हाइलाइट्स
- Power cut in Jhansi की वजह से ग्रामीणों को ATM में बैठकर AC का सहारा लेना पड़ रहा है
- पिछले एक महीने से झांसी में भारी बिजली कटौती जारी
- 45 डिग्री तापमान में लोग बेहाल, गर्मी से राहत पाने का कोई दूसरा विकल्प नहीं
- वायरल वीडियो ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया
- ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली कटौती के चलते नाराज़गी बढ़ी
झांसी में बिजली संकट: भीषण गर्मी में लोग बेहाल
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित झांसी इन दिनों power cut in Jhansi की वजह से चर्चा में है। तापमान लगातार 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, और इस भीषण गर्मी के बीच स्थानीय लोगों को न केवल मौसम की मार झेलनी पड़ रही है, बल्कि लगातार हो रही बिजली कटौती ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
इस समस्या के बीच एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ ग्रामीण एटीएम में घुसकर वहां लगे एसी का आनंद लेते दिखाई दे रहे हैं। यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।
एक महीना लगातार power cut in Jhansi: ग्रामीणों की मजबूरी बनी तकनीक
झांसी के ग्रामीण इलाकों में पिछले एक महीने से लगातार बिजली कटौती हो रही है। कई क्षेत्रों में तो दिन में मात्र 4-5 घंटे ही बिजली आ रही है। ऐसे में 24 घंटे चलने वाले एटीएम केंद्र, जहां एयर कंडीशनर लगे होते हैं, लोगों के लिए गर्मी से राहत का एकमात्र साधन बन गए हैं।
यह घटनाक्रम न केवल power cut in Jhansi की गंभीरता को उजागर करता है, बल्कि प्रशासन की तैयारियों की भी पोल खोलता है। आम तौर पर बैंक एटीएम का इस्तेमाल केवल वित्तीय लेन-देन के लिए होता है, लेकिन अब ये गर्मी से राहत के केंद्र बनते जा रहे हैं।
वायरल वीडियो ने खींचा प्रशासन का ध्यान
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो झांसी के एक गांव का बताया जा रहा है, जिसमें कुछ ग्रामीण एटीएम के भीतर बैठकर पसीना सुखा रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि यह लोग किसी मौज-मस्ती के लिए नहीं, बल्कि मजबूरी में वहां शरण ले रहे हैं।
इस वायरल वीडियो के बाद प्रशासन हरकत में आया है, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। Power cut in Jhansi के चलते ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है और लोग अब खुलकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय: बुंदेलखंड में बिजली संकट क्यों?
बिजली विभाग से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, झांसी समेत पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में ट्रांसमिशन और वितरण व्यवस्था बेहद कमजोर है। पुराने ट्रांसफार्मर, अक्षम सबस्टेशन और मांग से अधिक लोड के कारण power cut in Jhansi जैसी स्थिति उत्पन्न हो रही है।
इसके अलावा गर्मी के मौसम में बिजली की खपत कई गुना बढ़ जाती है, लेकिन आपूर्ति उसी अनुपात में नहीं हो पा रही। यही कारण है कि लोग बिजली के भरोसे नहीं रह पा रहे हैं।
ग्रामीणों की ज़ुबानी: “घर में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है”
ग्राम चंद्रपुरा के निवासी रामनाथ कहते हैं, “हमारे यहां दिनभर बिजली नहीं आती। रात में भी पंखा चलाने को बिजली नहीं रहती। हम बूढ़े लोग और छोटे बच्चे इस गर्मी में कैसे जिंदा रहें?”
गांव की ही महिला रेखा देवी बताती हैं, “घर में 45 डिग्री की गर्मी में खाना बनाना भी मुश्किल हो गया है। एटीएम में जाकर बैठना हमारी मजबूरी है, कोई शौक नहीं।”
प्रशासन का जवाब: “समस्या जल्द हल होगी”
झांसी डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि power cut in Jhansi की समस्या को गंभीरता से लिया गया है और जल्द ही वैकल्पिक उपायों से बिजली की आपूर्ति को बहाल किया जाएगा।
बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि कई फीडर और ट्रांसफार्मर की मरम्मत का काम शुरू हो चुका है और अगले कुछ हफ्तों में स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल
झांसी के कुछ समाजसेवी संगठनों ने आगे बढ़कर गांवों में सोलर पंखे और पानी की व्यवस्था शुरू की है। वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि जब तक power cut in Jhansi जैसी स्थिति खत्म नहीं होती, तब तक ग्रामीणों को वैकल्पिक संसाधनों से राहत दी जाए।
गर्मी के साथ-साथ व्यवस्था से भी लड़ रहे हैं झांसीवासी
Power cut in Jhansi अब केवल तकनीकी समस्या नहीं रही, यह मानवीय संकट का रूप ले चुकी है। लोगों की दैनिक दिनचर्या, स्वास्थ्य और जीवनशैली पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। ऐसे में सरकार और बिजली विभाग को त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।
झांसी में ATM का एसी अब ठंडक नहीं, बल्कि व्यवस्था की विफलता की पहचान बन चुका है।