हाइलाइट्स
- गाज़ियाबाद से दर्शन को आए दंपति की लापरवाही से हुई Pet Dog Death, वीडियो वायरल
- तीन घंटे तक बंद कार में तड़पता रहा लेब्राडोर नस्ल का कुत्ता, गर्मी से तोड़ा दम
- पार्किंग संचालक ने शीशा तोड़ने का किया प्रयास, चाबी वाले की मदद से खुला गेट
- पशु अस्पताल ले जाते समय तोड़ी सांसें, डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
- सोशल मीडिया पर वायरल हुई पार्किंग की CCTV फुटेज, लोगों में गुस्सा
पेट डॉग डेथ: श्रद्धालु दंपति की बड़ी लापरवाही ने ले ली मासूम की जान
मथुरा (वृंदावन)। धर्म की आड़ में अगर संवेदनहीनता घुल जाए, तो उसका अंजाम कितना भयानक हो सकता है, इसका उदाहरण बीते शनिवार को वृंदावन में देखने को मिला। Pet Dog Death की यह मार्मिक घटना एक ऐसी चेतावनी बनकर सामने आई है जो हर पशु प्रेमी और जिम्मेदार नागरिक को झकझोर देगी।
गाजियाबाद से ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु दंपति ने जिला संयुक्त चिकित्सालय के सामने अपनी कार पार्क की और उसी में लेब्राडोर नस्ल के पालतू कुत्ते को बंद कर मंदिर दर्शन के लिए चले गए। उस समय शायद उन्हें यह अहसास नहीं था कि बंद कार में गर्मी और ऑक्सीजन की कमी से उनका प्यारा पालतू कुत्ता तड़प-तड़प कर दम तोड़ देगा।
गर्मी और डिहाइड्रेशन बना Pet Dog Death का कारण
तीन घंटे तक तड़पता रहा मासूम जानवर
गर्मी अपने चरम पर थी, कार के शीशे बंद थे और कुत्ता भीतर बंद। पार्किंग संचालक ने जब कुछ समय बाद कार की ओर नजर डाली तो देखा कि कुत्ता चालक सीट के नीचे जीभ निकाले तड़प रहा है। उसने पहले खुद शीशा खोलने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा।
इसके बाद उसने चाबी वाले को बुलाया, और करीब सात मिनट की मशक्कत के बाद कार का दरवाज़ा खुला। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। कुत्ते को जैसे ही बाहर निकाला गया और पशु चिकित्सालय ले जाया गया, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पशु चिकित्सा अधिकारी ने दी जानकारी
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश तिवारी के मुताबिक, Pet Dog Death का प्राथमिक कारण हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि बंद कार में गर्मी का स्तर 50 डिग्री से ऊपर चला जाता है, जिससे शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं हो पाता और जानवर की जान जा सकती है।
मालिक की लापरवाही, भीड़ का गुस्सा
रोते-बिलखते पहुंचे कार मालिक
करीब तीन घंटे के बाद जब कार मालिक अपने वाहन के पास पहुंचे, तो पार्किंग संचालक ने उन्हें कुत्ते की मौत की सूचना दी। जैसे ही उन्होंने अपने कुत्ते को मृत देखा, वो ज़ोर-ज़ोर से रोने लगे और स्थानीय लोगों की मदद से पार्किंग के पास ही उसे दफना दिया।
वायरल वीडियो से उभरा आक्रोश
Pet Dog Death का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। सात मिनट की वह सीसीटीवी फुटेज जिसमें कुत्ते को बचाने की कोशिश होती दिख रही है, लोगों को भावुक कर रही है। सोशल मीडिया पर श्रद्धालु दंपति की निंदा हो रही है और लोग जानवरों के अधिकारों को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
क्या है कानून में प्रावधान?
भारत में Prevention of Cruelty to Animals Act, 1960 के तहत किसी भी जानवर के साथ क्रूरता करना अपराध की श्रेणी में आता है। पालतू जानवर को बंद कार में छोड़कर मंदिर चले जाना न केवल नैतिक रूप से गलत है बल्कि कानूनी रूप से दंडनीय भी है।
यदि किसी नागरिक द्वारा जानबूझकर ऐसा किया जाता है, जिससे जानवर की मौत हो जाए, तो उस पर जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान हो सकता है। ऐसे मामलों में अक्सर पुलिस की लापरवाही या एफआईआर न होने की शिकायत भी देखी जाती है।
Pet Dog Death से जुड़े प्रमुख सवाल और समाज का दायित्व
क्या श्रद्धा के नाम पर जिम्मेदारियों से भाग सकते हैं?
नहीं, श्रद्धा और आस्था के साथ-साथ हमें अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का भी पालन करना चाहिए। कोई भी मंदिर दर्शन इतना ज़रूरी नहीं हो सकता कि उसके लिए एक मासूम जानवर की जान ली जाए।
क्या पार्किंग संचालक ने सही किया?
पार्किंग संचालक की संवेदनशीलता और तत्परता की तारीफ होनी चाहिए। उसने कानून का उल्लंघन किए बिना एक जानवर की जान बचाने की भरसक कोशिश की, भले ही वह सफल नहीं हो पाया।
समाज में पशु अधिकारों के लिए क्या होना चाहिए?
Pet Dog Death जैसी घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि पशु अधिकारों की जागरूकता और संवेदनशीलता का अभाव अभी भी व्यापक स्तर पर है। स्कूलों, समाज और मीडिया के माध्यम से इस विषय पर शिक्षा देना अत्यंत आवश्यक है।
एक दर्दनाक सीख
Pet Dog Death केवल एक कुत्ते की मृत्यु नहीं है, यह मानव संवेदनाओं के पतन और जागरूकता की कमी का प्रतीक है। यह घटना हमें यह सोचने पर विवश करती है कि क्या हम वास्तव में इतने जिम्मेदार हैं कि किसी जीवित प्राणी की देखभाल कर सकें?
श्रद्धा और कर्तव्य में संतुलन बनाए रखना ही सच्चा धर्म है। उम्मीद है कि इस घटना से समाज सीखेगा और भविष्य में किसी भी प्राणी के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार नहीं होगा।