हाइलाइट्स
- पीड़िता ने आरोप लगाया कि Rape in Cold Drink की साजिश रची गई थी
- ससुर ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर किया दुष्कर्म
- होश में आने पर जब महिला ने सास को बताई आपबीती, तो पति ने मारपीट कर घर से निकाला
- पीड़िता ने SSP कार्यालय पहुंचकर लगाई न्याय की गुहार
- पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की, ससुर की गिरफ्तारी की तैयारी
मेरठ में शर्मनाक वारदात: जब ससुर ही बन जाए हैवान
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के मुंडाली थाना क्षेत्र के एक गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। एक नवविवाहिता ने अपने ही ससुर पर Rape in Cold Drink का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ससुर ने उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर अपनी हवस का शिकार बनाया। यह मामला तब और भयावह हो गया जब महिला ने विरोध करने पर अपनी सास और पति से मार खाई और उसे घर से बाहर निकाल दिया गया।
सात महीने पहले हुई थी शादी, तभी से झेल रही थी प्रताड़ना
पीड़िता की शादी करीब सात महीने पहले हुई थी। उसका आरोप है कि शादी के बाद से ही वह अपने ससुराल में मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का शिकार हो रही थी। पति और सास आए दिन उस पर ताने कसते थे और मारपीट करते थे। महिला ने खुलासा किया कि उसका पति एक किन्नर के साथ अवैध संबंध में है, और इसी कारण उसे बोझ समझा जा रहा था।
#मेरठ:-ससुर ने कोल्ड ड्रिंक में नशा देकर बहू से किया दुष्कर्म, विरोध पर घर से निकाला।
मेरठ में मुंडाली थाना क्षेत्र के मुंडाली गांव में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके ससुर ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ… pic.twitter.com/SRYrY9ONls
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 7, 2025
Rape in Cold Drink: नशा मिलाकर रची गई हैवानियत की साजिश
पीड़िता का सबसे भयावह आरोप यह है कि उसके ससुर ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद उसने बहू के साथ बलात्कार किया। होश में आने पर जब महिला ने सास को पूरी घटना बताई, तो उम्मीद के विपरीत उसे समर्थन नहीं बल्कि गालियां, थप्पड़ और घर से बाहर निकालने की धमकी मिली।
घर से निकालने के बाद पीड़िता ने लिया पुलिस का सहारा
ससुराल से निकाले जाने के बाद पीड़िता अपने पिता के साथ मेरठ SSP कार्यालय पहुंची और अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई। महिला की फरियाद सुनने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और Rape in Cold Drink केस के तहत मुंडाली थाने में FIR दर्ज कर ली गई।
FIR की अहम बातें और धारा
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने ससुर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 328 (नशीला पदार्थ देने), 498A (दहेज उत्पीड़न) और 506 (धमकी देना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा है कि मेडिकल परीक्षण और बयान दर्ज होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
पीड़िता का बयान: ‘मुझे इंसाफ चाहिए, मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई’
एसएसपी कार्यालय के बाहर मीडिया से बात करते हुए पीड़िता ने कहा,
“मेरी शादी को सिर्फ सात महीने हुए हैं। मुझे क्या पता था कि मेरे ही घर में ऐसा धोखा मिलेगा। Rape in Cold Drink जैसी वारदात मेरे साथ हो गई। मैं चाहती हूं कि मेरे ससुर को फांसी हो और मेरे पति-सास पर भी कार्रवाई हो।”
सामाजिक ताने-बाने पर सवाल: क्या महिला की आवाज आज भी अनसुनी है?
यह मामला न सिर्फ कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत चिंताजनक है। Rape in Cold Drink जैसी घटनाएं महिला सुरक्षा की उस खोखली हकीकत को उजागर करती हैं, जो समाज में आज भी महिलाओं की स्थिति को दर्शाती है।
पुलिस का बयान: जांच जारी, जल्द होगी गिरफ्तारी
मुंडाली थाने के प्रभारी ने बताया कि
“हमने शिकायत को गंभीरता से लिया है। Rape in Cold Drink जैसी घटनाएं कानून के दायरे में सख्त सजा के योग्य हैं। आरोपी की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी और पीड़िता को हर संभव सुरक्षा दी जाएगी।”
कानूनी विशेषज्ञों की राय: ‘यह मामला बलात्कार के साथ घरेलू हिंसा और साजिश का भी है’
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि Rape in Cold Drink न केवल बलात्कार का मामला है, बल्कि इसमें नशीला पदार्थ देकर साजिश, घरेलू हिंसा और महिला अधिकारों का उल्लंघन भी शामिल है। ऐसे मामलों में तेज और निष्पक्ष कार्रवाई जरूरी है।
महिलाओं के लिए क्या सबक है इस घटना से?
- कोल्ड ड्रिंक जैसी सामान्य चीज भी अब खतरे का संकेत बन सकती है।
- महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहना होगा।
- किसी भी अनहोनी की स्थिति में चुप न रहें, तुरंत FIR कराएं।
- घर में हो रही हिंसा या शोषण को अनदेखा न करें।
- परिवार और समाज को ऐसे मामलों में पीड़िता के साथ खड़ा होना चाहिए।
न्याय की मांग और समाज की जिम्मेदारी
Rape in Cold Drink की यह घटना केवल एक महिला की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के उस ढांचे की नाकामी है, जहां महिलाओं की सुरक्षा परिवार के भीतर भी सुनिश्चित नहीं हो पाती। इस घटना के बाद सिर्फ आरोपी की गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और कानूनी सुधार की भी आवश्यकता है।