हाइलाइट्स: Operation Sindoor पर एक नज़र
- Operation Sindoor के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर रातोंरात एयर स्ट्राइक कर दी।
- इस ऑपरेशन में 30 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, जबकि 55 से अधिक घायल हुए।
- बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने सहित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन के अड्डे ध्वस्त।
- जम्मू के अखनूर में पाकिस्तान का JF-17 लड़ाकू विमान गिराया गया, एलओसी पर भारतीय चौकसी बढ़ी।
- अमेरिका, फ्रांस और इजराइल ने भारत के Operation Sindoor को बताया आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम।
‘Operation Sindoor’: जब आधी रात को गरजा भारत का न्याय
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश व्याप्त था। लोगों की निगाहें सरकार की ओर थीं—क्या इस बार भी चुप्पी साधी जाएगी या आतंक के आकाओं को सबक सिखाया जाएगा? और अंततः 7 मई की रात 1:44 बजे Operation Sindoor के नाम से भारतीय वायुसेना ने जो कदम उठाया, उसने पूरे देश को गर्व से भर दिया।
Operation Sindoor: आतंक के अड्डों पर सटीक प्रहार
नौ ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक
Operation Sindoor के अंतर्गत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। जानकारी के मुताबिक ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के थे।
बहावलपुर से मुजफ्फराबाद तक तबाही
भारतीय मिसाइलों ने बहावलपुर में मसूद अजहर के मुख्यालय को निशाना बनाया, वहीं मुजफ्फराबाद में लश्कर का कैंप ध्वस्त किया गया। कोटली, पुंछ और रावलकोट में आतंकी अड्डों पर भारी बमबारी की गई।
आतंकी संगठन हतप्रभ, पाक सेना मौन
पाकिस्तान की सेना इस कार्रवाई से पूरी तरह स्तब्ध दिखी। आधिकारिक बयान में उन्होंने सिर्फ कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में हमले स्वीकारे जबकि भारत की पुष्टि के अनुसार कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया।
आतंकी नेतृत्व को बड़ा झटका
Operation Sindoor ने आतंकियों की कमर तोड़ दी। मसूद अजहर का मुख्यालय भारी नुकसान से जूझ रहा है, वहीं लश्कर के कई वरिष्ठ कमांडर मारे गए। हिज्बुल के रणनीतिक केंद्र को भी ध्वस्त कर दिया गया।
भारत का सधा हुआ जवाब
रक्षा मंत्रालय का बयान
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि “Operation Sindoor पूर्णतः लक्षित, नियंत्रित और गैर-उकसावे वाला रहा। हमने सिर्फ आतंकी ढांचों को निशाना बनाया, किसी भी पाकिस्तानी नागरिक या सैन्य ढांचे को नहीं।”
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “भारत आतंक के विरुद्ध चुप नहीं बैठेगा। यह ऑपरेशन पहलगाम के निर्दोषों को श्रद्धांजलि है।”
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने Operation Sindoor को ‘आतंक के विरुद्ध साहसी कदम’ बताया। उन्होंने कहा, “भारत की कार्रवाई संयमित और सटीक रही। उम्मीद है इससे दक्षिण एशिया में स्थायित्व आएगा।”
इजराइल
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत को समर्थन देते हुए कहा, “आतंकवाद को जड़ से खत्म करना आवश्यक है और Operation Sindoor इसी दिशा में एक निर्णायक कदम है।”
जमीनी रिपोर्ट: एलओसी से विशेष दृश्य
रात्रि में मिसाइलों की गूंज
पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय लोगों ने रात को मिसाइलों और विमानों की आवाजें सुनीं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है।
चीनी तकनीक हुई फेल
पाकिस्तान की एलओसी पर लगी चीनी HQ-9 एयर डिफेंस प्रणाली भारतीय मिसाइलों को ट्रैक करने में विफल रही। इससे साफ है कि Operation Sindoor पूरी तैयारी के साथ किया गया।
ऑपरेशन की रणनीति और सुरक्षा सतर्कता
NSG, RAW और IB की समन्वित योजना
इस हमले की योजना में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, RAW, IB और सैन्य खुफिया एजेंसियों ने मिलकर भूमिका निभाई। ऑपरेशन से पहले विस्तृत खुफिया डेटा इकट्ठा किया गया था।
देशभर में अलर्ट
हमले के बाद सभी एयरबेस, मेट्रो शहरों और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षाबलों को standby पर रखा गया है।
पाकिस्तान की बौखलाहट और आपातकाल
हवाई मार्ग बंद, आपातकाल लागू
पाकिस्तान ने अगले 48 घंटे के लिए अपने समस्त हवाई मार्गों को बंद कर दिया है। इस बीच पाक सरकार ने देश में आंशिक आपातकाल की घोषणा की है और लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया गया है।
पहलगाम हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि
Operation Sindoor पहलगाम में मारे गए 25 हिंदू पर्यटकों और एक स्थानीय नागरिक के लिए एक जवाब था। इस नरसंहार ने देश को झकझोर दिया था और सरकार ने तब ही वादा किया था – “जवाब ज़रूर मिलेगा।”
Operation Sindoor – आतंक पर भारत का निर्णायक प्रहार
Operation Sindoor केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह भारत के आत्म-सम्मान और सुरक्षा नीति का प्रतीक है। यह संदेश है कि भारत अब हर आतंकी हमले का जवाब दे सकता है – सटीक, तीव्र और साहसी तरीकों से।