लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अब तक का सबसे लंबा भाषण… दिवाली पर मिलेगा ऐसा तोहफा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी

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हाइलाइट्स

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अब तक का सबसे लंबा भाषण दिया, 103 मिनट तक देश को संबोधित किया।
  • जीएसटी में व्यापक बदलाव की घोषणा, आम घरेलू वस्तुओं पर टैक्स में भारी कटौती होगी।
  • युवाओं के लिए “प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” का ऐलान, पहले नौकरी पाने वालों को ₹15,000 की आर्थिक मदद।
  • पहलगाम हमले और “ऑपरेशन सिंदूर” पर पीएम ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी।
  • पीएम ने कहा कि भारत न्यूक्लियर धमकियों से डरने वाला नहीं, आतंक के खिलाफ कड़ा रुख जारी रहेगा।

नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस बार उनका भाषण न केवल अपने संदेशों के लिए, बल्कि इसकी लंबाई के लिए भी चर्चा में है। 103 मिनट तक चला यह संबोधन पीएम के राजनीतिक करियर का अब तक का सबसे लंबा भाषण बन गया। इससे पहले 2024 में उन्होंने 98 मिनट, 2023 में 90 मिनट, 2022 में 82 मिनट और 2021 में 88 मिनट तक संबोधन दिया था। उनका सबसे छोटा भाषण 2017 में 56 मिनट का रहा था।

जीएसटी सुधार: दिवाली पर ‘डबल खुशी’ का वादा

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) में व्यापक बदलावों का संकेत दिया। उन्होंने कहा,

“इस दिवाली मैं आपके लिए डबल दिवाली मनाने जा रहा हूं। देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। आम घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी में भारी कटौती होगी।”

पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य आम नागरिकों पर टैक्स का बोझ कम करना है। इसके लिए एक नई पीढ़ी का जीएसटी सुधार लागू किया जाएगा, जिसमें रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुओं पर टैक्स दरें घटाई जाएंगी।

उन्होंने इस बदलाव को “समय की मांग” बताते हुए कहा कि मौजूदा कर ढांचे को और सरल और पारदर्शी बनाया जाएगा ताकि व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को लाभ हो।

युवाओं के लिए प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को रोजगार देने के लिए “प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” की घोषणा की। इस योजना के तहत 1 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को सरकार की ओर से ₹15,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह कदम न केवल युवाओं को प्रोत्साहित करेगा बल्कि रोजगार बाजार में नई ऊर्जा का संचार भी करेगा।

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना से न केवल युवाओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि निजी क्षेत्र में भर्ती की गति भी तेज होगी।

पहलगाम हमला और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सख्त रुख

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए भावुक लेकिन दृढ़ स्वर में कहा कि देश इस त्रासदी को भूल नहीं सकता।

उन्होंने बताया कि आतंकियों ने निर्दोष लोगों को धर्म पूछकर मार डाला। पत्नी के सामने पति की हत्या कर दी गई और बच्चों के सामने पिता को मौत के घाट उतार दिया गया।

पीएम ने कहा,

“पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था, पूरा विश्व भी इस संहार से चौंक गया था। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ उसी आक्रोश का परिणाम है। हमने दुश्मन की धरती पर सैकड़ों किलोमीटर अंदर जाकर उनके आतंकी अड्डों को मिट्टी में मिला दिया।”

पाकिस्तान को कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत न्यूक्लियर धमकियों से डरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की “नींद अब भी उड़ी हुई है” और आतंकवाद का समर्थन करने वालों को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।

यह संदेश न केवल पाकिस्तान के लिए था, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी संकेत था कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

भाषण की ऐतिहासिकता और राजनीतिक संदेश

विश्लेषकों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण कई दृष्टियों से ऐतिहासिक है।

  1. भाषण की लंबाई ने इसे रिकॉर्ड पुस्तकों में दर्ज करा दिया।
  2. आर्थिक सुधारों के साथ-साथ सुरक्षा नीति पर भी स्पष्ट संदेश दिया गया।
  3. युवाओं और आम जनता को सीधा फायदा पहुंचाने वाली योजनाओं की घोषणा की गई।

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह भाषण 2025 के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करेगा और आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

15 अगस्त 2025 का दिन देश के राजनीतिक इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन आर्थिक सुधार, रोजगार सृजन और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को एक साथ जोड़ता है। जीएसटी सुधार और रोजगार योजना जैसे कदम आम लोगों के जीवन पर सीधा असर डालेंगे, जबकि पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को दी गई चेतावनी भारत की दृढ़ विदेश और रक्षा नीति को दर्शाती है।

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