हाइलाइट्स
– पानीपत में एक बुटिक संचालिका के साथ पिस्तौल के बल पर दुष्कर्म की घटना सामने आई।
– आरोपी ने महिला की नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की और धमकियां दीं।
– पीड़िता का आरोप है कि उसने दो महीने पहले भी आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
– थाना पुलिस ने पहले आरोपों को निराधार बताया, लेकिन अब नया मामला दर्ज किया गया है।
– घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश, महिला सुरक्षा और पुलिस प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठ रहे हैं।
पानीपत में दुष्कर्म की शर्मनाक घटना
पानीपत के बापौली थाना क्षेत्र में एक बुटिक संचालिका के साथ पिस्तौल के बल पर दुष्कर्म की घटना ने एक बार फिर शहर में महिला सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस घटना में आरोपी ने न केवल महिला के साथ बलात्कार किया, बल्कि उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी अश्लील हरकतें कीं और उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
घटना का विवरण
16 जून की रात को विक्रम नाम का आरोपी महिला के बुटिक पर पहुंचा और पिस्तौल दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जब महिला ने विरोध किया, तो आरोपी ने उसे गोली मारने की धमकी दी। इस दौरान महिला की चीख सुनकर उसकी नाबालिग बेटी दुकान पर आ गई, लेकिन आरोपी ने उसके साथ भी छेड़छाड़ की और उसे भी जान से मारने की धमकी दी।
महिला ने बताया कि आस-पड़ोस के लोगों के शोर मचाने पर आरोपी भाग निकला, लेकिन जाते-जाते उसने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
पीड़िता का आरोप है कि उसने दो महीने पहले (26 अप्रैल को) भी आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसने बताया कि आरोपी ने उसे धमकाया कि “थाने में शिकायत करने से कुछ नहीं होगा, क्योंकि उसकी पुलिस और स्थानीय लोगों से अच्छी पहचान है।”
पुलिस का रुख
थाना बापौली की पुलिस ने पहले इन आरोपों को निराधार बताया था, लेकिन अब दूसरी शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पानीपत में बढ़ते अपराध और महिला सुरक्षा
यह घटना पानीपत में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध की एक और कड़ी है। पिछले कुछ महीनों में शहर में कई बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिख रही है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। कई महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
क्या कहता है कानून?
भारतीय कानून के तहत बलात्कार, छेड़छाड़ और धमकी जैसे अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), पॉक्सो एक्ट (नाबालिग के साथ अपराध) और आर्म्स एक्ट (हथियार दिखाकर धमकी) के तहत इस मामले में कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
पानीपत में महिला सुरक्षा की चुनौती
पानीपत में यह घटना एक बार फिर महिला सुरक्षा और पुलिस की जवाबदेही पर सवाल खड़े करती है। अगर पुलिस ने पहले ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की होती, तो शायद यह दूसरी वारदात नहीं होती। अब सवाल यह है कि क्या पुलिस इस मामले में त्वरित कार्रवाई करेगी या फिर पीड़िता को इंसाफ के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा?