यह प्रतिशोध सही था? क्या समस्तीपुर हत्याकांड केवल एक हत्या है या उस मानसिक स्थिति का परिणाम जो किसी और को दोषी नहीं मानती? यह घटना केवल अपराध नहीं, बल्कि उस सामाजिक सोच पर भी सवाल है जो एक औरत को पीड़ा सहने की ही सलाह देती है।
पुलिस ने किया खुलासा: दोनों आरोपियों ने कबूल किया जुर्म
समस्तीपुर पुलिस ने बताया कि स्मिता और हरिओम दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। समस्तीपुर हत्याकांड की चार्जशीट तैयार की जा रही है और पुलिस ने इसे ‘रेयर ऑफ द रेयरेस्ट’ मानते हुए सख्त सजा की मांग की है।
समस्तीपुर हत्याकांड ने खोली समाज की आंखें
यह घटना केवल एक क्षेत्रीय खबर नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना किस कदर एक व्यक्ति को हैवान बना सकती है। रिश्ते जहां सहारे बनते हैं, वहीं समस्तीपुर हत्याकांड जैसे मामले इस बात की याद दिलाते हैं कि जब भरोसा टूटता है, तो सबसे करीबी ही सबसे खतरनाक दुश्मन बन सकता है।
समस्तीपुर हत्याकांड: अब क्या होगा आगे?
- दोनों आरोपियों पर IPC की धारा 302 और 120B के तहत मामला दर्ज
- स्मिता और हरिओम को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
- कोर्ट में जल्द ही ट्रायल शुरू होने की उम्मीद
- पीड़ित परिवार ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है
एक हत्याकांड, कई सवाल
समस्तीपुर हत्याकांड सिर्फ हत्या की कहानी नहीं है, यह सामाजिक, मानसिक और मानवीय संवेदनाओं के विघटन की कहानी है। जहां एक महिला अपने ही पति की हत्यारिन बनती है और उसकी लाश के सामने प्रेमी संग संबंध बनाती है, वहां सवाल सिर्फ कानून के नहीं, समाज के भी उठते हैं।