Pahalgam Terror Attack

Pahalgam Terror Attack पर मनोज मुंतशिर का भावुक संदेश: “मोदी जी, अब चुप रह गए तो इतिहास माफ़ नहीं करेगा”

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हाइलाइट्स:

पहलगाम आतंकवादी हमले पर देश का गुस्सा और शोक

जम्मू-कश्मीर के सुंदर लेकिन संवेदनशील क्षेत्र पहलगाम में हुए हालिया आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। Pahalgam Terror Attack में हमारे कई वीर जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हुए। इस हमले के तुरंत बाद पूरे देश में गुस्से और मातम की लहर दौड़ पड़ी।

Manoj Muntashir का वीडियो: भावनाओं की बौछार

शायर की कलम से उठी आवाज़

प्रसिद्ध लेखक, गीतकार और राष्ट्रवादी विचारों के लिए जाने जाने वाले मनोज मुंतशिर शुक्ला ने एक वीडियो जारी कर इस हमले के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा:

“हफ्ते में एक दिन भूखा सोने वाला गरीब भारत 1965 में लाहौर तक घुस गया था। आज हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति हैं। अगर आज हम चुप रह गए, तो आने वाली पीढ़ियों को क्या मुँह दिखाएंगे?”

Pahalgam Terror Attack पर उनकी कविता के कुछ अंश:

“इतिहास सड़ी-गली लाशें नहीं,
विजय के ध्वज गिनता है।
मोदी जी, जो लंका नहीं जला सकता,
वो हनुमान नहीं है।”

सोशल मीडिया पर समर्थन की बाढ़

#PahalgamTerrorAttack ट्रेंड में

इस वीडियो के बाद Twitter, Instagram और YouTube पर #PahalgamTerrorAttack और #ManojMuntashir ट्रेंड करने लगे। लाखों लोगों ने इस वीडियो को साझा किया, और प्रधानमंत्री से सख़्त कदम उठाने की अपील की।

जनता की प्रतिक्रियाएं:

  • “मोदी जी, अब शब्द नहीं, जवाब चाहिए।”
  • “हमारे जवानों की शहादत का बदला लिया जाए।”
  • “Manoj Muntashir की बात सीधा दिल से निकली है।”

केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सख्त बयान

Pahalgam Terror Attack के बाद प्रधानमंत्री ने कहा:

“Those behind this heinous act will be brought to justice…they will not be spared! Our resolve to fight terrorism is unshakable.”

गृहमंत्री अमित शाह का ऐलान

गृह मंत्रालय ने इस हमले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ खुली कार्रवाई की छूट दी गई है।

क्यों उठ रहे हैं सख़्त कदमों की माँग?

बार-बार के हमले, एक ही पैटर्न

Pahalgam Terror Attack कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले पुलवामा, उरी, और राजौरी जैसे क्षेत्रों में भी सेना को इसी तरह निशाना बनाया गया।

क्या कूटनीति अब पर्याप्त नहीं?

जनता का बड़ा वर्ग मानता है कि केवल बयानबाज़ी और कूटनीति अब पर्याप्त नहीं है। जवाब अब प्रत्यक्ष कार्रवाई के रूप में होना चाहिए।

Manoj Muntashir की राष्ट्रभक्ति: एक सतत स्वर

पहले भी रख चुके हैं बेबाक राय

मनोज मुंतशिर पहले भी अपने राष्ट्रवादी विचारों के लिए चर्चा में रहे हैं। उनकी रचनाएं जैसे “तेरी मिट्टी” और “संविधान की शपथ” ने जनता के बीच गहरी छाप छोड़ी है।

शहीदों को श्रद्धांजलि

वीर जवानों की शहादत को सलाम

Pahalgam Terror Attack में शहीद हुए जवानों में विनय नरवाल, अजय सिंह, और कुलदीप ठाकुर जैसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने अंतिम सांस तक मातृभूमि की रक्षा की।

अब चुप्पी नहीं, निर्णायक कार्रवाई का समय

इस बार जनता सिर्फ निंदा से संतुष्ट नहीं है। वे Pahalgam Terror Attack का जवाब ‘शब्दों’ में नहीं, ‘कर्मों’ में देखना चाहते हैं।

जैसा कि मनोज मुंतशिर ने कहा — “अगर हम आज चुप रह गए, तो इतिहास माफ़ नहीं करेगा।”

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