हाइलाइट्स
- Poisoned Watermelon के ज़रिए पति की हत्या का सनसनीखेज़ मामला बिहार के गया जिले से सामने आया।
- घटना गया के डोभी थाना क्षेत्र के केशापी गांव की है, जहां पत्नी ने तरबूज में जहर मिलाकर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया।
- मृतक मंटू यादव और आरोपी पत्नी लखिया देवी की शादी 2022 में झारखंड के बेला गांव में हुई थी।
- हत्या से दो दिन पहले पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था, और घटना वाले दिन पत्नी ने फोन कर पति को घर बुलाया।
- पुलिस ने आरोपी पत्नी और उसके सास-ससुर को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
बिहार के गया जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक पत्नी ने अपने ही पति को Poisoned Watermelon खिलाकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना जहां एक ओर वैवाहिक रिश्तों की जटिलता को उजागर करती है, वहीं दूसरी ओर घरेलू कलह किस हद तक जा सकती है, इसका भी प्रमाण देती है।
घटनास्थल: डोभी थाना क्षेत्र, केशापी गांव
पूरा मामला गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र के केशापी गांव का है, जहां 22 वर्षीय लखिया देवी पर आरोप है कि उसने अपने 25 वर्षीय पति मंटू यादव को Poisoned Watermelon खिला दिया। पति की हालत बिगड़ने पर जब उसे अस्पताल ले जाया गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शादी, झगड़े और हत्या तक का सिलसिला
शादी का प्रारंभिक जीवन
लखिया देवी और मंटू यादव की शादी 2022 में झारखंड के हंटरगंज थाना क्षेत्र के बेला गांव में हुई थी। शादी के बाद से ही लखिया अपने मायके में ज़्यादा समय बिताती थी। यह बात मंटू को नागवार गुज़रती थी, लेकिन उसने कभी सार्वजनिक रूप से शिकायत नहीं की।
एक महीने पहले लौटी पत्नी
करीब एक महीने पहले ही लखिया वापस अपने पति के पास केशापी गांव आई थी। गांव वालों के अनुसार, उनके बीच लगातार झगड़े होते रहते थे। घटना के दो दिन पहले भी दोनों के बीच तीखा विवाद हुआ था। उसके बाद मंटू ट्रक पर खलासी का काम करने निकल गया था।
आखिरी कॉल और मौत का प्लान
फोन कॉल से बुलाया
सोमवार को लखिया ने मंटू को फोन कर घर बुलाया। घर पहुंचने के बाद दोनों अपने कमरे में बंद हो गए। थोड़ी देर बाद मंटू ने अचानक चिल्लाते हुए कहा कि उसे तरबूज खाने के बाद बेचैनी हो रही है।
ज़हर मिला Poisoned Watermelon
मंटू ने बताया कि उसने जो तरबूज खाया, उसमें कुछ अजीब था। उसे उल्टी और चक्कर आने लगे। लखिया ने तुरंत अपने मायके वालों को फोन किया, जिन्होंने उसे डोभी पीएचसी ले जाने की कोशिश की। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस जांच और हिरासत
प्रारंभिक जांच
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। डोभी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार के अनुसार, Poisoned Watermelon के जरिए हत्या का मामला सामने आ रहा है, लेकिन विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि की जा सकेगी।
हिरासत में पत्नी और ससुराल वाले
पुलिस ने आरोपी पत्नी लखिया देवी के साथ-साथ उसके सास-ससुर को भी हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस घरेलू कलह, संदेह, और पूर्व नियोजित हत्या की संभावनाओं की गहनता से जांच कर रही है।
फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी सच्चाई
इस पूरे मामले में Poisoned Watermelon को केंद्र में रखकर फॉरेंसिक जांच शुरू हो गई है। तरबूज का सैंपल, घटनास्थल से जुटाए गए अन्य सबूत, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर है। यदि जहर की पुष्टि होती है, तो यह मामला 302 के तहत हत्या की सख्त धाराओं में दर्ज किया जाएगा।
सामाजिक दृष्टिकोण से विश्लेषण
वैवाहिक रिश्तों की दरार
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि वैवाहिक रिश्तों में संवाद और समझ की कमी हो, तो वह हिंसा और अपराध में तब्दील हो सकते हैं। Poisoned Watermelon से हुई इस हत्या ने रिश्तों की अहमियत और उससे जुड़े खतरे को उजागर किया है।
मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी
घरेलू कलह के पीछे मानसिक तनाव, असंतुलन और दबाव भी बड़ी भूमिका निभाते हैं। इस केस में यदि समय रहते हस्तक्षेप होता, तो शायद एक जान बचाई जा सकती थी।
गया जिले में Poisoned Watermelon के जरिए पति की हत्या की यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में पारिवारिक और भावनात्मक अस्थिरता की गंभीर स्थिति को भी उजागर करती है। पुलिस जांच जारी है और आने वाले दिनों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक विश्लेषण से सच्चाई सामने आने की संभावना है।