हिंदू लड़की को पकड़कर की अश्लील हरकत, विरोध पर मुस्लिम युवक ने डाला खौलता तेल—’अब नहीं छोड़ूंगा तुझे’ कहकर किया हमला

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हाइलाइट्स

– ‘Peaceful’ Monis नामक आरोपी ने 14 साल की हिंदू दलित लड़की को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।

– जब लड़की ने विरोध किया, तो मोनिस ने भीड़ इकट्ठा करके उस पर हमला करवाया।

– मामले में मोनिस, आरीश, शहजाद, वसीम, सलमान, समीर, परवेज, आशू, कासिम और नाज़िम के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

– पीड़िता को अस्पताल में इलाज के बाद छुट्टी दी गई है, लेकिन वह गंभीर मानसिक आघात से गुजर रही है।

– स्थानीय हिंदू संगठनों ने त्वरित न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है।

 घटना की विस्तृत जानकारी

 क्या हुआ था?

एक चौंकाने वाली घटना में, उत्तर प्रदेश के एक गाँव में ‘Peaceful’ Monis और उसके साथियों ने 14 साल की एक हिंदू दलित लड़की को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। जब लड़की ने इसका विरोध किया, तो मोनिस ने अपने साथियों को इकट्ठा करके उस पर हमला करवाया।

 पीड़िता की दर्दनाक कहानी

पीड़िता के परिवार के अनुसार, लड़की स्कूल से लौट रही थी कि ‘Peaceful’ Monis ने उसे रोककर अश्लील टिप्पणियाँ कीं। जब लड़की ने उसे टोका, तो मोनिस ने उसे धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और उसके साथ मारपीट की। बाद में, उसने अपने साथियों—आरीश, शहजाद, वसीम, सलमान, समीर, परवेज, आशू, कासिम और नाज़िम—को बुलाकर लड़की को घेर लिया।

 पुलिस ने दर्ज की FIR

घटना के बाद, पीड़िता के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले में ‘Peaceful’ Monis समेत सभी आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 354 (महिला की इज्जत से खिलवाड़), 323 (मारपीट), 504 (जानबूझकर अपमान) और SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

 समाज और प्रशासन की प्रतिक्रिया

 स्थानीय हिंदू संगठनों का विरोध

इस घटना के बाद, स्थानीय हिंदू संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने ‘Peaceful’ Monis और उसके साथियों की तुरंत गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की।

 प्रशासन की कार्रवाई

जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता को तुरंत मेडिकल सहायता प्रदान की। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 न्याय की मांग

 पीड़िता के परिवार की आवाज

पीड़िता के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारी बेटी को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि हम दलित समुदाय से आते हैं। ‘Peaceful’ Monis और उसके साथियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।”

 क्या कहता है कानून?

भारतीय कानून के तहत, SC/ST एक्ट के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाती है। हालाँकि, अक्सर ऐसे मामलों में आरोपी जल्दी जमानत पा लेते हैं, जिससे पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल पाता।

यह घटना न सिर्फ नारी सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह दलित समुदाय के प्रति बढ़ती हिंसा को भी उजागर करती है। ‘Peaceful’ Monis जैसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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