प्रधानमंत्री मोदी ने शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि, कहा – आदिवासी समुदाय की सशक्त आवाज़ थे

Latest News

हाइलाइट्स

  • PM Modi Pays Tribute: शिबू सोरेन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
  • झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को जनजातीय समुदाय का सशक्त आवाज माना जाता है।
  • प्रधानमंत्री ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फोन पर बात कर संवेदना जताई।
  • शिबू सोरेन का योगदान आदिवासी अधिकारों और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उल्लेखनीय रहा।
  • पूरे देश में उनके निधन से शोक की लहर फैल गई है।

कौन थे शिबू सोरेन?

शिबू सोरेन भारतीय राजनीति का वह चेहरा थे जिन्होंने धरती से जुड़कर, आम जन की आवाज़ बनकर एक लंबा राजनीतिक सफर तय किया। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और कई बार केंद्र सरकार में मंत्री पद भी संभाल चुके थे। वे झारखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और विशेष रूप से आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक मजबूत नेता के रूप में जाने जाते हैं।

PM Modi Pays Tribute – प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:

“Shri Shibu Soren Ji was a grassroots leader who rose through the ranks of public life with unwavering dedication to the people. He was particularly passionate about empowering tribal communities, the poor and downtrodden. Pained by his passing away. My thoughts are with his family and admirers. Spoke to Jharkhand CM Shri Hemant Soren Ji and expressed condolences. Om Shanti.”

PM Modi Pays Tribute संदेश के जरिए यह साफ हुआ कि प्रधानमंत्री ने शिबू सोरेन को न केवल एक वरिष्ठ राजनेता बल्कि एक समर्पित सामाजिक योद्धा के रूप में भी देखा।

झारखंड और आदिवासी समाज में शिबू सोरेन की भूमिका

शिबू सोरेन का जीवन झारखंड के निर्माण और वहां के जनजीवन के उत्थान के साथ गहराई से जुड़ा रहा। उन्होंने न केवल झारखंड की राज्य की मांग को राष्ट्रीय स्तर पर आवाज़ दी बल्कि हजारों आदिवासियों को जागरूक किया।

उनका राजनीतिक जीवन सामाजिक न्याय, भूमि सुधार और आदिवासी अधिकारों पर केंद्रित रहा। उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि PM Modi Pays Tribute जैसे शब्दों में जो सम्मान मिलता है, वह केवल राजनैतिक पद नहीं, बल्कि ज़मीन से जुड़े संघर्षों से अर्जित होता है।

राजनीतिक करियर की झलक

  • 1977 में पहली बार लोकसभा पहुंचे।
  • 1980 में झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना की।
  • 2004 में कोयला मंत्री बने।
  • 2005, 2008, 2009 में झारखंड के मुख्यमंत्री रहे।

उन्होंने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिनमें ‘संजय गांधी परियोजना’ और ‘भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन’ प्रमुख थे।

परिवार में शोक की लहर

शिबू सोरेन के निधन से उनका पूरा परिवार और समर्थक वर्ग शोकाकुल है। उनके पुत्र हेमंत सोरेन, जो वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री हैं, ने कहा:

“पिता जी ने जो रास्ता दिखाया, वह हमारे लिए प्रेरणा रहेगा।”

प्रधानमंत्री की PM Modi Pays Tribute प्रतिक्रिया इस बात की पुष्टि करती है कि यह केवल एक राजनीतिक निधन नहीं, बल्कि एक सामाजिक युग का अंत है।

राष्ट्रव्यापी शोक

शिबू सोरेन के निधन के बाद संसद में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। देश के तमाम राजनीतिक दलों ने अपने-अपने अंदाज़ में उन्हें याद किया। कई जगहों पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

मीडिया और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #ShibuSoren और #PMModiPaysTribute ट्रेंड करने लगे। लाखों लोगों ने उनके कार्यों की सराहना की और उनके लिए श्रद्धांजलि पोस्ट की।

इस बीच प्रधानमंत्री का PM Modi Pays Tribute संदेश एक मुख्य शीर्षक बन गया, जिसे समाचार एजेंसियों ने व्यापक रूप से प्रसारित किया।

शिबू सोरेन का आदिवासी समाज के लिए विज़न

शिबू सोरेन ने हमेशा इस बात पर ज़ोर दिया कि आदिवासी समुदाय को सिर्फ़ ‘आरक्षण’ की आवश्यकता नहीं, बल्कि सम्मानजनक प्रतिनिधित्व चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और भूमि अधिकारों के क्षेत्र में कई बदलावों की मांग की।

उनकी सोच को प्रधानमंत्री मोदी के PM Modi Pays Tribute संदेश में भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है – “He was particularly passionate about empowering tribal communities, the poor and downtrodden.”

भविष्य के लिए उनकी विरासत

शिबू सोरेन की राजनीतिक और सामाजिक विरासत झारखंड के वर्तमान नेतृत्व और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल है। उनका जीवन संघर्ष, सेवा और नेतृत्व का प्रतीक बन गया है।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा PM Modi Pays Tribute संदेश में दिया गया सम्मान, इस बात को रेखांकित करता है कि उनकी भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर कितनी अहम थी।

शिबू सोरेन जैसे नेता विरले ही राजनीति में जन्म लेते हैं। उन्होंने ज़मीन से जुड़कर न केवल एक प्रदेश बल्कि एक समुदाय को आवाज़ दी। उनका योगदान, उनके विचार और उनके नेतृत्व को आने वाले वर्षों में भी याद किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी का PM Modi Pays Tribute संदेश इस बात का प्रमाण है कि शिबू सोरेन केवल झारखंड नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए एक प्रेरणा थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *