हाइलाइट्स
- नेपाल विरोध प्रदर्शन में अब तक 19 लोगों की मौत, सोशल मीडिया पर लगी रोक हटा दी गई।
- नेपाल के तीन मंत्री—गृहमंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल—ने इस्तीफा दिया।
- राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के घरों पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया।
- नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउवा के घर में तोड़फोड़ और आगजनी की गई।
- सड़कें धुआं-धुआं, पुलिस और सेना बेबस, जनता में गुस्से की लहर फैल रही।
नेपाल में हाल के दिनों में फैल रहे नेपाल विरोध प्रदर्शन ने राजनीतिक और सामाजिक संकट को गंभीर रूप से बढ़ा दिया है। इस हिंसक संघर्ष में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
मंत्री इस्तीफों के बाद बढ़ा संकट
नेपाल के गृहमंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने जनता के बढ़ते गुस्से के बीच इस्तीफा दे दिया। ये इस्तीफे सरकार पर बढ़ते दबाव और विरोध प्रदर्शनों की तीव्रता का संकेत हैं। जनता का गुस्सा सिर्फ मंत्री स्तर तक ही सीमित नहीं है; प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री के आवासों को भी निशाना बना रहे हैं।
राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के घर पर हमला
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के निजी आवास में आग लगी और प्रदर्शनकारी सीढ़ियों से ऊपर की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। एक वीडियो में राष्ट्रपति की तस्वीर को दीवार से उतारते प्रदर्शनकारी भी दिखाई दिए।
पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के घर में आग
लालितपुर में सीपीएन माओवादी केंद्र के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के आवास को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। वीडियो में उनके घर से उठता काला धुआं और नष्ट होती संपत्ति दिखाई दे रही है।
नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष के घर में कब्जा
नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउवा के घर में प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर आगजनी की और वहां खड़ी कई गाड़ियों को जला दिया। यह दर्शाता है कि विरोध प्रदर्शन केवल सरकारी नीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि राजनीतिक नेतृत्व को भी चुनौती दे रहे हैं।
सड़कें धुआं-धुआं, पुलिस और सेना की बेबसी
नेपाल विरोध प्रदर्शन के दौरान, सार्वजनिक संपत्ति पर भी आगजनी और तोड़फोड़ हो रही है। वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि प्रदर्शनकारी सड़क पर आग लगा रहे हैं और गुस्से में चिल्ला रहे हैं।
युवा प्रदर्शनकारी सबसे आगे
विशेषकर युवा प्रदर्शनकारी सड़कों पर हिंसा फैलाने में अग्रसर हैं। उनका गुस्सा मंत्री और राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ केंद्रित है।
पुलिस और सेना का सीमित प्रभाव
सड़कों पर धुआं और आग के बीच पुलिस और सेना के जवान बेबस दिख रहे हैं। उनकी सीमित प्रतिक्रिया दर्शाती है कि सरकार फिलहाल नियंत्रण स्थापित नहीं कर पा रही है।
सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। पहले नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया था, जिसे अब हटा दिया गया है। जनता अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर रही है।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विरोध और गुस्से को व्यापक स्तर पर फैलाया। यह साबित करता है कि नेपाल विरोध प्रदर्शन केवल भौतिक रूप से ही नहीं, बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी व्यापक प्रभाव डाल रहे हैं।
राजनीतिक भविष्य और संभावित समाधान
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, नेपाल में जारी नेपाल विरोध प्रदर्शन सरकार के लिए गंभीर चुनौती हैं। मंत्रियों के इस्तीफे और प्रदर्शनकारियों की हिंसक कार्रवाई से राजनीतिक स्थिरता खतरे में है।
राष्ट्रपतिको निजी निवासमा प्रदर्शनकारी लगाए आगो #RamChandraPaudel #protest pic.twitter.com/9inoIz8eCD
— RatoPati (@Rato_pati) September 9, 2025
सरकार पर दबाव
सरकार को अब तत्काल प्रभावी उपाय करने होंगे। हिंसा रोकने, जनता की नाराजगी को कम करने और राजनीतिक संवाद स्थापित करने की आवश्यकता है।
अंतरराष्ट्रीय नजर
विश्व समुदाय भी नेपाल की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। हिंसा और अस्थिरता से न केवल नेपाल की आंतरिक सुरक्षा प्रभावित हो रही है, बल्कि इसके आर्थिक और सामाजिक प्रभाव भी सामने आ रहे हैं।
नेपाल में नेपाल विरोध प्रदर्शन ने देश को गहरे राजनीतिक संकट में धकेल दिया है। जनता का गुस्सा केवल सरकारी नीतियों तक सीमित नहीं है; यह राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री तक फैल चुका है। मंत्री इस्तीफे और सोशल मीडिया पर सक्रिय विरोध इसे और भी जटिल बना रहे हैं। यदि सरकार ने जल्द प्रभावी कदम नहीं उठाए, तो नेपाल में संकट और गहराने की पूरी संभावना है।