हाइलाइट्स
- Pratapgarh Rape Case: मुस्लिम युवक ने हिंदू बनकर की दोस्ती, नाबालिग से किया दुष्कर्म और वीडियो बना किया ब्लैकमेल
- होटल में रंगे हाथों पकड़ा गया आरोपी मकसूद अहमद, लड़की के परिजनों ने की जमकर पिटाई
- ₹2.5 लाख वसूलने के बाद आरोपी मांग रहा था ₹10 लाख और, लड़की को दे रहा था धमकियां
- पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, हालत गंभीर होने पर प्रयागराज अस्पताल में कराया गया भर्ती
- मामले ने प्रतापगढ़ में communal tension को हवा दी, हिंदू संगठनों में आक्रोश, प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
Pratapgarh Rape Case: जब ‘मकसूद अहमद’ ने हिंदू बनकर बिछाया इंसानियत को शर्मिंदा करने वाला जाल
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से एक बार फिर ऐसा मामला सामने आया है जिसने समाज की नैतिकता को झकझोर कर रख दिया है। Pratapgarh Rape Case के नाम से वायरल हो रही इस घटना में मकसूद अहमद नामक मुस्लिम युवक पर आरोप है कि उसने अपना नाम बदलकर एक हिंदू लड़की से दोस्ती की, उसका विश्वास जीता और फिर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। यही नहीं, आरोपी ने वीडियो बना कर उसे ब्लैकमेल भी किया और लाखों की रकम ऐंठी।
Maksud Ahmad, posing as Hindu, befriended a Hindu girl, raped her repeatedly, and recorded it in Pratapgarh.
He extorted ₹2.5L, demanded ₹10L more. Girl's family caught him at a hotel, beat him severely.
Police arrested Ahmad; he’s critical in Prayagraj hospital. pic.twitter.com/ou7yJXKRjs
— Treeni (@TheTreeni) July 15, 2025
कब और कैसे हुआ यह पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Pratapgarh Rape Case की शुरुआत तब हुई जब मकसूद अहमद नाम के युवक ने सोशल मीडिया के जरिए एक हिंदू लड़की से संपर्क साधा। उसने खुद को ‘मनीष मिश्रा’ बताया और जल्द ही दोनों के बीच दोस्ती गहरी हो गई। फिर होटल में पहली बार बलात्कार किया गया और वीडियो बनाया गया।
ब्लैकमेलिंग की हदें पार – ₹2.5 लाख की वसूली और ₹10 लाख की मांग
Pratapgarh Rape Case में सबसे शर्मनाक मोड़ तब आया जब आरोपी ने ₹2.5 लाख वसूल लिए और ₹10 लाख और मांगे।
होटल में रंगे हाथों पकड़ा गया आरोपी
लड़की के परिवार ने आरोपी को होटल में बुलाकर जाल बिछाया और मौके पर पकड़ लिया। पुलिस ने तुरंत कस्टडी में लिया।
पुलिस की कार्रवाई और प्रशासन की स्थिति
Pratapgarh Rape Case में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
मनोवैज्ञानिकों की राय – क्यों फंसती हैं लड़कियां ऐसे जाल में?
मनोविशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर पहचान बदलकर फंसाना अब आम होता जा रहा है। Pratapgarh Rape Case इसी का उदाहरण है।
सामाजिक संदेश – जागरूक रहें, सतर्क रहें
बेटियों से संवाद बनाए रखें, सोशल मीडिया पर सतर्क रहें और समय रहते रिपोर्ट करें।
Pratapgarh Rape Case न केवल एक जघन्य अपराध है बल्कि धार्मिक पहचान छिपाकर महिलाओं के विश्वास के साथ खिलवाड़ करने का खतरनाक ट्रेंड दर्शाता है।